लेख राममंदिर निर्माण के साथ शुरू होगा अयोध्या के विकास का स्वर्णिम युग August 5, 2020 / August 5, 2020 by भगवत कौशिक | Leave a Comment भगवत कौशिक।- अयोध्या अपने आधुनिक इतिहास के सबसे बड़े बदलाव के लिए तैयार है। अयोध्या मे बनने वाले भव्य एवं अनुपम राम मंदिर से जहां एक और पुरे भारतवर्ष के साथ साथ विदेशी श्रद्धालुओं का वर्षों का इंतजार खत्म होगा ,वहीं दूसरी ओर अयोध्या नगरी के लिए विकास के सर्वणीम अवसर पैदा होगें। धार्मिक पर्यटन […] Read more » अयोध्या के विकास का स्वर्णिम युग राममंदिर निर्माण
आर्थिकी जन-जागरण लेख विधि-कानून नए उपभोक्ता संरक्षण कानून के लागू होने से पुराने नियमों की खामियाँ दूर हुई है August 5, 2020 / August 5, 2020 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment नये कानून के मुताबिक घटिया समान बेचने वालों को, गुमराह करने वाले विज्ञापन देने वालों को जेल की हवा खानी पड़ेगी.-डॉo सत्यवान सौरभउपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 2019 पहले के उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 1986 की जगह, 20 जुलाई से लागू हो गया है। उपभोक्ता संरक्षण विधेयक, 2019 को अगस्त 2019 को राष्ट्रपति की मंजूरी मिली। नये कानून के […] Read more » New Consumer Protection Act नए उपभोक्ता संरक्षण कानून
लेख सृष्टि के लिए मंगलकारी हो श्रीराम मंदिर का शिलान्यास August 5, 2020 / August 5, 2020 by अरविंद जयतिलक | Leave a Comment अरविंद जयतिलक अयोध्या में कौशल्यानंदन भगवान श्रीराम मंदिर का शिलान्यास और निर्माण सृष्टि के लिए मंगलकारी हो। जन-जन की ऐसी ही कामना है। भगवान श्रीराम किसी एक के नहीं हैं। वे भारत राष्ट्र की आत्मा और परब्रह्म ईश्वर हैं। संसार के समस्त पदार्थों के बीज और जगत के सूत्रधार हैं। सनातन धर्म की आत्मा […] Read more » Foundation stone of Shri Ram temple श्रीराम मंदिर का शिलान्यास
राजनीति लेख सत्य, न्याय एवं सदाचार के प्रतीक श्रीराम August 5, 2020 / August 5, 2020 by योगेश कुमार गोयल | Leave a Comment अनुकरणीय हैं श्रीराम के आदर्श – योगेश कुमार गोयल अयोध्या में पांच अगस्त को श्रीराम मंदिर का भूमि पूजन हो गया है और बहुत लंबे इंतजार के बाद आखिरकार अब भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में राममंदिर निर्माण का करोड़ों देशवासियों का सपना साकार होने जा रहा है। अयोध्या में राममंदिर को लेकर कुछ […] Read more » justice and virtue Shriram is the symbol of truth न्याय एवं सदाचार के प्रतीक श्रीराम सत्य
लेख जब महात्मा गांधी ने सजा के दरम्यान 18 दिन हरिजन सेवा करते मध्यप्रदेश में गुजारे August 5, 2020 / August 5, 2020 by आत्माराम यादव पीव | Leave a Comment आत्माराम यादव पीव 12 मार्च 1930 को गांधीजी ने सविनय अवज्ञा आन्दोलन शुरू किया तो देश में स्वदेश प्रेम और नेतिक आदर्शवाद की भावना का ज्वार आ गया किन्तु लम्बा खिचने के कारण जनता का लगाव इससे कम होने लगा। भारत की जनता के समक्ष एक लड़ाई अस्पृश्यता के विरूद्ध धार्मिक आन्दोलन का स्वरूप दिये जाने की थी तो […] Read more » 18 दिन हरिजन सेवा When Mahatma Gandhi spent 18 days serving Harijan during his sentence in Madhya Pradesh महात्मा गांधी
धर्म-अध्यात्म राजनीति लेख वर्षों से प्रकाशस्तंभ की भाँति विद्यमान हैं लोकनायक श्रीराम August 5, 2020 / August 5, 2020 by लोकेन्द्र सिंह राजपूत | Leave a Comment – लोकेन्द्र सिंह मर्यादापुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम भारत की आत्मा हैं। राम भारतीय संस्कृति के भव्य-दिव्य मंदिर के न केवल चमकते शिखर हैं, अपितु वे वास्तव में उसके आधार भी हैं। इसलिए राम का जीवन उनके समय से लेकर आज तक प्रासंगिक है। उनका जीवन प्रकाश स्तम्भ की तरह है, जो अंधेरे में हमारा मार्ग प्रशस्त करता है। संसार […] Read more » श्रीराम
लेख विश्व का एकमात्र ब्रह्माणी माता मंदिर जहाँ होती है देवी की पीठ की पूजा August 4, 2020 / August 4, 2020 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment राजस्थान का इतिहास वीरता , शौर्य और पराक्रम का इतिहास रहा है । वीरता के चरित्र को प्रेरणा देने वाली शक्ति की आराधना यहाँ की संस्कृति का अभिन्न अंग रही है । यहाँ पर शक्ति पूजा की परंपरा प्राचीनकाल से ही रही है । हनुमानगढ़ जिले के रंगमहल में मिली पकी हुई मिट्टी की देवी […] Read more » ब्रह्माणी माता मंदिर
लेख ‘अयोध्या’ और ‘हिंदुत्व’ के ‘रग- रग’ में बसे ‘श्रीराम’ August 4, 2020 / August 4, 2020 by प्रभुनाथ शुक्ल | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल अयोध्या और राम एक दूसरे के पूरक हैं। राम से अयोध्या है और अयोध्या श्रीराम का जीवन संस्कार है। हिंदू धर्म की पौराणिक मान्यता के अनुसार अयोध्या सप्त पुरियों मथुरा, माया , काशी, कांची, अवंतिका और द्वारका में शामिल है। श्रीराम की नगरी […] Read more » अयोध्या अयोध्या और राम राम से अयोध्या है श्रीराम हिंदुत्व
लेख स्वास्थ्य-योग “Act Of God” नहीं है कोरोना वायरस : क्षतिपूर्ति तय करे न्यायालय August 4, 2020 / August 4, 2020 by मृदुल चंद्र श्रीवास्तव | Leave a Comment Act Of God” को समझें : आप सभी में से बहुत से लोगों ने “O My God” (OMG) फ़िल्म देखी होगी । परेश रावल और अक्षय कुमार की यह फ़िल्म काल्पनिक जरूर है किंतु शिक्षाप्रद भी है। यह पूरी फिल्म “Act Of God” पर आधारित है। सरल भाषा में कहें तो “Act Of God” के […] Read more » corona is not Act Of God Corona virus court should compensate for corona कोरोना वायरस
लेख भारतीय क्षात्र धर्म और अहिंसा — अध्याय 3 August 2, 2020 / August 2, 2020 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment ( है बलिदानी इतिहास हमारा ) भारतीय राजधर्म और अहिंसा देश की वर्तमान परिस्थितियों पर यदि चिन्तन किया जाए तो पता चलता है कि देश का नेतृत्व और विशेष रूप से अभी तक की कांग्रेस की सरकारें इस दुर्दशा के लिए उत्तरदायी हैं । किसी कवि ने ठीक ही तो कहा है :–न बिजली की […] Read more » Indian regional religion and non-violence Indian regional religion and non-violence - Chapter 3 आज के परिप्रेक्ष्य में अपराध और दण्ड की व्यवस्था भारत की वास्तविक राज्य - व्यवस्था भारतीय राजधर्म और अहिंसा राजा ईश्वर का प्रतिनिधि है राजा के गुण और मुस्लिम शासक राष्ट्रद्रोही को मिले कठोर दण्ड हर नारी पूजनीया नहीं
राजनीति लेख हिन्दी के योद्धा राजर्षि पुरुषोत्तमदास टण्डन के जन्मदिवस् पर August 2, 2020 / August 2, 2020 by प्रो. अमरनाथ | Leave a Comment प्रो. अमरनाथ भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन के अग्रणी पंक्ति के नेता राजर्षि पुरुषोत्तमदास टण्डन (1.8.1882- 1.7.1962) का राजनीति में प्रवेश हिन्दी प्रेम के कारण ही हुआ. 17 फ़रवरी 1951 को मुजफ्फरनगर ‘सुहृद संघ’ के 17 वें वार्षिकोत्सव के अवसर पर टण्डन जी ने कहा था- “हिन्दी के पक्ष को सबल करने के उद्देश्य से ही मैंने कांग्रेस जैसी संस्था में प्रवेश किया, क्योंकि मेरे हृदय […] Read more » राजर्षि पुरुषोत्तमदास टण्डन
लेख गोस्वामी तुलसीदास August 2, 2020 / August 2, 2020 by पंडित विनय कुमार | Leave a Comment कवि- कुल- कमल- दिवाकर महाकवि श्रीमद् गोस्वामी तुलसीदास विरचित श्री रामचरितमानस हिंदी साहित्य का अनमोल ग्रंथ रत्न है। इस ग्रंथ का मूल मंत्र है- परोपकार।इस पवित्र ग्रंथ में धर्म , राजनीति , युद्ध, शांति और विश्व बंधुत्व के तत्व अनुस्यूत हैं। यह आध्यात्मिक शक्ति से आपूरित है । इसने मानव- जीवन को संवारने का अद्भुत […] Read more » गोस्वामी तुलसीदास