लेख आम आदमी की हड्डी पर कबड्डी क्यों ? November 24, 2011 / November 28, 2011 by राजीव गुप्ता | 2 Comments on आम आदमी की हड्डी पर कबड्डी क्यों ? राजीव गुप्ता दिल्ली की सडको पर भीख मांगने वाले सभी लोग उत्तर प्रदेश के है , यह कहना है कांग्रेस पार्टी के तथाकथित युवराज राहुल गांधी जी का जो कि गरीबी को जानने के लिए एवं सस्ती राजनैतिक लोकप्रियता हासिल करने के लिए दलितों के घर कभी रात बिताते है तो कभी मनरेगा में काम […] Read more » Common People Corruption Inflation Rahul Gandhi आम आदमी
लेख समृद्धि की चकाचौंध और अविकास का कोहरा November 24, 2011 / November 28, 2011 by हिमकर श्याम | 1 Comment on समृद्धि की चकाचौंध और अविकास का कोहरा हिमकर श्याम समृद्धि की चकाचौंध और अविकास का कोहरा भारत की कड़वी सच्चाई है। किसी देश के आर्थिक विकास की गणना जीडीपी और प्रतिव्यक्ति आय के आधार पर की जाती है। जीडीपी में आठ से नौ प्रतिशत की दर से होनेवाले विकास ने भारत को शीर्ष अर्थव्यवस्थावाले देश में शामिल कर दिया है। सरकार इस […] Read more » Prosperity Under Developmnt अविकास का कोहरा समृद्धि की चकाचौंध
लेख सड़क निर्माण को सर्वोच्च प्राथमिकता मिली हिमाचल में November 24, 2011 / November 28, 2011 by अन्नपूर्णा मित्तल | 1 Comment on सड़क निर्माण को सर्वोच्च प्राथमिकता मिली हिमाचल में प्रो. धूमल ने ढाई वर्ष के अपने कार्यकाल में राज्य की उपलब्धियों में विभिन्न क्षेत्रों में मील के पत्थर स्थापित किए हैं। इस दौरान सभी क्षेत्रों में संतुलित व तेजी से विकास हुआ है। हिमाचल प्रदेश में, खासतौर से राज्यी के पहाड़ी क्षेत्रों में सड़कें एक तरह से जीवनरेखा और आवाजाही का मुख्या साधन हैं। […] Read more » ‘मिक्सिंग शैडर’ Road building in Himachal सड़क निर्माण सर्वोच्च प्राथमिकता हिमाचल
लेख काटजू को न कोसो, जांच बिठा लो! November 24, 2011 / November 28, 2011 by जगमोहन फुटेला | 1 Comment on काटजू को न कोसो, जांच बिठा लो! जगमोहन फुटेला दुनिया को गलत, सही का फर्क समझाने वालो ज़रा खुद के भीतर झांको और देखो कि पत्रकारिता कितनी गंदली हुई पड़ी है. पत्रकारिता में भी भ्रष्ट आचार की गंगा ऊपर से बह रही है. बात सिर्फ यहीं तक होती तो कोई बात थी. मीडिया इस देश में नकारात्मक से ले कर विध्वंसात्मक की […] Read more » Enquiry on Justice Katju justice katju
लेख बच पायेगा हिमालय का ग्लेशियर ? November 24, 2011 / November 28, 2011 by अशोक गौतम | 1 Comment on बच पायेगा हिमालय का ग्लेशियर ? अशोक बजाज ग्लेशियर बचाने भारत ,भूटान, नेपाल और बांग्लादेश का संयुक्त मोर्चा वैज्ञानिक रूप से यह बात अब प्रमाणित हो चुकी है कि पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम चक्र में आश्चर्यजनक ढंग से आये परिवर्तन के कारण हिमालय का बर्फ तेजी से पिघल रहा है. इन क्षेत्रों में बरसात की प्रकृति बदल गई है और हिमालय के […] Read more » Himalayas Glacier बच पायेगा हिमालय का ग्लेशियर हिमालय का ग्लेशियर
लेख विदेशों से केवल तकनीक ही नहीं, इंसाफ करना भी सीखें November 23, 2011 / November 28, 2011 by एडवोकेट मनीराम शर्मा | 2 Comments on विदेशों से केवल तकनीक ही नहीं, इंसाफ करना भी सीखें एडवोकेट मनीराम शर्मा भारत में विदेशी वस्तुओं और तकनीक को अपनाने वालों की अच्छी खासी तादाद है| विदेशी सामग्री को अपनाने के प्रति हर आम-ओ-खास में शर्म नहीं, बल्कि गर्व का सोच है| इस प्रकार से आजादी के समय में विदेशी कपड़ों की होली जलाने का भाव अब भारत में ध्वस्त हो चुका है| अब […] Read more » इंसाफ तकनीक विदेशों
लेख अमानवीय निवेष से सरकार को करनी होगी तौबा ! November 23, 2011 / November 28, 2011 by इक़बाल हिंदुस्तानी | Leave a Comment इक़बाल हिंदुस्तानी हायर एंड फायर की पॉलिसी से मज़दूर बन जायेंगे फिर गुलाम? यह अजीब बात है कि हम जिसके बारे में पूर्वाग्रह से जो राय बना लेते हैं, तमाम तथ्य और तर्क उसके खिलाफ जाने के बावजूद अपनी राय लंबे समय तक बदलने को तैयार नहीं होते। मिसाल के तौर पर पहले बंगाल से […] Read more » अमानवीय निवेष
लेख जूट उत्पादक किसानों की त्रासदी November 21, 2011 / November 28, 2011 by हरे राम मिश्र | Leave a Comment हरे राम मिश्र पिछले दिनों असम में जूट उत्पादक किसानों और पुलिस के बीच हुए खूनी संघर्ष में कम से कम पांच किसानों की मृत्यु हो गयी और कम से कम पन्द्रह किसान गंभीर रूप से घायल हो गये। करीब पांच सौ किसानों नें गुवाहाटी से करीब 80 किलोमीटर दूर दरांग जिले में बेसिमारी के […] Read more » जूट उत्पादक किसानों की त्रासदी
लेख डॉ लोहिया के विचारों और समाजवाद की अलख जगाये धरती पुत्र मुलायम सिंह यादव November 21, 2011 / November 28, 2011 by अरविन्द विद्रोही | 4 Comments on डॉ लोहिया के विचारों और समाजवाद की अलख जगाये धरती पुत्र मुलायम सिंह यादव अरविन्द विद्रोही उत्तर प्रदेश के जनपद इटावा के सैफई गाँव में माता श्रीमती मूर्तिदेवी के कोख से जन्मे मुलायम सिंह यादव के जन्म २२नवम्बर,१९३९ के समय उनके जन्मदाता पिता श्री सुघर सिंह यादव ने भी तनिक कल्पना नहीं की होगी कि उनकी संतान के रूप में जन्मा यह अबोध बालक करोडो-करोड़ गरीबो-मज़लूमो-पीडितो-वंचितों-आम जनों का दुःख […] Read more » डॉ लोहिया के विचारो और समाजवाद की अलख धरती पुत्र मुलायम सिंह यादव
लेख ,काटजू साहब मीडिया लक्षण है रोग तो व्यवस्था है! November 21, 2011 / November 28, 2011 by इक़बाल हिंदुस्तानी | 4 Comments on ,काटजू साहब मीडिया लक्षण है रोग तो व्यवस्था है! इक़बाल हिंदुस्तानी सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस मार्कंडे काटजू बेशक एक ईमानदार और काबिल जज रहे हैं। उनकी फैसला लिखते समय की जानी वाली टिप्पणियां काफी चर्चित हुआ करती थीं। अब वे अपने पद से सेवानिवृत्त हो चुके हैं लिहाज़ा उनको फैसला लिखने और तरह तरह की टिप्पणियां लिखकर पूरे देश का ध्यान अपनी तरफ […] Read more » Justice Markandey Katju काटजू साहब रिटायर्ड जस्टिस मार्कंडे काटजू
लेख विश्व पूंजीवाद के स्वर्णिम दिन लदने को हैं November 21, 2011 / November 28, 2011 by श्रीराम तिवारी | 4 Comments on विश्व पूंजीवाद के स्वर्णिम दिन लदने को हैं श्रीराम तिवारी एक ध्रुवीय गतिज उर्जा के नकारात्मक परिणाम उसके सृजनहार द्वारा छुपाये नहीं छुप रहे हैं.सोवियत समाजवादी व्यवस्था की जड़ों में मठ्ठा डालने वालों को अब दुनिया भर में अपनी फजीहत कराने में भी शर्म नहीं आ रही है.पेंटागन आधारित और बहुराष्ट्रीय एकाधिकारवादी कम्पनियों द्वारा निर्धारित वैश्वीकरण की पूंजीवादी आर्थिक नीतियों के दुष्परिणाम अब […] Read more » Golden Days of Capitalism विश्व पूंजीवाद
लेख क्या वास्तव में ईरान पर मंडरा रहा है सैन्य कार्रवाई का ख़तरा ? November 21, 2011 / November 28, 2011 by तनवीर जाफरी | 1 Comment on क्या वास्तव में ईरान पर मंडरा रहा है सैन्य कार्रवाई का ख़तरा ? तनवीर जाफरी एक ओर दुनिया के कई देश जहां परमाणु तकनीक पर आधारित उर्जा संयंत्रों को बढ़ावा देकर सस्ती एवं पर्याप्त बिजली के उत्पादन की दिशा में काम कर रहे हैं, वहीं ईरान द्वारा चलाया जा रहा परमाणु कार्यक्रम गत् एक दशक से अमेरिका, इज़राईल तथा इनके सहयोगी देशों के लिए चिंता का विषय बना […] Read more » Iran Millitary actions in Iran सैन्य कार्रवाई का ख़तरा