लेख मेरे मानस के राम : अध्याय 28 August 21, 2024 / August 22, 2024 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment रावण के गुप्तचर और श्रीराम इसी समय शुक और सारण नाम के दो गुप्तचर फिर रामचंद्र जी की गुप्त सूचनाओं लेने के लिए आ गए। रामचंद्र जी ने इस बार फिर अपनी उदारता का परिचय दिया और उनसे बड़े प्यार से कह दिया कि यदि आप सफल मनोरथ हो गए हो तो ससम्मान अपने देश […] Read more » मेरे मानस के राम
पर्यावरण लेख केरल भूस्खलन: जलवायु परिवर्तन से बढ़ी आपदा की तीव्रता, विशेषज्ञों ने दी कठोर मूल्यांकन की सलाह August 21, 2024 / August 21, 2024 by निशान्त | Leave a Comment केरल के वायनाड जिले में हाल ही में हुए घातक भूस्खलनों की मुख्य वजह बनी भारी बारिश, जिसे मानव-जनित जलवायु परिवर्तन ने 10% अधिक तीव्र बना दिया था। वर्ल्ड वेदर एट्रीब्यूशन (डब्ल्यूडब्ल्यूए) के प्रमुख वैज्ञानिकों द्वारा की गई एक त्वरित विश्लेषण में यह जानकारी सामने आई है। डब्ल्यूडब्ल्यूए की रिपोर्ट में इस बात पर ज़ोर दिया गया है […] Read more » experts advised rigorous assessment Kerala landslide: Intensity of disaster increased due to climate change
प्रवक्ता न्यूज़ लेख मेरे मानस के राम : अध्याय 27 August 21, 2024 / August 21, 2024 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राम द्वारा विभीषण का स्वागत विभीषण जी के आगमन पर हनुमान जी ने उनके उदार चरित्र और धर्म प्रेमी व्यक्तित्व के विषय में रामचंद्र जी को पहले ही सब कुछ बता दिया था। न्याय, नीति और धर्म में निपुण विभीषण जी का उनके व्यक्तित्व के अनुरूप सम्मान करने के लिए रामचंद्र जी ने भी मन […] Read more » मेरे मानस के राम
लेख मेरे मानस के राम : अध्याय 26 August 21, 2024 / August 21, 2024 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment विभीषण का निष्कासन जब रावण के सभी दरबारी चाटुकारिता करते हुए उसकी हां में हां मिलाने का कार्य कर रहे थे, तब विभीषण जी ने खड़े होकर न्याय, नीति और धर्म की बात करना उचित समझा। उन्होंने अपने भाई रावण को समझाते हुए कहा :- विभीषण ने तब रख दिए, हृदय के उद्गार।राम को कोई […] Read more »
राजनीति लेख समाज धीमा न्याय निर्भयाओं को कर रहा कमजोर August 19, 2024 / August 19, 2024 by प्रियंका सौरभ | Leave a Comment धीमा न्याय निर्भयाओं को कर रहा कमजोर,हैवानियत को अंजाम तक पहुंचना चाहिए। महिलाओं के विरुद्ध यौन हिंसा में संस्थागत कारकों में अपर्याप्त संसाधन वाले पुलिस बल और अप्रभावी कानून प्रवर्तन सहित संस्थागत विफलताएं ,महिलाओं के खिलाफ हिंसा के जारी रहने में योगदान करती हैं। अक्सर, मामले या तो दर्ज नहीं किए जाते हैं या पूरी […] Read more »
लेख शख्सियत युवा-सी ताजगी के साथ दिलों पर राज करने वाले गुलजार August 19, 2024 / August 19, 2024 by ललित गर्ग | Leave a Comment गुलजार के 88वें जन्मदिन- 18 अगस्त, 2024– ललित गर्ग –गुलजार भारतीय गीतकार, कवि, पटकथा लेखक, फिल्म निर्देशक तथा नाटककार हैं, जिन्होंने अपनी प्रतिभा से कागजों पर लफ्जों को एक नई शक्ल, एक नई जिन्दगी, एक नई संवेदना एवं एक नई जिजीविषा को रचते हुए न केवल भारत बल्कि दुनिया के लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया […] Read more » गुलजार
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म पर्व - त्यौहार लेख वर्त-त्यौहार भाई-बहिन के रिश्तों में नवीन ऊर्जा का पर्व है रक्षाबंधन August 19, 2024 / August 19, 2024 by ललित गर्ग | Leave a Comment रक्षाबंधन- 19 अगस्त, 2024 पर विशेष-ललित गर्ग – भाई और बहन के रिश्ते को फौलाद-सी मजबूती देने वाला एवं सामाजिक और पारिवारिक एकबद्धता एवं एकसूत्रता का सांस्कृतिक एवं मानवीय मूल्यों का अनूठा पर्व है रक्षाबंधन। ऐसा माना जाता है कि राखी के रंगबिरंगे धागे भाई-बहन के प्यार के बन्धन को मजबूत करते हैं और सुख-दुख […] Read more » रक्षाबंधन- 19 अगस्त
लेख आखिर क्यों और कैसे जल रहे हैं जंगल? August 16, 2024 / August 16, 2024 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment बीना बिष्टहल्द्वानी, उत्तराखंड उत्तराखंड को देश के चंद हरियाली वाले राज्यों के रूप में जाना जाता है. प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर इसका हर इलाका लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता रहता है. यही कारण है कि यहां के विभिन्न पर्यटक स्थलों पर वर्ष भर देश विदेश के पर्यटकों का तांता लगा रहता है. लेकिन अभी […] Read more » आखिर क्यों और कैसे जल रहे हैं जंगल?
कला-संस्कृति लेख साहित्य मेरे मानस के राम : अध्याय 25 August 16, 2024 / August 16, 2024 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment रावण की मंत्रणा उधर रावण भी अब भली प्रकार यह समझ गया था कि जिस राम को वह केवल एक वनवासी मान कर चल रहा था वह कोई हल्का-फुल्का व्यक्ति नहीं है। उसके पास आध्यात्मिक शक्ति भी है, साथ ही साथ बौद्धिक शारीरिक और सैनिक बल में भी वह कम नहीं है। उसके द्वारा भेजे […] Read more » Ram of my mind
लेख ‘तिरंगा और आरएसएस’ के अंतर्संबंधों का विश्लेषण August 15, 2024 / August 15, 2024 by अंकित शर्मा | Leave a Comment – अंकित शर्मा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा, भगवा ध्वज और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को लेकर अनेक प्रकार के भ्रम फैलाए जाते हैं। यहाँ तक कहा जाता है कि आरएसएस भगवा ध्वज को मानता है इसलिए संघ के स्वयंसेवक तिरंगा का सम्मान नहीं करते हैं। प्रखर राष्ट्रभक्त संगठन के बारे में इस प्रकार की भ्रामक बातों को यूँ तो समाज स्वीकार नहीं करता है परंतु फिर भी एक वर्ग तो भ्रम में पड़ ही जाता है। समाज को भ्रमित करनेवाले झूठे नैरेटिव का तथ्यात्मक उत्तर लेखक लोकेन्द्र सिंह ने अपनी बहुचर्चित पुस्तक ‘राष्ट्रध्वज और आरएसएस’ के माध्यम से दिया है। उन्होंने अपनी पुस्तक में राष्ट्रध्वज तिरंगा, सांस्कृतिक ध्वज भगवा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अंतर्संबंधों का विश्लेषण किया है। राष्ट्रध्वज और आरएसएस के संदर्भ में कई नए तथ्य यह पुस्तक हमारे सामने लेकर आती है। यह पुस्तक हमें बताती है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने कब और किन परिस्थितियों में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे […] Read more » ‘तिरंगा और आरएसएस’
लेख समाज लुटती जाए द्रौपदी, जगह-जगह पर आज। August 14, 2024 / August 14, 2024 by प्रियंका सौरभ | Leave a Comment अगर यह बलात्कार संस्कृति नहीं है, जिसे समाज के समझदार पुरुषों और महिलाओं, संस्थानों और सरकारी अंगों द्वारा समर्थित और बरकरार रखा जाता है, तो यह क्या है? आप सभी कानून, सभी तेज़ अदालतें, यहाँ तक कि मौत की सज़ा भी ला सकते हैं, लेकिन कुछ भी नहीं बदल सकता जब तक कि एक समान […] Read more »
धर्म-अध्यात्म लेख समाज मेरे मानस के राम : अध्याय 23 August 14, 2024 / August 13, 2024 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment हनुमान लंका जलाकर लौट आए राम के पास हनुमान जी ने रावण की लंका को जलाया । इसका अभिप्राय यह नहीं है कि उन्होंने सारे लंका देश को ही जलाकर समाप्त कर दिया था। भारतीय धर्म और परंपरा भी ऐसा नहीं कहती कि निरपराध लोगों को आप अपने बल के वशीभूत होकर समाप्त कर दें। […] Read more » मेरे मानस के राम