व्यंग्य तुम आदमी हो या… January 29, 2014 / January 29, 2014 by विजय कुमार | Leave a Comment -विजय कुमार- शर्माजी को हम सबने मिलकर एक बार फिर ‘वरिष्ठ नागरिक संघ’ (वनास) का अध्यक्ष चुन लिया। तालियों की गड़गड़ाहट के बीच वर्मा जी ने उनकी झूठी-सच्ची प्रशंसा के पुल बांधे और बाबूलाल जी ने उन्हें माला पहनायी। शर्मा जी ने सबको धन्यवाद दिया और फिर परम्परा के अनुसार उनकी ओर से […] Read more » satite on politics तुम आदमी हो या...
व्यंग्य हजाम और अर्थशास्त्री के वार-पलटवार January 29, 2014 / January 29, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -डॉ. भूपेन्द्र सिंह गर्गवंशी- शाम को शहर की सड़क पर ‘इवनिंग वॉक’ के लिए निकला था, तभी एक हजाम (नाई/बारबर) का सैलून खुला दिखा। बड़ी लकदक दुकान और दूधिया प्रकाश से रौनक महंगी कुर्सियाँ और आगे-पीछे शीशे लगे हुए थे। युवा हज्जाम से सड़क की ऊबड़-खाबड़ पटरी पर खड़ा ही लगभग चिल्लाकर जोर की […] Read more » satire on indian politics हजाम और अर्थशास्त्री के वार-पलटवार
व्यंग्य चमचा महफिल का ‘वीकेंड’ सत्र January 22, 2014 / January 22, 2014 by विजय कुमार | Leave a Comment -विजय कुमार- दिल्ली में केजरी ‘आपा’ के नेतृत्व में ‘झाड़ू वाले हाथ’ की सरकार बनी तो ‘मोदी रोको’ अभियान में लगे लोगों की बांछें खिल गयीं। राहुल बाबा की खुशी तो छिपाये नहीं छिप रही थी। कई दिन बाद उन्होंने अपने यारों के साथ बैठकर ठीक से पीना-खाना किया। सबका मत था कि लड्डू […] Read more » Satire चमचा महफिल का ‘वीकेंड’ सत्र
व्यंग्य लोक धन को मनोरंजन पर खर्च न करें January 20, 2014 / January 20, 2014 by सुरेन्द्र अग्निहोत्री | Leave a Comment -सुरेन्द्र अग्निहोत्री- जिस तरह हम बोलते हैं उस तरह तू लिख, और इसके बाद भी हमसे बड़ा तू दिख, दद्दा भवानी प्रसाद मिश्र के इस बोल की तरह अपने यूपी में मीडिया पर हल्ला बोल अभियान रूपी मुलायमी फरमान से बड़ा दिखने के संकेत मिलने लगे हैं। मिले भी क्यों न ? मुलायम से […] Read more » Satire लोक धन को मनोरंजन पर खर्च न करें
व्यंग्य व्यंग्य बाण- सदस्यता अभियान January 17, 2014 / January 17, 2014 by विजय कुमार | Leave a Comment -विजय कुमार- दिल्ली में केजरी ‘आपा’ के नेतृत्व में ‘झाड़ू वाले हाथ’ की सरकार बनने पर अन्य कई लोगों की तरह शर्मा जी को भी इसमें एक आशा की किरण नजर आयी। उन्हें लगा कि यदि ‘आपा’ ऐसे ही बढ़ती रहे तो मोदी के रथ को रोकने का सोनिया मैडम और राहुल बाबा का […] Read more » AAP व्यंग्य बाण- सदस्यता अभियान
व्यंग्य वंशपूजन January 14, 2014 / January 15, 2014 by बीनू भटनागर | 1 Comment on वंशपूजन कांग्रेस पार्टी के लोग आजकल कहने लगे हैं कि उनपर वंशवाद का आरोप व्यर्थ में लगाया जाता है, क्योंकि सभी राजनैतिक पार्टियों अपने के नेताओं के बेटे बहुओं, बेटियों, दामादों, नाती-पोतों को चुनावी टिकट दे रही हैं। आम आदमी पार्टी के अलावा और कोई पार्टी इस बात से इनकार भी नहीं कर सकती। आम आदमी पार्टी का तो अभी जन्म ही हुआ है, उनके अभी बेटे बहुएं कहां से आयेंगे। हां जी, वंशवाद तो उ.प्र. का समाजवादी पार्टी का भी ग़जब है। सब यादव ही यादव… बेटा-बहू, भाई, भतीज़े, चाचा, ताऊ सभी मिलकर उत्तर प्रदेश को चला रहे हैं या जला रहे हैं। शिवसेना का वंशवाद भी भरोसे का है। बालठाकरे फिर उद्धव ठाकरे ही… ठाकरे … जब तक माता या पिता की कुर्सी सीधे सीधे उनके बच्चों को न मिले वंशवाद नहीं होता। यों तो अमिताभ बच्चन का बेटा भी फिल्मों में है, पर अमिताभ बच्चन की जगह तो नहीं है, उनसे कोसों दूर है। सुनील गवास्कर का बेटा भी क्रिकेट खेलता रहा, पर अपने पिता के आस-पास भी नहीं पंहुचा। ये वंशवाद नहीं है। कांग्रेस का वंशवाद तो वंशवाद से भी एक क़दम आगे है। ऐसा उदाहरण तो ढूंढने से भी देश […] Read more » Satire वंशपूजन
व्यंग्य सावधान! मेनका उर्वशी पधार रही हैं… January 14, 2014 / January 14, 2014 by अशोक गौतम | Leave a Comment -अशोक गौतम- उनकी सैफई को धूल चटाने के लिए हमने आनन-फानन में अपनी पार्टी के जनरल हाउस में दो मिनट में ही ध्वनि मत से यह प्रस्ताव पारित कर दिया कि हम जनता के लिए कुछ कर पाए या नहीं, पर उनकी सैफई को जवाब हम हर हाल में देकर रहेंगे! मेरे ऊपर से […] Read more » Saifai mahaotsav Satire सावधान! मेनका उर्वशी पधार रही हैं...
व्यंग्य आगे-आगे देखिये होता है क्या … January 8, 2014 / January 8, 2014 by विजय कुमार | Leave a Comment व्यंग्य बाण : पिछले दिनों सम्पन्न हुए चुनावों के परिणाम आने के बाद शर्मा जी काफी दिन उदास रहे। इस दौरान वे कुछ-कुछ आध्यात्मिक भी हो गये और नियमित रूप से पड़ोस के मंदिर में हो रही भागवत कथा में जाने लगे। एक दिन वक्ता ने सुख और दुख की व्याख्या करते हुए कहा […] Read more » आगे-आगे देखिये होता है क्या ... AAP
व्यंग्य मैरी क्रिसमस … मेक मोर बेबीज़ December 26, 2013 by एल. आर गान्धी | Leave a Comment एल आर गांधी बहुत जल्द भारत चीन को जनसँख्या में पछाड़ देगा .... क्रिसमस पर अबकि बार मैरी किसमस नहीं 'मेक मैनी बेबीज़ ' की प्रेयर की जायगी . केरल चर्च ने इसकी शुरुआत कर दी है .कैथोलिक चर्च ने यह कदम ईसाई समुदाय को मुसलमानो के संख्या बल से बढ़ते खतरे को ध्यान में […] Read more » मेक मोर बेबीज़ मैरी क्रिसमस मैरी क्रिसमस. मेक मोर बेबीज़
राजनीति व्यंग्य एक पाती राहुल बबुआ के नाम December 22, 2013 by विपिन किशोर सिन्हा | 3 Comments on एक पाती राहुल बबुआ के नाम स्वस्ति श्री लिखीं चाचा बनारसी के तरफ़ से राहुल बबुआ को ढेर सारा प्यार, दुलार, चुम्मा। इहां हम राजी-खुशी हैं और उम्मीद करते हैं कि तुम भी अरविन्द-नमो के झटके से उबरने की कोशिश कर रहे होगे। बचवा, राजनीति में हार-जीत तो लगी ही रहती है। तुम्हारी दादी को भी राजनारायण ने […] Read more » एक पाती राहुल बबुआ के नाम
व्यंग्य व्यंग्य बाण : अथ श्री महा-गारत कथा December 22, 2013 by विजय कुमार | 1 Comment on व्यंग्य बाण : अथ श्री महा-गारत कथा पिछले कई दिन से शर्मा जी सुबह-शाम टहलने नहीं आ रहे थे। ठंड में बुजुर्गों को स्वास्थ्य ठीक रखने के लिए कई तरह के सुझाव और सावधानियां बरतने को कहा जाता है। मुझे लगा कि शायद इसी कारण उन्होंने टहलने का अपना नियमित कार्यक्रम स्थगित किया है; पर जब उनसे मिले कई दिन हो गये, […] Read more » व्यंग्य बाण : अथ श्री महा-गारत कथा
व्यंग्य भैया! पापुलर तो नेपाल वाले प्रचंड भी कम नहीं हुए थे!! December 21, 2013 / December 21, 2013 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment झूठी उम्मीद, कोरा आश्वासन और दोषारोपण। गरीब देश हो अथवा समाज या आदमी। इनकी जिंदगी नियति के इसी तिराहे पर भटकते हुए खत्म हो जाती है। गरीब कोई नहीं रहना चाहता। लेकिन भारतीय संस्कृति व समाज में गरीबी की महिमा अपरंपार है। एक उम्र गुजारने के बाद हमें मालूम हुआ कि धार्मिक आयोजनों में नर – […] Read more » भैया! पापुलर तो नेपाल वाले प्रचंड भी कम नहीं हुए थे!!