कविता व्यंग्य राहुल की रामलीला September 23, 2021 / September 23, 2021 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment राहुल धरे है राम का रूप,कौशल्या किसे बनायेगे ?सोनिया जी तो घर में,कौशल्या उन्हें ही बनायेगे। लक्ष्मण जी किसकी नाक काटेगे सूपनखा किसे बनायेगे ?कांग्रेस की नाक कटेगी,या राहुल अपनी नाक कटवायेंगे। राहुल जी तो अभी तक कुवाँरे है,सीता बिन कैसे बन जायेगे ?गठबंधन में काफी सीता है,किसी एक को ब्याह कर ले जायेगे। कैकयी […] Read more » Rahul's Ramleela राहुल की रामलीला
व्यंग्य बार्टर सिस्टम September 14, 2021 / September 14, 2021 by दिलीप कुमार सिंह | Leave a Comment बरसों पहले नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने एक नारा दिया था “तुम मुझे खून दो ,मैं तुम्हें आजादी दूंगा “। अच्छी पहल थी देश में इस नारे को आज भी बहुत इज्जत दी जाती है ।लोग नेता जी के एक आह्वान पर अपना घर -बार त्याग कर अपना जीवन दांव पर लगाकर आजादी हासिल करने […] Read more » बार्टर सिस्टम
व्यंग्य स्वास्थ्य-योग बदलाव का प्रतीक है कोरोना June 6, 2021 / June 6, 2021 by नवेन्दु उन्मेष | Leave a Comment नवेन्दु उन्मेष हम जमाने से सुनते आये है कि दुनियां हमेशा से बदलती रही है। अगर दुनियानहीं बदले तो आदमी आगे नहीं बढ़ता है। दुनियां बदलती है तो आदमी भी बदलताहै। दुनिया के बदलने से प्रगति की भी लहर आती है। इसी लिए मेरा मानना हैकि कोरोना भी बदलाव का ही दूसरा रूप है। अब […] Read more » कोरोना
टेलिविज़न मीडिया व्यंग्य तबियत से उछलते समाचार May 19, 2021 / May 19, 2021 by आत्माराम यादव पीव | Leave a Comment आत्माराम यादव पीवपहले प्रिन्ट मीड़िया होती थी जिसकी खबर दूसरे दिन अखबार में पढ़ने को मिलती थी, अब इलेक्टानिक मीड़िया हो गयी, घटना घटी, स्पाट पर पहुॅचे, कैमरे लगाये और शुरू हो गये, बक-बक करने। घटना के पल झपकते ही टी.व्ही.पर, मोबाईल से व्हाटसअप-फेसबुक पर एक समाचार अनेक एंगल से प्रस्तुत होता है, ताकि पेश […] Read more » तबियत से उछलते समाचार
व्यंग्य कोरोना से लड़ना है तो ऑनलाइन चलना है May 17, 2021 / May 17, 2021 by नवेन्दु उन्मेष | Leave a Comment नवेन्दु उन्मेष कोरोना ने लोगों को बता दिया है कि कोरोना से लड़ना है तो ऑनलाइन चलना है।बगैर ऑनलाइन चले कोरोना से दो-दो हाथ नहीं किया जा सकता। सामान खरीदना हैतो ऑनलाइन खरीदो। कोरोना के अलावा अन्य बीमारियों से भी लड़ना है तोऑनलाइन डाक्टरी सलाह पर निर्भर रहना होगा क्योंकि सरकारी अस्पताल सहितअन्य अस्पतालों में […] Read more » go online to fight corona If you want to fight Corona
कविता व्यंग्य टीके का असर May 12, 2021 / May 13, 2021 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment एक सहेली ने फोन उठाया,अपनी दूसरी सहेली को फोन लगाया,बोली,”बहन तुमने टीका लगवाया,अगर लगवाया तो क्या असर पाया”। दूसरी सहेली तपाक से बोली,“मैंने अपने ही नहीं,अपने पति को भी टीका लगवाया,जिसका बहुत भयंकर असर पाया”। पहले तो उनसे लडने मे मेरापांच मिनिट मे सांस फूल जाता था,और उनका भी सांस फूल जाता थाअब तो पांच […] Read more » टीके का असर
व्यंग्य सर्वत्र व्याप्तम ‘कोरोना’ द्वितीयोनास्ति May 10, 2021 / May 10, 2021 by प्रभुनाथ शुक्ल | Leave a Comment हे ! कोरोना देव आपको नमस्कार है। क्योंकि आप चमत्कार हैं। आपका विस्तार अनंत आकाश से लेकर भूगर्भ लोक तक है। पूरी दुनिया आपके सामने नतमस्तक है और भय से कांप रही है। आपने युगों- युगों में श्रेष्ठ अकासुर- बकासुर, नरकासुर, महिषासुर जैसे दिव्य असुर शक्तियों को भी मात दे दिया है। इन सबका वध […] Read more » corona सर्वत्र व्याप्तम कोरोना
व्यंग्य सैंया भये कोतवाल May 4, 2021 / May 4, 2021 by दिलीप कुमार सिंह | Leave a Comment “हर आम -ओ- खास को इत्तला दी जाती है कि फेसबुक और व्हाट्सएप्प ग्रुप की महारानी हवाखोरी के लिये नैनीताल गयी हैं ,उनकी रियाया जो कि इल्म की भूखी है उसकी जेहनी खुराक के लिए जनाब कालीन कर्मा और मोहतरमा ओमनी शर्मा को वजीर घोषित किया जाता है ,मोहतरमा ओमनी शर्मा खरीद -बिक्री का हिसाब […] Read more » सैंया भये कोतवाल
व्यंग्य फेला होबे’ की नहीं चली गुगली, ‘खेला होबे’ डबल सैंचुरी पार… May 3, 2021 by सुशील कुमार नवीन | Leave a Comment सुशील कुमार ‘नवीन’ भाजपा के लिए बंगाल फतेह स्वप्न ही रहा। वो ‘फैला होबे, फैला होबे’ कहते रह गए, उधर दीदी ‘खेला होबे’ बोलती-बोलती हैट्रिक बना गई। हालांकि नन्दीग्राम से दीदी की हार जरूर जख्म पर मरहम है पर मलहम जरा तीखा है। जो दर्द कम करने की जगह बढ़ाएगा ही। बंगाल चुनाव में इस […] Read more » bengal election 2021 खेला होबे फेला होबे
व्यंग्य देश के हाल देखकर लगता है कि वैक्सीन नहीं राजनेताओं व चुनावी रैलियों से थर-थर डरता है कोरोना! April 21, 2021 / April 21, 2021 by दीपक कुमार त्यागी | Leave a Comment दीपक कुमार त्यागीलोगों के अनमोल जीवन को लीलने वाली कोरोना नामक घातक महामारी से सम्पूर्ण विश्व बहुत ज्यादा परेशान है, दुनिया के हालात बेहद चिंताजनक हैं। हमारा प्यारा देश भारत भी वर्ष 2020 से ही इस गंभीर बिमारी के संकट से जूझ रहा है, देश में हजारों लोग इस गंभीर बिमारी के चलते असमय काल […] Read more » it seems that Corona is not afraid of the vaccine but politicians and election rallies! Looking at the condition of the country चुनावी रैलियों से थर-थर डरता है कोरोना
व्यंग्य “खेला होबे “ April 11, 2021 / April 11, 2021 by दिलीप कुमार सिंह | Leave a Comment पूर्वी भारत से हमारे राम जय बाबू पधारे । मैंने उनको रोसगुल्ला देकर कहा- “राम राम राम जय बाबू “।जय राम बाबू चिहुंक उठे ,पसीना -पसीना हो उठे और बोले -“शत्रु से मैं खुद निबटना जनता हूँमित्र से पर ,देव!तुम रक्षा करो ” कविवर दिनकर ने ये लाइनें तुम्हारे जैसे मित्र-शत्रु के लिये ही कहीं होंगी। सही बात […] Read more » khela hobe
व्यंग्य कुविता में कविता March 30, 2021 / March 30, 2021 by दिलीप कुमार सिंह | Leave a Comment “जुड़ती है सड़क एक सड़क से बासी रोटी ने महका रखा है घर को मैं कौन,निश्चित मैं मौन हूँ टूटी हैं बेड़ियां ,लड़कर थकी नहीं,सड़क का कूड़ा , समय से लड़ती कूचीदिमाग का दही बनाती है कविता “ जी नहीं अंतिम लाइन कोई स्टेटमेंट नहीं है ,अलबत्ता कविता का ही हिस्सा है ।आजकल कुछ कविताएं […] Read more » कुविता में कविता