जन-जागरण महत्वपूर्ण लेख विविधा संस्कृत भाषा में शोध एवं गहन अध्ययन का नियंत्रण – राजीव मल्होत्रा का व्याख्यान April 7, 2016 / April 9, 2016 by प्रहरी | 2 Comments on संस्कृत भाषा में शोध एवं गहन अध्ययन का नियंत्रण – राजीव मल्होत्रा का व्याख्यान धर्मा प्रहरी यह लेख श्री राजीव मल्होत्रा के व्याख्यान पर आधारित है जो उन्होंने विश्व संस्कृत सम्मेलन, बैंकाक में २८ जून २०१५ को दिया था। इस व्याख्यान में राजीव मल्होत्रा जी ने संस्कृत भाषा और उससे सम्बंधित ज्वलंत मुद्दों को उठाया था। उन्होंने तीन मुख्य पहलुओं पर बात की थी। मल्होत्रा जी ने अपनी पुस्तक (The […] Read more » Featured spread of Sanskrit by Americans संस्कृत संस्कृत भाषा
जन-जागरण महत्वपूर्ण लेख समाज जाति पर मिशनरियों के उद्धरण April 4, 2016 by डॉ. मधुसूदन | 5 Comments on जाति पर मिशनरियों के उद्धरण डॉ. मधुसूदन (एक)अनुरोध: उद्धरण जो सीधे सीधे मिशनरियों के मुख से निकले हैं; अमरिकन प्रोफ़ेसर डर्क्स की नवीन प्रकाशित पुस्तक से (अनुवादित)उद्धरित हैं। ये, किसी हिन्दुत्ववादी के नहीं हैं। (कृपया १० मिनट निकाले, और पढें)कुछ अन्य विद्वानों को भी उद्धरित किया है। (दो) मिशनरियों का गुप्त पत्राचार: अब मिशनरियों के गुप्त पत्राचार का इतिहास खुला […] Read more » Featured जाति पर मिशनरियों के उद्धरण धर्मांतरण मिशनरियों के उद्धरण मूर्ति-पूजा और अंध-विश्वास
महत्वपूर्ण लेख पिंजरे में कैद सोने की चिड़िया : बौद्धिक आतंकवाद April 2, 2016 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment आजादी के 69 साल बाद भी हमारे देश का नागरिक आजाद नहीं है।देश आजाद हो गया लेकिन देशवासी अभी भी बेड़ियों के बन्धन में बन्धे हैं,ये बेड़ियाँ हैं अज्ञानता की,जातिवाद की,धर्म की,आरक्षण की,गरीबी की,सहनशीलता की,मिथ्या अवधारणाओं की आदि आदि। किसी भी देश की आजादी तब तक अधूरी होती है जब तक वहाँ के नागरिक […] Read more » Featured अज्ञानता आरक्षण गरीबी जातिवाद धर्म धर्म परिवर्तन पिंजरे में कैद सोने की चिड़िया बौद्धिक आतंकवाद सहनशीलता
महत्वपूर्ण लेख लेख समाज साहित्य देश का वास्तविक गद्दार कौन? गांधी-नेहरू या सावरकर, भाग-6 April 2, 2016 by राकेश कुमार आर्य | 2 Comments on देश का वास्तविक गद्दार कौन? गांधी-नेहरू या सावरकर, भाग-6 जब सुभाष के मार्गदर्शक बने वीर सावरकर जब क्रांतिवीर सावरकर ने 26 फरवरी 1966 को अपना नाशवान शरीर त्यागा तो उस समय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अपनी भावना व्यक्त करते हुए कहा था-‘‘सावरकर जी की मृत्यु से विद्यमान भारत के एक महान व्यक्ति को हमने खो दिया।’’ बात स्पष्ट है कि इंदिराजी की दृष्टि में […] Read more » who is the real traitor of India गांधी देश का वास्तविक गद्दार नेहरू सावरकर हिंदुओं का सैनिकीकरण
महत्वपूर्ण लेख लेख समाज साहित्य देश का वास्तविक गद्दार कौन? भाग-5 April 2, 2016 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on देश का वास्तविक गद्दार कौन? भाग-5 बात दिसंबर 1929 की है। यही वह वर्ष और महीना था जब कांग्रेस भारत की स्वतंत्रता के लिए अपनी पुरानी मांग ‘अधिशासी अधिराज्य’ अर्थात डोमिनियन स्टेटस-को छोडक़र पूर्ण स्वराज्य की मांग करने वाली थी, और इसी माह के अंत में कांग्रेस ने लाहौर में अपनी बैठक में पूर्ण स्वाधीनता का संकल्प प्रस्ताव पारित कर दिया। […] Read more » who is the real traitor of India गद्दार देश का गद्दार देश का वास्तविक गद्दार कौन
महत्वपूर्ण लेख विविधा शब्द झरना संस्कृति का (२) March 30, 2016 by डॉ. मधुसूदन | 10 Comments on शब्द झरना संस्कृति का (२) डॉ. मधुसूदन सारांश: (९)===>गौ के सन्तान-प्रेम का आदर्श, वत्सलता में, स्थापित कर दिया। (१०)===>वत्स,वत्सा, वत्सिका, वत्सलता या वात्सल्य, वत्सला इत्यादि। (११)===>जो व्यक्ति को ऊपर ना उठाएँ, वह संस्कृति नहीं, विकृति है। (१२)===>वत्स से निर्मित शुद्ध शब्दावली (१३)===>वत्स के प्राकृत रूप: (आठ) भाषा की श्रेष्ठता: कुछ पुनरूक्ति का दोष सहकर कहता हूँ। एक ओर गौ के […] Read more » Featured वत्सा शब्द झरना संस्कृति
महत्वपूर्ण लेख विविधा एक शब्द झरना संस्कृति का (१) March 30, 2016 by डॉ. मधुसूदन | 5 Comments on एक शब्द झरना संस्कृति का (१) -डॉ. मधुसूदन सारांश: (१) ===>शब्दों के मूल ढूंढने का छंद बडा मनोहारी होता है। (२)===>गौ के, बछडे को ही वत्स कहा जाता है। (३)===>सरगम के स्वरों में भी रँभाने के स्वर को स्थान दिया है। (४)===>पाषाण-हृदयी जन अभागे हैं। (५)===>संवेदनक्षम कवि ही, इस भाव को समझ सकता है। (६)===>कितने परदेशी भाषा वैज्ञानिक इस मिठास का […] Read more » Featured एक शब्द झरना संस्कृति का भारत की संस्कृति का सत्यानाश शब्द झरना
महत्वपूर्ण लेख राजनीति लेख समाज देश का वास्तविक गद्दार कौन? गांधी-नेहरू या सावरकर March 28, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment भाग-2 देश की राष्ट्रभाषा हिंदी के साथ कांग्रेस की दोगली और राष्ट्रद्रोही मानसिकता प्रारंभ से ही रही। वह यह निर्णय नही कर पाई कि इस देश की राष्ट्रभाषा और राजभाषा हिंदी ही रहेगी और उसे धीरे-धीरे संस्कृतनिष्ठ बनाकर देश की अन्य भाषाओं के उन शब्दों का संस्कृत मूल खोजकर भी उसमें डाला जाएगा जो थोड़े […] Read more » Featured traitor of country India गद्दार गांधी देश नेहरू सावरकर
महत्वपूर्ण लेख राजनीति समाज देश का वास्तविक गद्दार कौन? गांधी-नेहरू या सावरकर ? भाग 1 March 26, 2016 / March 30, 2016 by राकेश कुमार आर्य | 2 Comments on देश का वास्तविक गद्दार कौन? गांधी-नेहरू या सावरकर ? भाग 1 कांग्रेस ने स्वात्रय वीर सावरकर ‘गद्दार’ कहकर राष्ट्रीय भावनाओं के साथ एक बार पुन: ‘गद्दारी’ की है। वीर सावरकर एक ऐसे व्यक्तित्व का नाम है जिनका समकालीन राजनीति में हर मुद्दे पर अपना ऐसा स्पष्ट चिंतन रहा जो कालातीत बन गया, और आज तक नवीन बना हुआ है। उनकी स्पष्टवादिता और शुद्घ राष्ट्रवादी दृष्टिकोण कांग्रेस […] Read more » Featured गांधी देश का वास्तविक गद्दार नेहरू वीर सावरकर सावरकर
जरूर पढ़ें महत्वपूर्ण लेख विविधा विलियम जोन्स का षड्यंत्र March 25, 2016 / March 25, 2016 by डॉ. मधुसूदन | 11 Comments on विलियम जोन्स का षड्यंत्र डॉ. मधुसूदन सारांश: (१) छद्म संस्कृत धर्म ग्रंथ रचा जाए। (२) इसाइया की वाणी (Gospel) का संस्कृत अनुवाद किया जाए। (३) पर उसकी निराशा:==> रोम के मिशन द्वारा, हिन्दू मतांतरित नहीं होंगे। (४) मनु स्मृति में प्रक्षेपित अंश डालना। (५) ग्रंथों को भारत से बाहर भिजवाना (चोरी?) (एक) धर्म को नष्ट, और इतिहास को विकृत […] Read more » Featured भारत की पाण्डुलिपियाँ कैसे चोरी गयी भारत की बौद्धिक संपदा चुराने का षड्यंत्र? मनुस्मृति में बदलाव किए गए रॉयल एशियाटिक सोसायटी का षड्यंत्र विलियम जोन्स संस्कृत की पाण्डु लिपियाँ
महत्वपूर्ण लेख विविधा साहित्य आपका सुंदर नाम रचिए। March 6, 2016 by डॉ. मधुसूदन | 3 Comments on आपका सुंदर नाम रचिए। डॉ. मधुसूदन (एक) प्रवेश: शायद आप कविता नहीं करते, पर कवियों या कवयित्रियों की भाँति अपना अलग और अच्छा-सा नाम अवश्य रच सकते हैं। आज आप को, ऐसे नाम रचने की सरल विधि समझाने का उद्देश्य है। विषय विस्तृत है, इस लिए कुछ ही उदाहरणों से इसे विशद किया जाएगा। कवि और कवयित्रियाँ, ऐसे सुन्दर […] Read more » Featured आपका सुंदर नाम रचिए।
महत्वपूर्ण लेख विविधा भारतीय राष्ट्रीय ध्वज की विकास यात्रा व महत्ता February 20, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा.राधेश्याम द्विवेदी भारतीय राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा का अपना विशेष महत्व व स्थान रहा है। इस प्रतीक के माध्यम से हमने देश की आजादी को एक लम्बी लड़ाई के माध्यम से प्राप्त किया है। इसके सम्मान तथा आन, बान और शान के लिए कितने गुमनाम शहीदों ने अपनी कुरबानियां दी है। आज भी भारतीय सेना इसके […] Read more » Featured importance of national flag भारतीय राष्ट्रीय ध्वज की विकास यात्रा व महत्ता