धर्म-अध्यात्म महत्वपूर्ण लेख राजनीति हिन्दू संस्थाओं पर राजनीतिक भेद-भाव : शंकर शरण April 20, 2012 / April 20, 2012 by शंकर शरण | 1 Comment on हिन्दू संस्थाओं पर राजनीतिक भेद-भाव : शंकर शरण डॉ. भीमराव अंबेदकर ने कहा था कि हमारा संविधान सेक्यूलर नहीं क्योंकि “यह विभिन्न समुदायों के बीच भेद-भाव करता है।” यह तब की बात है, जब संविधान की प्रस्तावना में छेड़-छाड़ नहीं हुई थी। आज इस बिन्दु पर, धार्मिक भेद-भाव और सेक्यूलरिज्म पर, एक दोहरी विडंबना पैदा हो चुकी है। एक ओर सन् 1976 में […] Read more » धर्मनिरपेक्षता हिंदू संस्था
महत्वपूर्ण लेख राजनीति यदि राहुल ‘ब्राह्मण’ तो सोनियाजी क्या हैं? / अम्बा चरण वशिष्ठ April 16, 2012 / April 16, 2012 by अम्बा चरण वशिष्ठ | 9 Comments on यदि राहुल ‘ब्राह्मण’ तो सोनियाजी क्या हैं? / अम्बा चरण वशिष्ठ गान्धी परिवार अपने आप को पंथनिरपेक्ष बताता है। दावा करते हैं कि उनकी राजनीति जाति और धर्म से ऊपर है। धर्मनिरपेक्ष होना और जातिवाद में आस्था न रखने का अर्थ यह नहीं होता कि व्यक्ति की कोई जाति नहीं है, धर्म नहीं। पण्डित जवाहरलाल नेहरू धर्मनिरपेक्ष थे और जातिवाद के विरोधी। इसके बावजूद उन्होंने कभी […] Read more » ब्राह्मण राहुल गांधी
महत्वपूर्ण लेख विविधा सभी मित्रों से एक महत्त्वपूर्ण अपील / विपिन किशोर सिन्हा April 14, 2012 / April 14, 2012 by विपिन किशोर सिन्हा | 4 Comments on सभी मित्रों से एक महत्त्वपूर्ण अपील / विपिन किशोर सिन्हा राजेश एक ३५ वर्षीय युवक है। उसके तीन बेटियां हैं। वह राजमिस्त्री का काम करता है। उसकी पत्नी कई घरों में झाड़ू-पोंछा का काम करती है। वह सपरिवार मेरी ही कालोनी में रहता है। गत वर्ष नवंबर में राजेश काम करते समय निर्माणाधीन दुमंजिले मकान की छत से गिर गया। सीने और घुटने में भयंकर […] Read more »
महत्वपूर्ण लेख लेख अर्थवाही शब्द रचना-डॉ.मधुसूदन March 30, 2012 / July 22, 2012 by डॉ. मधुसूदन | 19 Comments on अर्थवाही शब्द रचना-डॉ.मधुसूदन सूचना: एकाग्रता बनाए रखे, और कुछ समझते समझते, धीरे धीरे पढें, मैं मेरी ओर से पूरा प्रयास करूंगा, विषय को सरल बनाने के लिए। –धन्यवाद। (१) अर्थवाही भारतीय शब्द तेल शब्द कहांसे आया? तो पढा हुआ समरण है, कि तेल शब्द का मूल ”तिल” है। अब तिल को निचोडने से जो द्रव निकला उसे ”तैल” […] Read more » formation of words अर्थवाही शब्द रचना
महत्वपूर्ण लेख हिंद स्वराज रक्षा सौदों में गड़बड़ी March 28, 2012 by हिमकर श्याम | Leave a Comment हिमकर श्याम भारतीय सेना एक प्रतिष्ठित और भरोसेमंद संगठन है. भारतीय सेना को इस बात का श्रेय प्राप्त है कि वह अपने प्रति जनता के सम्मान, विश्वास और भरोसे को बनाये रखने में अब तक सफल रही है. समय-समय पर सेना में उठनेवाले भ्रष्टाचार के मामले भरोसे की इस नींव को हिलाने का काम करते […] Read more » corruption in defence रक्षा सौदों में गड़बड़ी
महत्वपूर्ण लेख समाज कहाँ जा रहा है लोकतंत्र: सुप्रीम कोर्ट के भरोसे चल रहा है देश March 28, 2012 / July 22, 2012 by भार्गव चन्दोला | 2 Comments on कहाँ जा रहा है लोकतंत्र: सुप्रीम कोर्ट के भरोसे चल रहा है देश भार्गव चन्दोला क्या हो गया है लोकतंत्र को जब राजनीतिक पार्टियों का अपने नेताओं अपने कार्यकर्ताओं पर ही विश्वाश नहीं हैं तो वो जनता के विश्वाश पर कैसे खडे उत्तरेंगे ? बी.जे.पी. ने अपने उत्तराखंड के सभी विधायक उज्जैन में एकत्रित कर रखे थे और सभी विधायकों के मोबाइल भी ले रखे थे ताकि वो […] Read more » democracy and Supreme Court लोकतंत्र सुप्रीम कोर्ट
महत्वपूर्ण लेख व्यंग्य व्यंग्य/ क्या मैं तुम्हें सोनिया गांधी लगता हूं? February 28, 2012 / April 13, 2012 by अम्बा चरण वशिष्ठ | 1 Comment on व्यंग्य/ क्या मैं तुम्हें सोनिया गांधी लगता हूं? अम्बा चरण वशिष्ठ कल मेरी एक पत्रकार से भेंट हो गयी। मुझे कहने लगा कि मैं तुम्हारा साक्षात्कार लेना चाहता हूँ। मैंने कहा, तुझे कोई और नहीं मिला? मैं कौन सा इतना बड़ा नेता हूँ कि तू मेरा साक्षात्कार लेगा? पर वो न माना। कहने लगा देखो, बड़े-बड़े लोग मेरे पीछे पड़े रहते हैं कि […] Read more » सोनिया गांधी
महत्वपूर्ण लेख विविधा विचारधारा के पूर्वग्रह February 27, 2012 / April 13, 2012 by अनंत विजय | Leave a Comment अनंत विजय जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में विवादास्पद लेखक सलमान रश्दी को वहां आने से रोकने और वीडियो कांफ्रेंसिंग को रुकवाने में सफलता हासिल करने के बाद कट्टरपंथियों और कठमुल्लों के हौसले बुलंद हैं। राजस्थान की कांग्रेस सरकार के घुटने टेकने के बाद अब बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने भी चंद कट्टरपंथियों के आगे घुटने […] Read more » एमएफ हुसैन तस्लीमा नसरीन
महत्वपूर्ण लेख विविधा शब्द वृक्ष – डॉ. मधुसूदन February 26, 2012 / February 26, 2012 by डॉ. मधुसूदन | 25 Comments on शब्द वृक्ष – डॉ. मधुसूदन प्रवेश: सूचना –> एकाग्रता से, धीरे-धीरे, कुछ विचार-करते करते इसे पढने का अनुरोध करता हूँ। यह लेख कुछ कठिन प्रतीत होगा। उसे सरल बनाने के लिए कठिन व्याकरणीय संकल्पनाओं को छोड़कर लिखने का प्रयास किया है। समय देकर एकाग्रता से, धीरे-धीरे, कुछ विचार करते-करते इसे पढ़ने का अनुरोध करता हूँ। (१)संस्कृत व्याकरण संस्कृत व्याकरण में, […] Read more » भारतीय भाषा शब्द रचना
महत्वपूर्ण लेख विविधा आपरेशन बटाला हाउस के शहीद इन्स्पेक्टर मोहनचन्द शर्मा February 23, 2012 / February 27, 2012 by विपिन किशोर सिन्हा | 5 Comments on आपरेशन बटाला हाउस के शहीद इन्स्पेक्टर मोहनचन्द शर्मा कलम आज उनकी जय बोल विपिन किशोर सिन्हा १९ सितंबर, २००८ को सवेरे दिल्ली पुलिस को यह खुफिया जानकारी मिली कि नई दिल्ली के जामिया नगर क्षेत्र की चार मंजिली इमारत बटाला हाउस में पांच खूंखार आतंकवादी भविष्य के वारदात की योजना बना रहे हैं। दिल्ली पुलिस के इन्सपेक्टर मोहनचन्द शर्मा ने अविलंब कार्यवाही का […] Read more » mohanchand sharma
महत्वपूर्ण लेख तसलीमा नसरीन का कसूर February 3, 2012 / April 13, 2012 by शंकर शरण | 5 Comments on तसलीमा नसरीन का कसूर शंकर शरण बंगलादेशी लेखिका तसलीमा की आत्मकथा के नए खण्ड ‘निर्वासन’ का विमोचन समारोह कोलकाता पुस्तक मेले में रद्द कर दिया गया। क्योंकि इस्लामी उग्रवादियों ने विरोध किया। ऐसी पुस्तक जो अभी सामने आई भी नहीं, न लेखिका उस कार्यक्रम में उपस्थित होने वाली थी। फिर भी उग्रवादियों को उस के विमोचन से आपत्ति थी! […] Read more » autobiography of Taslima nirvasan by Taslima nasrin Taslima Nasrin तसलीमा नसरीन का कसूर बंगलादेशी लेखिका तसलीमा की आत्मकथा ‘निर्वासन’
महत्वपूर्ण लेख विविधा साहित्य ॥अमृत भाषा संस्कृत॥- डॉ. मधुसूदन उवाच January 19, 2012 / June 6, 2012 by डॉ. मधुसूदन | 23 Comments on ॥अमृत भाषा संस्कृत॥- डॉ. मधुसूदन उवाच (१) सुस्वागतम् यवन देशे” २६ अप्रैल २००७ को भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. अब्दुल कलाम जी ग्रीस देश गए थे। वहाँ आप के स्वागत समारम्भ में ग्रीस के राष्ट्रपति श्री कार्लोस पम्पाडॅलिस ने “राष्ट्रपति महाभाग। सुस्वागतम् यवन देशे” इस संस्कृत वाक्य से अपने भाषण का प्रारंभ कर स्वागत किया था । अपने भाषण में उन्हों […] Read more » Sanskrit संस्कृत