वर्त-त्यौहार विविधा रक्षाबंधनः भारतीय संस्कृति का प्रतिनिधि पर्व August 28, 2015 by डॉ. सौरभ मालवीय | Leave a Comment डा. सौरभ मालवीय रक्षाबंधन भारतीय संस्कृति का प्रतिनिधि पर्व है ।अनेकानेक श्रेष्ठतम आदर्शों उच्चतम प्रेरणाओ,महान प्रतिमानों और वैदिक वांग्मय से लेकर अद्यतन संस्कृति तक फैले हुए भारतीयता के समग्र जीवन का प्राण है|यह पर्व श्रावण शुक्ल पूर्णिमा को आयोजित किया जाता जाता है, जब चन्द्रमा श्रवण नक्षत्र में विचरण करते हों तो यह पर्व आता है। […] Read more » रक्षाबंधन
वर्त-त्यौहार विविधा समाज इतिहास के आइने में रक्षाबंधन का पर्व August 28, 2015 / August 29, 2015 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग रक्षाबंधन हिन्दुओं का प्रमुख त्यौहार है। श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाने वाला यह त्यौहार भाई बहन के प्यार का प्रतीक है। सात्विकता एवं पवित्रता का सौंदर्य लिए यह त्यौहार सभी जन के हृदय को अपनी खुशबू संवेदनाओं से महकाता है। इस दिन सभी बहने अपने भाइयों की कलाई पर […] Read more »
महिला-जगत वर्त-त्यौहार विविधा रूढिय़ों से मुक्त करेंगी हमारी बेटियां April 15, 2015 by मनोज कुमार | Leave a Comment मनोज कुमार भारतीय उत्सव एवं तीज-त्योहारों में एक प्रमुख और शुभ दिन यूं तो अक्षय तृतीया को माना गया है किन्तु यह दिन भारतीय समाज के लिये कलंक का दिन भी होता है जब सैकड़ों की संख्या में दुधमुंहे बच्चों को शादी के बंधन में बांध दिया जाता है. समय परिवर्तन के साथ सोच में […] Read more » Featured आत्मनिर्भर बनती बेटियां आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनती बेटियां बेटियां रूढिय़ों से मुक्त
वर्त-त्यौहार हिन्दू नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का विशेष महत्व March 21, 2015 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment मृत्युंजय दीक्षित पूरा विश्व आमतौर पर एक जनवरी को नववर्ष बड़ी धूमधाम के साथ मनाता है लेकि हिंदूधर्म का नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन प्रारम्भ होता है । हिंदी पचंाग में इस तिथि का बहुत अधिक महत्व है। यह दिन अनेक ऐतिहासिक पलों या फिर कई घटनाओं को एक बार फिर याद करने का […] Read more » चैत्र शुक्ल प्रतिपदा हिन्दू नववर्ष
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म पर्व - त्यौहार महिला-जगत वर्त-त्यौहार साहित्य गणगौर: महिलाओं के सौभाग्य का लोकपर्व March 17, 2015 / March 18, 2015 by ललित गर्ग | Leave a Comment राजस्थान अपने यहां आयोजित होने वाले सांस्कृतिक एवं धार्मिक मेलांे एवं उत्सवों के लिये प्रसिद्ध है। गणगौर इसे और विशिष्ट रूप प्रदान करता है। गणगौर का त्यौहार सदियों पुराना हैं। हर युग में कुंआरी कन्याओं एवं नवविवाहिताओं का ही नहीं अपितु संपूर्ण मानवीय संवेदनाओं का गहरा संबंध इस पर्व से जुड़ा रहा है। यद्यपि इसे […] Read more » गणगौर गणगौर: महिलाओं के सौभाग्य का लोकपर्व महिलाओं का लोकपर्व लोकपर्व
वर्त-त्यौहार होलीःराक्षसी शक्तियों के दहन का पर्व March 7, 2015 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on होलीःराक्षसी शक्तियों के दहन का पर्व प्रमोद भार्गव होली एक प्राचीन त्योहार है। पौराणिक कथाओं के अनुसार मुख्य रुप से यह बुराई पर अच्छाई की विजय का पर्व है। भारत और चीन में इसे, इसी परिप्रेख्य में मनाने की परंपरा है। आज इस पर्व को मूल-अर्थों में मनाना ज्यादा प्रासंगिक है। क्यांेकि नैतिकता-अनैतिकता के सभी मापदण्ड खोटे होते जा रहे […] Read more » राक्षसी शक्तियों के दहन का पर्व होली
वर्त-त्यौहार होली है असत्य पर सत्य की विजय का पर्व February 23, 2015 / February 24, 2015 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग भारत संस्कृति में त्योहारों एवं उत्सवों का आदि काल से ही काफी महत्व रहा है। होली भी एक ऐसा ही त्योहार है, जिसका धार्मिक ही नहीं बल्कि सांस्कृतिक दृष्टि से विशेष महत्व है। पौराणिक मान्यताओं की रोशनी में होली के त्योहार का विराट् समायोजन बदलते परिवेश में विविधताओं का संगम बन गया है। […] Read more » असत्य पर सत्य की विजय का पर्व होली
वर्त-त्यौहार महाशिवरात्रि का पर्व और भगवान शिव की महिमा February 17, 2015 / February 17, 2015 by मृत्युंजय दीक्षित | 8 Comments on महाशिवरात्रि का पर्व और भगवान शिव की महिमा मृत्युंजय दीक्षित महाशिवरात्रि का पर्व फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाने वाला एक महान पर्व है। इस पवित्र दिन लगभग पूरा भारत शिव भक्ति में तल्लीन हो जाता है और भगवान शिव के चरणों में अपने आप को अर्पित कर पुण्य अर्पित करना चाहता है। ज्योतिशशास्त्र के अनुसार प्रतिपदा आदि […] Read more » भगवान शिव की महिमा महाशिवरात्रि का पर्व
वर्त-त्यौहार होली आषाढ़ी-रबी फसल व ऋतु परिवर्तन के स्वागत का पर्व February 14, 2015 / February 14, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment प्रत्येक वर्ष फाल्गुन महीने की पूर्णिमा को होली का पर्व देश भर में मनाया जाता है। पूर्णिमा के दिन लकडि़यों वा काष्ठ को इकट्ठा कर रात्रि में होली जलाई जाती है व उसके अगले दिन रंगों से होली खेली जाती है। यह पर्व कब आरम्भ हुआ इसका इतिहास में कहीं विवरण उपलब्ध नहीं है। इस […] Read more » ‘होली आषाढ़ी-रबी फसल ऋतु परिवर्तन के स्वागत का पर्व’
वर्त-त्यौहार भगवान् सहस्त्रबाहू जयंती पर विशेष November 3, 2014 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment बहुत व्यापक है कलार शब्द के अर्थ कलार शब्द का शाब्दिक अर्थ है मृत्यु का शत्रु, या काल का भी काल, या मृत्युंजय अर्थात हैहय वंशियों को बाद में काल का काल की उपाधि दी जानें लगी जो शाब्दिक रूप में बिगड़ते हुए काल का काल से कल्लाल हुई और फिर कलाल और अब कलार […] Read more » भगवान् सहस्त्रबाहू जयंती
वर्त-त्यौहार छठ पूजा की आस्था : सियांग से यमुना तक November 3, 2014 by राजीव पाठक | Leave a Comment कई वर्षों बाद मैं भी इस बार छठ पूजा पर दिल्ली में हीं हूँ. दिल्ली के नज़ारे बहुत कुछ बदल गए है. फेसबुक पर ट्रेंड में छठ सबसे ऊपर चल रहा है. दिल्ली के उपराज्यपाल ने छठ पर एक दिवसीय अवकास की औपचारिक […] Read more » छठ पूजा की आस्था
जन-जागरण वर्त-त्यौहार ‘महर्षि दयानन्द और गोवर्धन पर्व’ October 24, 2014 by मनमोहन आर्य | 2 Comments on ‘महर्षि दयानन्द और गोवर्धन पर्व’ ओ३म् गोवर्धन पर्व पर महर्षि दयानन्द महाभारत काल के बाद से अब तक के वेदों के सबसे महान ऋषि व विद्वान थे। ईश्वरीय ज्ञान वेद में गो की स्तुति की गई है। अतः स्वाभाविक था कि महर्षि दयानन्द भी गो भक्ति करें और उसका प्रचार करें। गो भक्ति क्या है? गो के प्रति आदर […] Read more » ‘महर्षि दयानन्द और गोवर्धन पर्व’