राजनीति विधि-कानून कानूनी सख्ती के बावजूद क्यों पनप रही है बाल-तस्करी April 8, 2024 / April 8, 2024 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग- देश की राजधानी दिल्ली में तमाम जांच एजेंसियों की नाक के नीचे नवजात बच्चों की खरीद-फरोश्त की मंडी चल रही थी जहां दूधमुंहे एवं मासूम बच्चों को खरीदने-बेचने का धंधा चल रहा था। दिल्ली की ‘बच्चा मंडी’ के शर्मनाक एवं खौफनाक घटनाक्रम का पर्दापाश होना, अमानवीतया एवं संवेदनहीनता की चरम पराकाष्ठा है। जिसने […] Read more » पनप रही है बाल-तस्करी बाल-तस्करी
लेख विधि-कानून आखिर वकीलों ने वकीलों के खिलाफ चिट्ठी क्यों लिखी? April 4, 2024 / April 4, 2024 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग- न्यायिक बिरादरी में गलत को सही ठहराने के लिये एक-दूसरे के पैरों के नीचे से फट्टा खींचने की कोशिशें अक्सर होती रही है। भले ही इससे देश कमजोर हो, राष्ट्रीय मूल्यों पर आघात लगता हो। लोकतंत्र के चार स्तंभों में महत्वपूर्ण इस न्यायिक बिरादरी ने राजनीतिक अपराधियों, घोटालों और भ्रष्टाचार के दोषियों को […] Read more » why did the lawyers write letters against the lawyers?
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म लेख विधि-कानून विश्व की एकमात्र पाप-नाशिनी है नर्मदा जिसका कंकड़ भी नर्मदेश्वर शिवलिंग बन जाता है। January 29, 2024 / January 29, 2024 by आत्माराम यादव पीव | Leave a Comment आत्माराम यादव पीव समूचे विश्व में जो दिव्य व रहस्यमयी है तो वह नर्मदा। नर्मदा का वर्णन चारों वेदों की व्याख्या में विष्णु के अवतार वेदव्यास जी ने स्कन्द पुराण के रेवाखंड में किया है। रामायण और महाभारत में भी नर्मदा का उल्लेख मिलता है। कालिदास ने नर्मदा को सोमप्रभवा कहा है और रघुवंश में […] Read more » पाप-नाशिनी नर्मदा
राजनीति विधि-कानून भारतीय संविधान: शिरोधार्य हो रामत्व January 29, 2024 / January 29, 2024 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment प्रवीण गुगनानी रामराज्य एक सनातनी शासन पद्धति है, इस तथ्य को गर्वपूर्वक स्वीकारना चाहिये। जब हेग कन्वेंशन में, युद्ध नियम हमारे सनातनी शास्त्रों से ग्रहण किए जा सकते हैं तो फिर रामराज्य को सनातनी मानने में संकोच क्यों?! यह सर्वसमावेशी, सर्वव्यापी, सर्वस्पर्शी शासन पद्धति है। भारतीय समाज में व भारतीय संविधान में “श्रीराम” का केवल […] Read more » भारतीय संविधान भारतीय संविधान शिरोधार्य हो रामत्व शिरोधार्य हो रामत्व
लेख विज्ञान विधि-कानून विविधा न्यू कोचिंग पालिसी से शिक्षा में आयेंगे सुधार ! January 24, 2024 / January 24, 2024 by सुनील कुमार महला | Leave a Comment हाल ही में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने कोचिंग संस्थानों के लिए नए दिशानिर्देशों की घोषणा की है, जो बहुत ही स्वागत योग्य कदम है। वास्तव में शिक्षा मंत्रालय द्वारा ये कदम कोचिंग संस्थानों को विनियमित करने के लिए दिशा-निर्देश एक कानूनी ढांचे(लीगल फ्रेमवर्क ) की आवश्यकता को पूरा करने के साथ साथ ही बेतरतीब तरीके […] Read more » New coaching policy New coaching policy will bring improvements in education
लेख विधि-कानून समाज लिव इन रिलेशन – क़ानून बनने के बाद भी विरोध जारी December 13, 2023 / December 13, 2023 by निर्मल रानी | Leave a Comment निर्मल रानी लिव-इन रिलेशनशिप अर्थात ‘स्वैच्छिक सहवास’ को हमारे देश में क़ानूनी मान्यता हासिल हो चुकी है। भारत में लिव-इन रिलेशनशिप को जब कानूनी मंज़ूरी मिली थी, उस समय बद्री प्रसाद बनाम डायरेक्टर ऑफ़ कंसॉलिडेशन नामक एक मुक़द्द्मे में सर्वोच्च न्यायलय ने पहली बार लिव-इन रिलेशनशिप को वैध ठहराया था। इसके बाद 2010 में महिलाओं की […] Read more » लिव इन रिलेशन - क़ानून
लेख विधि-कानून विविधा समाज आवारा पशुओं का बढ़ता आतंक November 2, 2023 / November 2, 2023 by निर्मल रानी | Leave a Comment निर्मल रानी हमारे देश का सत्ता नेतृत्व देश के आमजन की सुरक्षा की चाहे जितनी बातें करे ,अपनी तुलना स्वयंभू रूप से पश्चिमी देशों से करने लगे और इसी मुग़ालते में स्वयं को विश्व गुरु भी बताने लग जाये परन्तु हक़ीक़त तो यह है कि हमारे देश में किसी भी साधारण व्यक्ति चाहे वह बच्चा […] Read more »
लेख विधि-कानून विविधा अजन्मे बच्चे के अधिकारों की रक्षा का बड़ा मानवीय फैसला October 18, 2023 / October 18, 2023 by ललित गर्ग | Leave a Comment – ललित गर्ग-सुप्रीम कोर्ट की चौखट पर कभी-कभी नैतिक एवं मानवीय मूल्यों से जुड़े मुद्दे भी विचाराधीन आते हैं, भारतीय न्यायालय की विशेषता रही है कि वह ऐसे मामलों को गंभीरता से लेते हुए अनूठे फैसले लेकर मानवीय एवं नैतिक मूल्यों को मजबूती दी है। ऐसे ही एक मामले में अजन्मे बच्चे की नैतिकता के […] Read more » अजन्मे बच्चे के अधिकारों की रक्षा
विधि-कानून पटना उच्च न्यायालय का फैसला भारत संघ की राजभाषा हिंदी में आना शुरू हुआ। October 16, 2023 / October 16, 2023 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment उत्तर प्रदेश इलाहबाद उच्च न्यायालय की तरह बिहार, राजस्थान और मध्यप्रदेश के उच्च न्यायालयों में भी अंग्रेजी के अतिरिक्त हिंदी के प्रयोग का प्रावधान है। लेकिन जहाँ इलाहबाद उच्च न्यायालय बहुत लंबे समय से हिंदी में निर्णय दिए जाते रहे हैं बिहार में कदम कदम पर इसके लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। मा. प्रधानमंत्री […] Read more »
राजनीति विधि-कानून महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम October 3, 2023 / October 3, 2023 by डॉ. प्रियंका नितिन वर्मा | Leave a Comment नारी शक्ति वंदन अधिनियम -डॉ. प्रियंका नितिन वर्मा भारतीय जनता पार्टी की सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समय-समय पर दोहराया है कि उनकी सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए हर संभव प्रयास करेगी। नारी शक्ति वंदन अधिनियम इसी प्रयास का परिणाम है। हाल ही में लोकसभा और राज्यसभा दोनों […] Read more » नारी शक्ति वंदन अधिनियम
लेख विधि-कानून समाज अब अदालतें भी चिन्तित हैं माता-पिता की उपेक्षाओं पर September 12, 2023 / September 12, 2023 by ललित गर्ग | Leave a Comment – ललित गर्ग –नये बन रहे समाज एवं पारिवारिक संरचना में माता-पिता का जीवन एक त्रासदी एवं समस्याओं का पहाड़ बनता जा रहा है, समाज में बच्चों के द्वारा बुजुर्ग माता-पिता की उपेक्षाओं एवं उनके प्रति बरती जा रही उदासीनता इतनी अधिक बढ़ गयी है कि अदालतों को दखल देना पड़ रहा है। माता-पिता भोजन-पानी, […] Read more » Now the courts are also worried about the neglect of parents माता-पिता की उपेक्षा
लेख विधि-कानून वक़्फ़ बोर्ड के बुरे दिन शुरू हो गए हैं. September 4, 2023 / September 4, 2023 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment ….. अब सुप्रीम कोर्ट ने 23/06/2023 शुक्रवार को ये स्पष्ट आदेश पारित कर दिया है कि ….. 1947 से पहले ट्रांसफर किये गए किसी भी संपत्ति पर वक्फ बोर्ड का अधिकार नहीं होगा क्योंकि उसके कागज मान्य नहीं होंगे। इसके अलावा… 1947 के बाद भी जिन संपत्तियों पर वक्फ बोर्ड अपना अधिकार जताता है… उनके […] Read more » The bad days of Waqf Board have begun.