जरूर पढ़ें नेताजी की शर्मनाक उपेक्षा January 24, 2014 / January 24, 2014 by अभिषेक रंजन | 2 Comments on नेताजी की शर्मनाक उपेक्षा -अभिषेक रंजन- चित्र संसद भवन में नेताजी की याद में आयोजित समारोह का है. नेताजी की 117 वी जयंती थी, जिसके उपलक्ष्य में संसद भवन परिसर में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था. लेकिन इस कार्यक्रम में लालकृष्ण आडवाणी को छोड़कर कोई भी जाना पहचाना चेहरा श्रद्धांजलि देने नहीं पहुंचा. यही नहीं, गांधी परिवार से जुड़े लोगों की […] Read more » subhash chandra bose नेताजी की शर्मनाक उपेक्षा
जरूर पढ़ें गणतंत्र की मूल भावना को कब समझेंगे हम? January 24, 2014 / January 24, 2014 by योगेश कुमार गोयल | Leave a Comment गणतंत्र दिवस पर विशेष -योगेश कुमार गोयल- हर साल की भांति एक और गणतंत्र दिवस हमारी चौखट पर दस्तक दे चुका है। इसमें कोई संदेह नहीं कि यह हर राष्ट्रप्रेमी के लिए गर्व का दिन है, क्योंकि देश की आजादी के बाद अपना खुद का संविधान बनाकर 26 जनवरी 1950 के दिन इसे लागू […] Read more » Problems with Republic day गणतंत्र की मूल भावना को कब समझेंगे हम?
जरूर पढ़ें अब मुसलमानों के लिए अछूत नहीं है भाजपा January 20, 2014 / January 20, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 2 Comments on अब मुसलमानों के लिए अछूत नहीं है भाजपा -जितेंद्र दवे- भारत की राजनीति में मुस्लिम दखल की अहमियत को कोई भी नकार नहीं सकता. आज़ादी के पहले से ही हमारी राजनीति को मुस्लिम समाज प्रभावित करता रहा है. मुस्लिम मतों को अपनी तरफ खींचने मे नेहरु से लेकर इंदिरा तक सभी कांग्रेसी दिग्गज चैम्पियन रहे. हालांकि कांग्रेस को लगातार समर्थन और सत्ता की चाबी सौंपने के […] Read more » bjp Muslim अब मुसलमानों के लिए अछूत नहीं है भाजपा
जरूर पढ़ें हेलीकॉप्टर खरीद सौदा रद्द करने के मायने January 9, 2014 / January 9, 2014 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on हेलीकॉप्टर खरीद सौदा रद्द करने के मायने संदर्भः- हेलीकॉप्टर घूसकांड में केंद्र सरकार का अहम फैसला- -प्रमोद भार्गव- केंद्र की डॉ. मनमोहन सिंह नेतृत्व वाली सरकार ने वीवीआईपी हेलीकॉप्टर खरीद सौदा रद्द करके देश की आवाम को संदेश दिया है कि वह अब भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ती दिखना चाहती है। हालांकि रक्षा मंत्री एके एंटानी ने पिछले साल ही इस सौदे […] Read more » Hellicopter deal dispute हेलीकॉप्टर खरीद सौदा रद्द करने के मायने
जरूर पढ़ें हमारा परमोच्च शब्द रचना शास्त्र, भाग – एक November 14, 2013 by डॉ. मधुसूदन | 11 Comments on हमारा परमोच्च शब्द रचना शास्त्र, भाग – एक डॉ. मधुसूदन सारांश: ॐ– शब्द का – पहले पहले परिपूर्ण विश्लेषण करनेवाला देश?– भारत । ॐ– “भाषा विज्ञान में, पश्चिम की अपेक्षा २५ शतियाँ आगे कौन देश? —भारत।”—-भाषा विज्ञानी” नओम चॉम्स्की। ॐ– “किस देशका व्याकरण संगणकों में, योजा गया? —भारत का। ॐ– “किस देश का भाषाविज्ञान विश्व-श्रेष्ठ?”–भारत का। ——प्राच्यविद “फ्रिट्ज़ स्टाल” (एक ) नवीन […] Read more »
जरूर पढ़ें महत्वपूर्ण लेख मीडिया प्रवक्ता पर पधारे पंकज झा : शास्त्रार्थ की भारतीय परंपरा और प्रवक्ता October 16, 2013 / October 18, 2013 by पंकज झा | 11 Comments on प्रवक्ता पर पधारे पंकज झा : शास्त्रार्थ की भारतीय परंपरा और प्रवक्ता प्रवक्ता की पांचवीं सालगिरह सार्थक हो रही है। इसके प्रारंभिक टोली के सदस्य पंकज झा, जो रूठ गए थे, फिर से हम सबकी इच्छाओं का सम्मान करते हुए करीब 3 साल बाद प्रवक्ता पर लौट आए हैं। एक वाकया, जो वेबमीडिया पर सर्वाधिक चर्चित प्रकरण बना, से उन्हें तकलीफ हुई और उन्होंने प्रवक्ता से स्वयं […] Read more » परंपरा प्रवक्ता डॉट कॉम बहस शास्त्रार्थ
जरूर पढ़ें महत्वपूर्ण लेख मीडिया प्रवक्ता का “अमानी” नेतृत्व / डॉ. मधुसूदन October 14, 2013 / October 14, 2013 by डॉ. मधुसूदन | 1 Comment on प्रवक्ता का “अमानी” नेतृत्व / डॉ. मधुसूदन ‘प्रवक्ता डॉट कॉम’ और ‘डॉ. मधुसूदन’ एकाकार हो गए हैं। पर्याय जैसे। जहां कहीं भी ‘प्रवक्ता’ की चर्चा चलती है तो सबसे अधिक अमेरिका में रहनेवाले प्रवक्ता के नियमित लेखक डॉ. मधुसूदनजी के लेखों के बारे में बात होती है। उनका स्वदेश प्रेम, भारतीयता में अटूट आस्था, हिंदी और संस्कृत के पक्ष में खड़ा होना…यह […] Read more » प्रवक्ता का "अमानी" नेतृत्व
जरूर पढ़ें प्रवक्ता न्यूज़ महत्वपूर्ण लेख मीडिया ‘प्रवक्ता सम्मान – 2013 की घोषणा October 13, 2013 / October 14, 2013 by प्रवक्ता ब्यूरो | 9 Comments on ‘प्रवक्ता सम्मान – 2013 की घोषणा ‘प्रवक्ता डॉट कॉम’ के पांच वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में हम ‘प्रवक्ता सम्मान’ से 16 लेखकों को सम्मानित कर रहे हैं। यह सम्मान आगामी 18 अक्टूबर 2013 को स्पीकर हॉल, कांस्टिट्यूशन क्लब, नई दिल्ली में प्रदान किया जाएगा। (नोट : कार्यक्रम के विस्तृत विवरण के लिए कार्ड पर क्लिक करें।) 16 अक्टूबर 2008 को […] Read more » प्रवक्ता सम्मान 2013
जरूर पढ़ें विविधा वेदों ने गौ माता को अवध्या कहकर पूजनीया माना है October 2, 2013 by राकेश कुमार आर्य | 15 Comments on वेदों ने गौ माता को अवध्या कहकर पूजनीया माना है राकेश कुमार आर्य वैदिक संस्कृति संसार की सर्वोत्तम संस्कृति है। इस संस्कृति ने अहिंसा को धर्म के दस लक्षणों में जीवन को उन्नतिशील बनाने वाले दस यम नियमों में प्रमुख स्थान दिया है। इसने दुष्ट की दुष्टता के दमन के लिए मन्यु की अर्थात सात्विक क्रोध की तो कामना की है, परंतु अक्रोध को धर्म […] Read more » वेदों ने गौ माता को अवध्या कहकर पूजनीया माना है
जन-जागरण जरूर पढ़ें धर्म-अध्यात्म महत्वपूर्ण लेख धर्मचिन्तन से उद्भूत राष्ट्रचिंतन सदा प्रबल रहा September 21, 2013 / September 23, 2013 by राकेश कुमार आर्य | 6 Comments on धर्मचिन्तन से उद्भूत राष्ट्रचिंतन सदा प्रबल रहा राकेश कुमार आर्य वेद का पुरूष सूक्त बड़ा ही आनंददायक है। वहां क्षर पुरूष प्रकृति जो कि नाशवान है, अक्षर पुरूष-जीव, जिसकी जीवन लीला प्रकृति पर निर्भर है, और जो इसका भोक्ता है, और अव्यय पुरूष पुरूषोत्तम-ईश्वर के परस्पर संबंध का मनोहारी वर्णन है। इसी वर्णन में कहीं राष्ट्र का ‘बीज तत्व’ छिपा है। वेद […] Read more » धर्मचिन्तन से उद्भूत राष्टट्रचिंतन सदा प्रबल रहा
जरूर पढ़ें प्रवक्ता न्यूज़ महत्वपूर्ण लेख मीडिया राष्ट्रीय मीडिया चौपाल–2013 : एक अवलोकन September 18, 2013 / April 9, 2014 by संजीव कुमार सिन्हा | 7 Comments on राष्ट्रीय मीडिया चौपाल–2013 : एक अवलोकन मीडिया के सभी माध्यमों में ‘वेब मीडिया’ सबसे तेजी से आगे बढ़ रहा है। ऐसा इसलिए हो रहा है कि इसने पत्रकारिता का लोकतांत्रिकरण किया है। मुख्यधारा के मीडिया से लोग हताश और निराश हैं। सो, बड़े पैमाने पर लोग सोशल साइट्स, ब्लॉग और वेबसाइट के जरिए अपने विचार अभिव्यक्त कर रहे हैं। यहां वे […] Read more » भोपाल मीडिया चौपाल राष्ट्रीय मीडिया चौपाल–2013
जरूर पढ़ें महत्वपूर्ण लेख विश्व को विश्वगुरू (भारत) ने दिया था राष्ट्र का वैज्ञानिक स्वरूप:भाग-2 September 3, 2013 by राकेश कुमार आर्य | 2 Comments on विश्व को विश्वगुरू (भारत) ने दिया था राष्ट्र का वैज्ञानिक स्वरूप:भाग-2 गतांक से आगे….. राकेश कुमार आर्य इसीलिए महाभारत (अ. 145) में कहा गया है कि शासक को चाहिए कि भयातुर मनुष्यों की भय से रक्षा करे, दीन दुखियों पर अनुग्रह करे, कर्त्तव्य अकर्त्तव्य को विशेष रूप से समझे, तथा राष्ट्र हित में संलग्न रहे। सबको यह कामना करनी चाहिए कि राष्ट्र में पवित्र आचरण वाले […] Read more » राष्ट्र का वैज्ञानिक स्वरूप