परिचर्चा म्यांमार में बढ़ता तनाव May 1, 2014 by अंकुर विजयवर्गीय | Leave a Comment -अंकुर विजयवर्गीय- म्यांमार में साम्प्रदायिक हिंसा के बाद शिविरों में शरण लिए लोगों के बीच राहत वितरण का काम कर रहे कई अंतरराष्ट्रीय संगठन कथित रूप से भेदभाव बरत रहे हैं, जिससे सभी समुदाय के पीड़ितों को शिविरों में भी तनाव के माहौल में जीने को विवश होना पड़ रहा है। तनाव को देखते हुए […] Read more » Myanmar म्यांमार
जरूर पढ़ें परिचर्चा मीडिया परिचर्चा : कांग्रेस का ‘प्रवक्ता’ और ‘लेखक’ पर हमला April 14, 2014 / April 16, 2014 by संजीव कुमार सिन्हा | 11 Comments on परिचर्चा : कांग्रेस का ‘प्रवक्ता’ और ‘लेखक’ पर हमला आप जानते होंगे कि मध्य प्रदेश कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के जनसंचार विभागाध्यक्ष प्रा. संजय द्विवेदी का प्रधानमंत्री की साख को ठेस पहुंचाने वाला आलेख भाजपा से जुड़े व्यक्ति की वेबसाइट प्रवक्ता डॉट कॉम पर प्रकाशित हो रहा है और पूरे देश में एक योजना के तहत भाजपा मुख्यालय से […] Read more »
परिचर्चा मीडिया कांग्रेस का ‘प्रवक्ता डॉट कॉम’ पर आरोप दुर्भाग्यपूर्ण April 14, 2014 / April 14, 2014 by संजीव कुमार सिन्हा | 6 Comments on कांग्रेस का ‘प्रवक्ता डॉट कॉम’ पर आरोप दुर्भाग्यपूर्ण आज सुबह से कई मित्रों के कॉल आ रहे हैं कि मध्य प्रदेश कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि प्रा. संजय द्विवेदी का प्रधानमंत्री की साख को ठेस पहुंचाने वाला आलेख दिल्ली स्थित भाजपा कार्यालय में रहने वाले और भाजपा से जुड़े व्यक्ति की वेबसाईट प्रवक्ता.काम पर पब्लिश हो रहा है और ऐसा पूरे देश […] Read more » प्रवक्ता डॉट कॉम संजय द्विवेदी
परिचर्चा राजनीति आप – परिवर्तन या पलायन April 12, 2014 / April 20, 2014 by सुजाता मिश्र | 47 Comments on आप – परिवर्तन या पलायन सुजाता मिश्र खुद को सबसे अलग , सर्वश्रेष्ठ, एकमात्र देशभक्त का तमगा देने वाली आम आदमी पार्टी का सच में क्या आम आदमी से कोई रिश्ता है ? जब यह दल नया – नया बना था तो अन्य लोगों की तरह मुझे भी लगा कि शायद यह एक बड़े परिवर्तन की शुरुवात है। किन्तु बहुत […] Read more »
जरूर पढ़ें परिचर्चा मीडिया मात्र शब्दों का ढेर बनता जा रहा प्रवक्ता April 11, 2014 / April 14, 2014 by पियूष द्विवेदी 'भारत' | 8 Comments on मात्र शब्दों का ढेर बनता जा रहा प्रवक्ता पीयूष द्विवेदी आज मैं लगभग सभी छोटे-बड़े अख़बारों में छपता हूँ, लेकिन प्रवक्ता ने मुझे तब छापा था जब मेरा लिखा मेरे ब्लॉग के अलावा कहीं जगह नहीं पाता था। इस कारण प्रवक्ता के प्रति मेरा लगाव अत्यंत प्रबल था, है और रहेगा भी। अब जब लगाव है, तो गुणों की प्रशंसा के साथ-साथ कमियों […] Read more »
परिचर्चा महत्वपूर्ण लेख सांस्कृतिक राष्ट्रवाद क्या है ? November 21, 2013 / April 9, 2014 by संजीव कुमार सिन्हा | 11 Comments on सांस्कृतिक राष्ट्रवाद क्या है ? ‘फेसबुक’ पर विचारशील चर्चा के उद्देश्य से हमने एक शृंखला की शुरुआत की है। बुद्धिजीवी मित्र इस चर्चा में हिस्सा ले रहे हैं और अपने विचार से सबको लाभान्वित कर रहे हैं। आपसे भी निवेदन है कि इस परिचर्चा में भाग लें, जिससे हम सबके ज्ञानराशि में वृद्धि हो सके। (सं.) वैचारिक प्रबोधनमाला – 3. […] Read more » सांस्कृतिक राष्ट्रवाद
परिचर्चा महत्वपूर्ण लेख परिचर्चा : संस्कृति क्या है ? November 21, 2013 / April 9, 2014 by संजीव कुमार सिन्हा | 3 Comments on परिचर्चा : संस्कृति क्या है ? ‘फेसबुक’ पर विचारशील चर्चा के उद्देश्य से हमने एक शृंखला की शुरुआत की है। बुद्धिजीवी मित्र इस चर्चा में हिस्सा ले रहे हैं और अपने विचार से सबको लाभान्वित कर रहे हैं। आपसे भी निवेदन है कि इस परिचर्चा में भाग लें, जिससे हम सबके ज्ञानराशि में वृद्धि हो सके। (सं.) वैचारिक प्रबोधनमाला – 2. […] Read more »
परिचर्चा महत्वपूर्ण लेख परिचर्चा : राष्ट्र क्या है ? November 15, 2013 / April 9, 2014 by संजीव कुमार सिन्हा | 16 Comments on परिचर्चा : राष्ट्र क्या है ? ‘फेसबुक’ पर विचारशील चर्चा के उद्देश्य से हमने एक शृंखला की शुरुआत की है। इसी निमित्त गत 28 अक्टूबर को हमने एक अवधारणा को सुस्पष्ट करने के लिए मित्रों से निवेदन किया था। कई मित्रों ने इस चर्चा में भाग लिया और अपने विचार रखे। आपसे भी निवेदन है कि इस परिचर्चा में भाग लें, […] Read more »
जरूर पढ़ें परिचर्चा महत्वपूर्ण लेख विधि-कानून परिचर्चा : सर्वोच्च न्यायालय एवं उच्च न्यायालयों में भारतीय भाषा में न्याय पाने का हक April 20, 2013 / May 14, 2013 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 21 Comments on परिचर्चा : सर्वोच्च न्यायालय एवं उच्च न्यायालयों में भारतीय भाषा में न्याय पाने का हक आजादी के बाद भी, जनता है परतंत्र! है कैसी ये आजादी, कैसा यह जनतंत्र? संविधान में यह प्रावधान है कि उच्चतम न्यायालय और प्रत्येक उच्च न्यायालय में सभी कार्यवाहियां केवल अंग्रेजी भाषा में होंगी। इस अन्याय को खतम करने के लिए श्री श्याम रुद्र पाठक अपने दो सहकारी कार्यकर्ताओं के साथ गत 4 दिसम्बर 2012 […] Read more » न्याय एवं विकास अभियान श्याम रुद्र पाठक
परिचर्चा महत्वपूर्ण लेख परिचर्चा : पदोन्नति में आरक्षण September 14, 2012 / April 9, 2014 by संजीव कुमार सिन्हा | 12 Comments on परिचर्चा : पदोन्नति में आरक्षण गत 4 सितम्बर को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सरकारी नौकरियों में पदोन्नति में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजातियों को आरक्षण देने के प्रावधान वाले प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। प्रस्तावित विधेयक में संविधान के कम से कम चार अनुच्छेदों में संशोधन किया जाएगा ताकि सरकार एससी.एसटी को पदोन्नति में आरक्षण दे सके। उच्चतम न्यायालय ने गत […] Read more » पदोन्नति में आरक्षण प्रमोशन में आरक्षण
जरूर पढ़ें परिचर्चा महत्वपूर्ण लेख परिचर्चा: जम्मू और कश्मीर पर वार्ताकारों की रिपोर्ट June 28, 2012 / April 9, 2014 by संजीव कुमार सिन्हा | 8 Comments on परिचर्चा: जम्मू और कश्मीर पर वार्ताकारों की रिपोर्ट समस्या सुलझाने की बजाय और उलझाने का प्रयास सन् 2010 में राज्य में पत्थरबाजी की घटना हुई। इसी परिदृश्य में केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने जम्मू और कश्मीर में स्थायी शांति, स्थिरता और खुशहाली को सुनिश्चित करने और कश्मीर मुद्दे का व्यापक राजनीतिक समाधान निकालने के लिए तीन वार्ताकारों के एक दल का गठन किया। वार्ताकारों […] Read more » जम्मू और कश्मीर पर वार्ताकारों की रिपोर्ट
परिचर्चा परिचर्चा : ‘वैचारिक छुआछूत’ May 31, 2012 / April 9, 2014 by संजीव कुमार सिन्हा | 42 Comments on परिचर्चा : ‘वैचारिक छुआछूत’ भारत नीति प्रतिष्ठान एक शोध संस्थान है। इसके मानद निदेशक हैं दिल्ली विश्वविद्यालय में प्राध्यापक श्री राकेश सिन्हा। श्री सिन्हा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हैं और संघ के संस्थापक डॉ. केशवराव बलिराम हेडगेवार के जीवनीकार हैं। प्रतिष्ठान के बैनर तले विभिन्न समसामयिक मुद्दों पर संगोष्ठी का आयोजन वे करते रहते हैं। इसी क्रम में […] Read more » जनसत्ता भारत नीति प्रतिष्ठान मार्क्सवाद राकेश सिन्हा वैचारिक अश्पृश्यता संवाद