राजनीति सियासी सूझबूझ और शुचिता कूट कूट कर भरी दिख रही वरूण गांधी में . . . May 8, 2022 / May 8, 2022 by लिमटी खरे | Leave a Comment लिमटी खरे नेहरू गांधी परिवार में जवाहर लाल नेहरू के बाद की चौथी पीढ़ी में राहुल गांधी, प्रियंका वढ़ेरा और वरूण गांधी तीन सदस्य हैं। इनमें राहुल व प्रियंका कांग्रेस में तो वरूण भाजपा का अंग हैं। वरूण गांधी अभी 42 साल के हैं, पर राजनैतिक कौशल और सूझबूझ के मामले में वरूण गांधी का […] Read more » In Varun Gandhi's look full of political sagacity and correctness. वरूण गांधी
राजनीति मुद्रा स्फीति नामक राक्षस पर अंकुश लगाने हेतु भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो दर बढ़ाई May 6, 2022 / May 6, 2022 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment अभी हाल ही में दिनांक 04 मई 2022 को भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो दर में 40 अंकों की वृद्धि कर इसे 4 प्रतिशत से बढ़ा कर 4.40 प्रतिशत कर दिया है। रेपो दर में उक्त वृद्धि 45 महीनों पश्चात अर्थात अगस्त 2018 के बाद की गई है। इसके तुरंत अगले दिन अर्थात 5 मई […] Read more » Reserve Bank of India increased the repo rate to curb the demon of inflation भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो दर बढ़ाई
राजनीति उन्मादी आंधी में सद्भाव की चिन्ता कौन करेगा? May 6, 2022 / May 6, 2022 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग –धार्मिक व साम्प्रदायिक भावना को धार देकर देश में भय, अशांति एवं अराजकता पैदा कर, वर्ग विशेष की सहिष्णुता को युगों से दबे रहने ही संज्ञा देकर, एक को दूसरे सम्प्रदाय के आमने-सामने कर देने का कुचक्र एक बार फिर फन उठा रहा है। यह साम्प्रदायिकता के आधार पर बंटवारे का प्रयास है […] Read more » Who will care for harmony in a frenzied storm? उन्मादी आंधी में सद्भाव की चिन्ता
राजनीति परशुराम जयंती: वे पीयें शीत तुम आतम घाम पियो रे…. May 5, 2022 / May 5, 2022 by अलकनंदा सिंह | Leave a Comment आज भगवान परशुराम की जयंती जोर शोर से मनाई जा रही है। जातिवादी व्यवस्था में घिरे समाज में आज भगवान परशुराम को ब्राह्मणों ने अपना आराध्य माना हुआ है। एक पक्ष के तौर पर देखा जाये तो यह ठीक लग सकता है परंतु समग्रता में भगवान परशुराम न तो ब्राह्मणों के हितैषी थे और ना […] Read more » Parshuram Jayanti: we piyen sheet Tum atam gham pio re.... परशुराम जयंती: वे पीयें शीत तुम आतम घाम पियो रे....
राजनीति इस्तीफे के बाद खाली सीट पर अपनी पसंद का सांसद बनाना चाहते हैं आजम May 5, 2022 / May 5, 2022 by संजय सक्सेना | Leave a Comment संजय सक्सेना उत्तर प्रदेश की रिक्त दो महत्वपूर्ण लोकसभा सीटों के लिए के लिए जुलाई में मतदान होना है. इसमें से एक सीट सपा प्रमुख अखिलेश यादव और दूसरी सीट आजम खान के लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के कारण खाली हुई है. दोनों ने ही विधायकी का चुनाव जीतने के बाद लोकसभा की […] Read more » अपनी पसंद का सांसद बनाना चाहते हैं आजम
राजनीति जाति-धर्म के नाम पर बढ़ता उन्माद देश व समाज के लिए घातक May 5, 2022 / May 5, 2022 by दीपक कुमार त्यागी | Leave a Comment दीपक कुमार त्यागी आजकल देश में हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई सभी के त्यौहारों का सीजन चल रहा है, कायदे में तो अधिकांश लोगों को कम से कम इस दौर में पूजापाठ इबादत में व्यस्त होना चाहिए था, लोगों के लिए गलत कार्य करने पूर्ण रूप से वर्जित होने चाहिए थे। लेकिन इस वक्त देश की […] Read more » जाति-धर्म के नाम पर बढ़ता उन्माद
राजनीति सांप्रदायिकता एक राजनीतिक हथियार बनी हुई है। May 4, 2022 / May 4, 2022 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment जोधपुर दंगा विशेष -सत्यवान ‘सौरभ’ रोजमर्रा की भाषा में, ‘सांप्रदायिकता’ शब्द धार्मिक पहचान की रूढ़िवादिता को दर्शाता है। ये अपने आप में एक ऐसा रवैया है जो अपने ही समूह को एकमात्र वैध या योग्य समूह के रूप में देखता है, अन्य समूहों को निम्न, नाजायज और विरोध के रूप में देखता है। इस प्रकार […] Read more » Communalism remains a political weapon.Communalism remains a political weapon.Communalism remains a political weapon. सांप्रदायिकता एक राजनीतिक
राजनीति भारत बन रहा है दुनिया का फार्मेसी हब May 3, 2022 / May 3, 2022 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment पिछले 8 वर्षों के दौरान भारत के ड्रग्स एवं फार्मा उत्पाद के निर्यात में 103 प्रतिशत की आकर्षक वृद्धि दर अर्जित की गई है। ड्रग्स एवं फार्मा उत्पाद के निर्यात वर्ष 2013-14 में 90,414 करोड़ रुपए के रहे थे जो 2021-22 में बढ़कर 1.83 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गए हैं। भारत अब औषधियों के […] Read more » India is becoming the pharmacy hub of the world जन औषधि केन्द्रों की स्थापना
राजनीति प्रवासी भारतीय क्रांतिकारियों का स्वतन्त्रता संग्राम में योगदान May 2, 2022 / May 2, 2022 by शकुन्तला बहादुर | Leave a Comment बर्लिन-समिति ” के माध्यम से वे क्रांतिकारियों की सहायता करते रहे । मैक्सिको में श्री मानवेन्द्रनाथ राय प्रयत्नशील रहे । श्री रिषिकेश लट्टा भी लाला हरदयाल के सहयोगी रहे थे , जो ” ग़दर-पार्टी ” के संस्थापक सदस्य थे । उनके भारत आने पर रोक लगी हुई थी । सन् १९३० में ईरान में उनका […] Read more » Contribution of overseas Indian revolutionaries in the freedom struggle प्रवासी भारतीय क्रांतिकारियों का स्वतन्त्रता संग्राम में योगदान
राजनीति मजहबी शिक्षा पर कबूतर की तरह आँख मूँद लेना विनाशकारी है May 2, 2022 / May 2, 2022 by दिव्य अग्रवाल | Leave a Comment – दिव्य अग्रवाल मदरसों की भूमिका पर सदैव प्रश्न उठते रहे हैं। देश के अंदर व सीमा पर शिक्षा के नाम पर असंख्य मदरसे खुल चुके है। जिसमे अरबी व उर्दू भाषा का उपयोग होता है । सीमा पार से आने जाने में भी इन मदरसों का समुचित उपयोग होता है ।अरबी भाषा की शिक्षा […] Read more » To turn a blind eye to religious education like a dove is disastrous मजहबी शिक्षा विनाशकारी है
राजनीति सीबीएसई पाठ्यक्रम में बदलाव के निहितार्थ May 2, 2022 / May 2, 2022 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment -सत्यवान ‘सौरभ’ केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 12वीं कक्षा के इतिहास के पाठ्यक्रम से ‘द मुगल कोर्ट: रिकंस्ट्रक्टिंग हिस्ट्रीज थ्रू क्रॉनिकल्स’ नामक एक अध्याय और शीत युद्ध के दौर और गुटनिरपेक्ष आंदोलन, सामाजिक और नए सामाजिक आंदोलनों पर अध्याय कक्षा 12 राजनीति विज्ञान पाठ्यक्रम से हटा दिए हैं। अन्य अध्याय जैसे अफ्रीकी-एशियाई क्षेत्रों में […] Read more » implication of changes in cbse syllabus सीबीएसई पाठ्यक्रम में बदलाव
राजनीति पाकिस्तान जैसे मजहबी देशों में अमन चैन हेतु स्वधर्म वापसी ही एकमात्र विकल्प है May 2, 2022 / May 2, 2022 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकअगर बृहदतर भारत का इतिहास देखा जाए तो आरंभ से ही सत्ताधारियों एवं उनकी प्रजा ने अपने जीवन काल में कईबार अपने धर्म को बदला है। जब-जब राजसत्ता अत्यधिक क्रूर अताताई और अत्याचारी हुआ है तब-तब संबद्ध शासकों ने आत्म मूल्यांकन करके तत्कालीन सहिष्णु और अहिंसक धर्म को अपनाया है। प्राचीन भारत का […] Read more » अमन चैन हेतु स्वधर्म वापसी