राजनीति आई एस -अलकायदा वाले इतने ही दीनपरस्त व जाँबाज हैं तो इजरायल से क्यों नहीं लड़ लेते ? August 12, 2015 by श्रीराम तिवारी | 1 Comment on आई एस -अलकायदा वाले इतने ही दीनपरस्त व जाँबाज हैं तो इजरायल से क्यों नहीं लड़ लेते ? भाववादी दुनिया का कोई भी मजहब -धर्म -पंथ यह दावा नहीं कर सकता कि उसके अनुयाई वेवकूफ नहीं बनाये जा सकते ! दुनिया के प्रत्येक धर्म-मजहब में तमाम नेकनामियों के -मानवीय मूल्यों के सुंदर उपदेश भरे पड़े हैं। किन्तु जब मानवता ,इंसानियत ,स्वतंत्रता ,समानता की मांग की जाती है , जब एक शोषण मुक्त समाज […] Read more »
मीडिया राजनीति भारत का इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, सरकार की मर्जी पर ! August 11, 2015 by शैलेन्द्र चौहान | Leave a Comment शैलेन्द्र चौहान यह बेहद चिंताजनक स्थिति है कि आज भारतीय मीडिया, खासकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया अपने लिए निर्धारित मानदंडों और आचरण संहिता को भूलकर किसी न किसी राजनीतिक दल का अनुयायी या उग्र राष्ट्रवादी संगठनों की तरह व्यवहार करने लगा है। एंकर चीख चीख कर अशोभन लहजे में अपनी परम देश निष्ठा का परिचय दे रहे […] Read more » इलेक्ट्रॉनिक मीडिया
राजनीति बेशक मुस्लिमों का ”हीरो” कोई आतंकवादी नहीं हो सकता! August 10, 2015 by इक़बाल हिंदुस्तानी | 3 Comments on बेशक मुस्लिमों का ”हीरो” कोई आतंकवादी नहीं हो सकता! -इक़बाल हिंदुस्तानी याकूब मेमन 1993 के मुंबई विस्फोटों का आरोपी था। उस पर बाकायदा मुकदमा चला। उसको अपने बचाव का कोर्ट ने पूरा मौका दिया। उसको आतंकवादी साबित होने पर टाडा कोर्ट ने फांसी की सज़ा सुनाई। मामला हाईकोर्ट सुप्रीम कोर्ट के बाद फांसी माफी के लिये गवर्नर से लेकर प्रेसीडेंट तक गया लेकिन उसकी […] Read more » आंतकवादी बेशक मुस्लिमों का हीरो
राजनीति स्वतंत्र भारत में खबरों की आजादी…!! August 10, 2015 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment आजादी के बाद से खबरचियों यानी मीडिया के क्षेत्र में भी आमूलचूल परिवर्तन आया है। पहले मीडिया से जुड़े लोग फिल्म निदेशकों की तरह हमेशा पर्दे के पीछे ही बने रहते थे। लेकिन समय के साथ इतना बदलाव आया है कि अब इस क्षेत्र के दिग्गज बिल्कुल किसी सेलीब्रिटी की तरह परिदृश्य के साथ पर्दे […] Read more » खबरों की आजादी स्वतंत्र भारत में
राजनीति बिहार में दिखे परिवर्तन के संकेत August 10, 2015 by सुरेश हिन्दुस्थानी | 2 Comments on बिहार में दिखे परिवर्तन के संकेत सुरेश हिन्दुस्थानी बिहार में भाजपा के समर्थन में हुई प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली ने यह तो प्रमाणित कर ही दिया है, कि अभी उनका जादू समाप्त नहीं हुआ है। भाजपा की इस आमसभा में उमड़ी भीड़ ने निश्चित रूप से राष्ट्रीय जनता दल और जनतादल एकीकृत के सपनों पर तुषारापात किया होगा। प्रधानमंत्री मोदी […] Read more » बिहार में दिखे परिवर्तन के संकेत
राजनीति क्या रुडी होंगे बिहार में भाजपा के अगले फडणवीस? August 10, 2015 by हिमांशु शेखर झा | 4 Comments on क्या रुडी होंगे बिहार में भाजपा के अगले फडणवीस? हिमांशु झा क्या रुडी होंगे बिहार में भाजपा के अगले फडणवीस? अगरी जाति को सुशील मोदी से इस कदर नाराजगी है कि अगर उन्हें विकल्प के तौर पर रुडी का नाम पेश किया जाए तो सहमति बनने की संभावना अधिक हो सकती है। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो चुकी है। नीतीश कुमार की […] Read more »
राजनीति खो रही है चमकः कुछ करिए सरकार August 8, 2015 by संजय द्विवेदी | 2 Comments on खो रही है चमकः कुछ करिए सरकार संजय द्विवेदी नरेंद्र मोदी के चाहने वाले भी अगर उनकी सरकार से निराशा जताने लगे हों तो यह उनके संभलने और विचार करने का समय है। कोई भी सरकार अपनी छवि और इकबाल से ही चलती है। चाहे जिस भी कारण से अगर आपके चाहने वालों में भी निराशा आ रही है तो आपको सावधान […] Read more » कुछ करिए सरकार खो रही है चमक
जन-जागरण राजनीति बच्चों को आतंकी बनाने का खेल, खेलता पाकिस्तान August 7, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव इस्लाम के बहाने अपने ही बच्चों को आतंकवादी बनाने में पाकिस्तान जुटा दिख रहा है। मुबंई हमलों के जिंदा बचे गुनहगार अजमल कसाब के बाद आतंकवादी मोहम्मद नावेद उर्फ कासिम खान का जिंदा पकड़ा जाना इस तथ्य का पुख्ता सबूत है। नावेद ने पुलिस को दिए बयान में कबूला भी है कि […] Read more » आतंकी बनाने का खेल पाकिस्तान
राजनीति अगस्त क्रांति August 7, 2015 by शैलेन्द्र चौहान | Leave a Comment शैलेन्द्र चौहान द्वितीय विश्व युद्ध में भारत का समर्थन लेने के बावज़ूद जब अंग्रेज़ भारत को स्वतंत्र करने को तैयार नहीं हुए तो महात्मा गाँधी ने भारत छोड़ो आंदोलन के रूप में आज़ादी की जंग का ऐलान कर दिया, जिससे ब्रितानिया हुक़ूमत दहशत में आ गई। 9 अगस्त, सन् 1942 ई. में इस आंदोलन की […] Read more » अगस्त क्रांति
राजनीति सभ्य समाज पर बदनुमा दाग है सांप्रदायिकता August 6, 2015 by सिद्धार्थ शंकर गौतम | 1 Comment on सभ्य समाज पर बदनुमा दाग है सांप्रदायिकता देश में वर्ष 2015 के शुरूआती छह माह में; बीते साल की इसी अवधि की तुलना में सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं बढ़ी हैं। इस साल जून तक सांप्रदायिक दंगों के 330 मामलों में 51 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2015 से जून 2015 के बीच […] Read more » सभ्य समाज पर बदनुमा दाग सांप्रदायिकता
राजनीति लोकतांत्रिक भूमिका से दूर होती कांग्रेस August 6, 2015 by सुरेश हिन्दुस्थानी | 1 Comment on लोकतांत्रिक भूमिका से दूर होती कांग्रेस सुरेश हिन्दुस्थानी वर्तमान में भारत की संसद में जिस प्रकार का विरोधाभास दिखाई दे रहा है, उसमें लोकतंत्र की धज्जियां उड़ती नजर आ रही हैं। अपने अपने पक्ष पर फेविकोल की तरह चिपकी हुई दोनों प्रमुख राजनीतिक दल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी टस से मस होने का नाम तक नहीं ले रहीं है। ऐसे […] Read more » लोकतांत्रिक भूमिका से दूर होती कांग्रेस
राजनीति नितीश के नमो पत्र का उत्तर August 6, 2015 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment नितीश जी, आपके राजनैतिक डी एन ए को लेकर मैनें आपको एक खुला पत्र जुलाई, 2012 में भी लिखा था; उसे स्मरणार्थ पढ़ें, लिंक प्रस्तुत है – https://www.pravakta.com/an-open-letter-in-the-name-of-nitish-kumar आप समय समय पर अपनें विभिन्न रंग बताते रहें हैं. आपनें मंडल आयोग के समय भी कई प्रकार के रंग बताये थे. जाति-समाज में राजनीति […] Read more » नितीश के नमो पत्र का उत्तर