राजनीति विवादों को जन्म देती साहित्यिक त्रुटियां July 20, 2010 / December 23, 2011 by तनवीर जाफरी | 6 Comments on विवादों को जन्म देती साहित्यिक त्रुटियां -तनवीर जाफ़री भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी को उन्हीं की भाषा में जवाब देकर कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने ‘लाजवाब’ कर दिया है। ग़ौरतलब है कि पिछले दिनों नितिन गडकरी ने लखनऊ की एक जनसभा में दिग्विजय सिंह के आज़मगढ़ दौरे पर प्रश्चिन्ह खड़ा करते हुए अपने विशेष अंदाज में यह प्रश्न […] Read more » Nitin Gadkari नितिन गडकरी
राजनीति एक थी इशरत, एक था आज़ाद July 20, 2010 / December 23, 2011 by पंकज झा | 7 Comments on एक थी इशरत, एक था आज़ाद -पंकज झा इशरत जहां याद है आपको? अगर नहीं भी होता तो अभी हेडली ने जो एनआईए को बयान दिया है उससे पता चल जाता. याद कीजिये, कुछ साल पहले की बात है गुजरात में एक खूबसूरत सी लड़की मारी गयी थी. पुलिस ने एनकाउंटर का दावा किया था लेकिन गोरे मीडिया के भाई लोगों […] Read more » terrorism आतंकवाद इशरत जहां
राजनीति रेड्डी बन्धुओं से छुटकारे की चाहत और भाजपा के प्रति दोहरे मापदण्ड… July 20, 2010 / December 23, 2011 by सुरेश चिपलूनकर | 5 Comments on रेड्डी बन्धुओं से छुटकारे की चाहत और भाजपा के प्रति दोहरे मापदण्ड… यदि रेड्डी बन्धु कांग्रेस में शामिल हो जायें तो न सिर्फ़ उन पर चल रहे सीबीआई के केस रफ़ा-दफ़ा हो जायेंगे, बल्कि जगनमोहन रेड्डी भी आंध्रप्रदेश सरकार को परेशान नहीं करेंगे, कोई न कोई "सौदा" जरूर पट जायेगा। लेकिन येदियुरप्पा सरकार से इस्तीफ़ा देने की माँग करने वाले कभी भी ये दावा नहीं कर सकते कि भाजपा सरकार के चले जाने भर से कर्नाटक में अवैध खनन एकदम रुक जायेगा, रेड्डी बन्धु साधु बन जायेंगे, जगनमोहन रेड्डी सन्यास ले लेंगे, देवेगौड़ा कीर्तनकार बन जायेंगे, कृष्णा-धर्मसिंह तीर्थयात्रा पर चले जायेंगे। Read more » Yedurrapa कर्नाटक खनन मामला येदियुरप्पा रेड्डी बन्धु
राजनीति ये है दिल्ली मेरी जान July 19, 2010 / December 23, 2011 by लिमटी खरे | 2 Comments on ये है दिल्ली मेरी जान -लिमटी खरे कांग्रेस ने नकारा शहीद मेजर को! सवा सौ साल पुरानी कांग्रेस पार्टी के पास जम्मू में आतंकवादियों से मुठभेड के दौरान शहीद हुए मध्य प्रदेश के छिंदवाडा जिले के वीर सपूत मेजर अमित ठेंगे को श्रद्धासुमन अर्पित करने का वक्त तक नहीं है। शुक्रवार को जब मेजर का शव उनके गृह जिले छिंदवाडा […] Read more » Delhi
राजनीति कर्नाटक में राज्यपाल की बेढंगी राजनीति July 19, 2010 / December 23, 2011 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | 1 Comment on कर्नाटक में राज्यपाल की बेढंगी राजनीति -डॉ0 कुलदीप चन्द अग्निहोत्री श्री हंसराज भारद्वाज कर्नाटक के राज्यपाल है। राज्यपाल एक ऐसा संवैधानिक पद है जिस पर बैठे व्यक्ति को इसकी गरिमा की रक्षा करने के लिए बहुत ज्यादा आत्म संयम की आवश्यकता रहती है। उसका प्रदेश की राजनीति से कोई लेना देना नहीं होता और वह एक बजुर्ग मार्ग दर्शक के नाते […] Read more » Karnatak कर्नाटक हंसराज भारद्वाज
राजनीति विकास नहीं, विश्वास से सुलझेगी नक्सली समस्या July 19, 2010 / December 23, 2011 by सतीश सिंह | 1 Comment on विकास नहीं, विश्वास से सुलझेगी नक्सली समस्या -सतीश सिंह अगर देखा जाए तो आज नक्सल समस्या वहीं है जहाँ जंगल, खनिज संपदा और आदिवासी हैं। विकास से तो पूरा देश महरुम है और गरीबी हर घर की थाती है, फिर भी नक्सल समस्या मूल रुप से झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, आंध्रप्रदेश, बिहार और मध्यप्रदेश में है। बिहार और आंध्रप्रदेश में नक्सल समस्या […] Read more » Naxalism नक्सलवाद माओवाद
राजनीति राजनीतिक हस्तक्षेप से निरंकुश होती पत्रकारिता July 19, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment – डॉ. सूर्य प्रकाश अग्रवाल जिस प्रकार समाज में विगत कुछ वर्षों से प्रत्येक दिशा में तेजी से परिवर्तन देखा जा रहा है उसी प्रकार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ (पत्रकारिता) में भी निरंकुशता बढ़ी है जिससे पत्रकारिता का उददे्श्य सनसनी फैलाना होकर रह गया है। सनसनी फैलाने, स्टिंग ऑपरेशन करने अथवा राष्ट्र के हितों को […] Read more » Journalism पत्रकारिता
राजनीति सड़क किनारे खिले कमल में उगने लगे हैं कांटे! July 16, 2010 / December 23, 2011 by लिमटी खरे | 3 Comments on सड़क किनारे खिले कमल में उगने लगे हैं कांटे! -लिमटी खरे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के कार्यकाल में राजग सरकार की महत्वाकांक्षी स्वर्णिम चतुर्भज योजना के अभिन्न अंग बन चुके उत्तर दक्षिण गलियारे का भविष्य क्या होगा यह कोई नहीं जानता। किसी को यह पता नहीं कि यह मार्ग मध्य प्रदेश के सिवनी जिले से होकर जाएगा भी या नहीं। कयास तरह तरह […] Read more » Road सड़क
राजनीति यदि अफजल गुरु कांग्रेस का ‘दामाद’ होता… July 16, 2010 / December 23, 2011 by निर्मल रानी | 4 Comments on यदि अफजल गुरु कांग्रेस का ‘दामाद’ होता… – निर्मल रानी भारतीय सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का दम भरने वाली भारतीय जनता पार्टी इन दिनों पार्टी से बाहर जा चुके अपने कई प्रमुख नेताओं को पार्टी में वापस लाने में लगी हुई है। पार्टी के समक्ष इस अभियान के अंतर्गत न तो किसी सिद्धांत को आड़े आने दिया जा रहा है, न ही पिछले गिले-शिकवों […] Read more » Bhajpa अफजल गुरू नितिन गडकरी भाजपा
राजनीति रेड्डी बन्धुओं का वीभत्स भ्रष्टाचार : मजबूर येदियुरप्पा, बेबस मनमोहन सिंह July 15, 2010 / December 23, 2011 by सुरेश चिपलूनकर | 5 Comments on रेड्डी बन्धुओं का वीभत्स भ्रष्टाचार : मजबूर येदियुरप्पा, बेबस मनमोहन सिंह 35 लाख टन का लौह अयस्क कैसे गायब हो सकता है? लेकिन ऐसा हुआ है और भारत जैसे महाभ्रष्ट देश में कुछ भी सम्भव है। आपको याद होगा कि जादूगर पीसी सरकार ने एक बार ताजमहल "गायब" कर दिया था, लेकिन रेड्डी बन्धु उनसे भी बहुत बड़े जादूगर हैं, इन्होंने 35 लाख टन का अयस्क गायब कर दिया। Read more » Corruption भ्रष्टाचार
राजनीति लोकतंत्र की रक्षा के लिए नक्सलियों से आर-पार की लड़ाई अनिवार्य: डॉ. रमन सिंह July 15, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment हथियार छोड़े बिना उनसे बातचीत निरर्थक प्रधानमंत्री की बैठक में मुख्यमंत्री ने नक्सल क्षेत्रों के नये जिलों के लिए मांगा विशेष पैकेज रायपुर, 14 जुलाई 2010 । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने एक बार फिर कहा है कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए नक्सलियों से आर-पार की लड़ाई अनिवार्य हो गयी है। डॉ. […] Read more » Naxalism नक्सलवाद माओवाद
राजनीति आखिर उमा से इतने भयाक्रांत क्यों हैं भाजपाई! July 14, 2010 / December 23, 2011 by लिमटी खरे | 1 Comment on आखिर उमा से इतने भयाक्रांत क्यों हैं भाजपाई! -लिमटी खरे कभी भारतीय जनता पार्टी की फायर ब्रांड नेत्री रहीं उमा भारती की घर वापसी की अटकलों ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी की मध्य प्रदेश इकाई के आलंबरदारों की धडकनों को बढा दिया है। उमा भारती जिस तरह भाजपा के आला नेताओं के मुंह पर लगभग थूक कर बाहर गईं थीं, उस […] Read more » Bhajpa उमा भारती भाजपा