राजनीति लोकतंत्र की हत्या की पटकथा जगनमोहन के बहाने September 14, 2009 / December 26, 2011 by अमलेन्दु उपाध्याय | 1 Comment on लोकतंत्र की हत्या की पटकथा जगनमोहन के बहाने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी की असमय मृत्यु के बाद जिस तरह से उनके पुत्र जगनमोहन रेड्डी को मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग उठी और इसके लिए बाकायदा लॉबिंग की गई उससे कांग्रेस का हाईकमान बहुत चिंतित है। होना भी चाहिए। चिंता कांग्रेस आलाकमान को इस बात की है कि अभी तक कांग्रेस […] Read more » Democracy लोकतंत्र
प्रवक्ता न्यूज़ राजनीति गुजरात उपचुनावों में भाजपा का जलवा September 14, 2009 / December 26, 2011 by जयराम 'विप्लव' | Leave a Comment लोकसभा चुनावों न जीत पाने के गम से भारतीय जनता पार्टी शीघ्र उबरती हुई नज़र आ रही है . पार्टी में चाल रहे अंतर्कलह को दरकिनार करते हुए भाजपा ने विधान सभा उप चुनावों में शानदार प्रदर्शन करते हुए गुजरात की 7 में से 5 सीटों पर जीत हासिल की है। पार्टी को उत्तराखंड में एक और मध्य प्रदेश में भी एक सीट पर विजयश्री मिली है। Read more » Gujarat गुजरात नरेंद्र मोदी विधानसभा चुनाव हिन्दुत्व
राजनीति इसरत प्रकरण के बहाने नई राजनीति की सुगबुगाहट September 12, 2009 / December 26, 2011 by गौतम चौधरी | 1 Comment on इसरत प्रकरण के बहाने नई राजनीति की सुगबुगाहट गुजरात उच्च न्यायालय ने इसरत जहां केस में राज्य सरकार को स्टे दे दिया है। बावजूद इसके राजनीति तो होनी ही है, क्योंकि मामला गुजरात सरकार से संबंधित है और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी को केवल भाजपा के प्रतिपक्षी ही नहीं कुछ अपने लोग भी घेरने के फिराक में हैं। उन लोगों के […] Read more » politics राजनीति
राजनीति बंद करो वोट बैंक की राजनीति…..बुद्धिजीवियों जागो September 12, 2009 / December 26, 2011 by अमल कुमार श्रीवास्तव | Leave a Comment भारत के संविधान के अनुच्छेद 14 ‘समता के अधिकार’ में यह प्रावधान किया गया है कि कोई भी व्यक्ति लिंग, भेद, जाति, धर्म और स्थान के नाम पर किसी व्यक्ति से भेदभाव नहीं रखेगा। बावजूद इसके वर्तमान समय का परिदृश्य सबके सामने है। भारत की राष्ट्रीय भाषा के रूप में हिन्दी को स्थान दिया गया […] Read more » Vote Bank वोट बैंक की राजनीति
राजनीति काशी ने दिया आतंक का जवाब…. September 8, 2009 / December 26, 2011 by अमल कुमार श्रीवास्तव | 2 Comments on काशी ने दिया आतंक का जवाब…. 7 मार्च, 2006 शाम के 6.30 बजे थे। चारों ओर खुशनुमा माहौल था, क्योंकि काशीवासी तो वैसे भी अपने ही अंदाज में जिन्दगी जीते हैं, तभी अचानक से एक जबरदस्त धमाका होता है और चारों तरफ धुंआ ही धुंआ हो जाता है। उसी समय मैं एक मंदिर में प्रवेश कर रहा था कि तभी एक […] Read more » Terror आतंक
राजनीति आतंकवाद, क्षेत्रवाद, साम्प्रदायिकतावाद: इनके निदान एवं समाधान में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की भूमिका September 8, 2009 / December 26, 2011 by वी. के. सिंह | 2 Comments on आतंकवाद, क्षेत्रवाद, साम्प्रदायिकतावाद: इनके निदान एवं समाधान में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की भूमिका विगत कुछ वर्षों में आतंकवादियों ने जिस बड़े पैमाने पर दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, राजस्थान, हैदराबाद, असम और उत्तरप्रदेश में आतंक को अंजाम दिया उससे राष्ट्र के नागरिकों के प्रति सरकार और राजनैतिक दलों की प्रतिबद्वता पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं। स्वतंत्र भारत के इतिहास में ऐसा खौफनाक हमला तो आजादी के तुरंत बाद […] Read more » terrorism आतंकवाद
टॉप स्टोरी राजनीति छात्रसंघ की छाती पर लिंगदोह का रोलर September 7, 2009 / December 26, 2011 by जयराम 'विप्लव' | Leave a Comment दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव संपन्न हुआ । इतिहास में पहली बार चार में से तीन पदों पर छात्रा प्रतिनिधि ने जीत हासिल की । लिंगदोह की आग में झुलसने के बाद भी दो प्रमुख छात्र संगठनों ने मीडिया और वामपंथी संगठनों के खोखले दावों को झुठलाते हुए अपना दबदबा बरकरार रखा । इस बार का डूसू चुनाव कई मायनों में गौर करने लायक है । Read more » Student Union छात्र राजनीति डूसू मीडिया लोकतंत्र
राजनीति ब्रिटिश राज की अल्पसंख्यक नीति और उसके परिणाम(1800 ई0 & 1947 ई0 & 2009 ई0) September 4, 2009 / December 26, 2011 by शाहिद रहीम | 4 Comments on ब्रिटिश राज की अल्पसंख्यक नीति और उसके परिणाम(1800 ई0 & 1947 ई0 & 2009 ई0) भारत की प्राचीन कौम हिन्दु आबादी आज जहां अपने ही देश में अल्पसंख्यकवाद से भयाक्रांत है, वहीं वैश्विक धरातल पर अल्पसंख्यकवाद की शिकार है और अपनी सांस्कृतिक स्वतंत्रता पर यूरोपीय नीति का दमन झेल रही है। इटली के मैक्यावेली (1469 ई0 से 1527 ई0) के शासकीय दर्शन ‘राजनीति और धर्म को अलग-अलग रहना चाहिए’ के […] Read more » British ब्रिटिश राज
राजनीति पंच परमेश्वर की अवधारणा और ग्राम स्वराज September 3, 2009 / December 26, 2011 by पंकज झा | 18 Comments on पंच परमेश्वर की अवधारणा और ग्राम स्वराज साहित्य, सिनेमा, कला आदि हर विधा में आज भले ही गाँव, गरीब, किसान, पंचायत आज कही नहीं हो, लेकिन पहले ऐसा नहीं था। लोक-रुचि की हर विधा में ग्रामीण परिवेश पहले बिखरा पड़ा होता था। या ऐसा भी कहे तो अतिशयोक्ति नहीं होगी कि अभिव्यक्ति का हर रास्ता पहले गाँव के चौपालों से हो कर […] Read more » God पंच परमेश्वर
राजनीति अल्पसंख्यकवाद से खतरा September 3, 2009 / December 26, 2011 by शाहिद रहीम | 12 Comments on अल्पसंख्यकवाद से खतरा क्या अल्पसंख्यकवाद का संकट सचमुच इतना गम्भीर है कि निवर्तमान सरसंघचालक कुप.सी. सुदर्शन ने देश के संविधान, देश की चुनाव प्रणाली और देश के जनमानस को बदलने तक का आह्वान कर दिया? पड़ताल कर रहें हैं राष्ट्रवादी लेखक और अंतराष्ट्रीय चितंक संस्थान ऑब्ज़रवर रिसर्च फाउण्डेशन के सीनियर मीडिया रिसर्चर शाहिद रहीम। ‘आश्चर्य का विषय है […] Read more » Minority अल्पसंख्यक
राजनीति पूर्वी भारत को तोड़ने की साजिश में लगे बंग्लादेशी घुसपैठिये : मयंक चतुर्वेदी September 3, 2009 / December 26, 2011 by मयंक चतुर्वेदी | 3 Comments on पूर्वी भारत को तोड़ने की साजिश में लगे बंग्लादेशी घुसपैठिये : मयंक चतुर्वेदी जब से भारत-पाक विभाजन हुआ है तभी से भारत में चोरी छिपे घुसपैठ करने की एक बड़ी और विकराल समस्या बनी हुई है किन्तु पाकिस्तान से बंग्लादेश एक स्वतंत्र देश बन जाने के बाद से पाक से ज्यादा बंग्लादेशियों की भारतीय सीमा में अवैध घुसपैठ सीमा से पार हो गई है। इन गंभीर हालातों को […] Read more » East India पूर्वी भारत
राजनीति पहले भारतीय जनता पार्टी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का हस्तक्षेप बंद हो September 2, 2009 / December 26, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 34 Comments on पहले भारतीय जनता पार्टी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का हस्तक्षेप बंद हो ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा’ के संबंधों पर केन्द्रित यह लेख कर्नाटक से प्रकाशित दैनिक प्रजावाणी में अभिमत पेज पर 31 अगस्त, 2009 को प्रकाशित हुआ था। मूलत: कन्नड में लिखे इस लेख का यह हिंदी अनुवाद है। हालांकि इस लेख में व्यक्त विचारों से हमारी असहमति है लेकिन समसामयिक होने और इसमें उठाए गए […] Read more » bjp भारतीय जनता पार्टी