लेख समाज भारतीय परिवारों की भौतिक आस्तियों में अतुलनीय वृद्धि दृष्टिगोचर है October 5, 2023 / October 4, 2023 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment किसी भी देश के लिए शुद्ध वित्तीय बचत की दर अधिक होना अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा मापदंड माना जाता है क्योंकि वित्तीय बचत की राशि अंततः पूंजी निर्माण करते हुए देश के आर्थिक विकास को गति देने में मुख्य भूमिका निभाती है। बचत दरअसल दो प्रकार की होती है, एक, वित्तीय बचत एवं द्वितीय, भौतिक […] Read more » भारतीय परिवारों की भौतिक आस्तियों में अतुलनीय वृद्धि दृष्टिगोचर है
मनोरंजन शख्सियत समाज साक्षात्कार सार्थक पहल राजस्थान और देश के महानगरों में सरकार के सूचना केन्द्रों को मूर्त रूप देने की अवधारणा के सूत्रधार थे कमल किशोर जैन October 5, 2023 / October 5, 2023 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment -गोपेंद्र नाथ भट्ट – लम्बा कद ,बड़ा ललाट,बुलन्द आवाज़,आँखों पर चश्मा और अपने गौर वर्ण के साथ हमेशा हँसमुख रहने वाले तथा बिन्दास अन्दाज़ एवं बेबाक़ी से अपनी बात रखने वाले स्वर्गीय कमल किशोर जैन का बहु आयामी और प्रतिभा सम्पन्न तथाआसाधारण व्यक्तित्व हर किसी को आकर्षित करता था। प्रिय जन उन्हें भैईयाजी के नाम […] Read more » कमल किशोर जैन
लेख समाज साक्षात्कार सार्थक पहल मुस्कान है सेहत एवं समृद्धि का अनमोल उपहार October 5, 2023 / October 5, 2023 by ललित गर्ग | Leave a Comment विश्व मुस्कान दिवस- 6 अक्टूबर, 2023– ललित गर्ग- प्रत्येक अक्टूबर के पहले शुक्रवार को यानी इस वर्ष 6 अक्टूबर को विश्व मुस्कान दिवस है। आज मनाए जाने वाले विश्व मुस्कान दिवस के पीछे वॉर्सेस्टर, मैसाचुसेट्स के एक अमेरिकी वाणिज्यिक कलाकार हार्वे बॉल के दिमाग की उपज थी। प्रतिष्ठित स्माइली फेस 1963 में उनके द्वारा बनाया […] Read more » मुस्कान है सेहत एवं समृद्धि का अनमोल उपहार विश्व मुस्कान दिवस- 6 अक्टूबर
शख्सियत समाज साक्षात्कार बापू की पत्रकारिता के सिद्धान्त October 2, 2023 / October 3, 2023 by श्याम सुंदर भाटिया | Leave a Comment राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर विशेष प्रो. श्याम सुंदर भाटिया अहिंसा के पथ-प्रदर्शक, सत्यनिष्ठ, समाज सुधारक और महात्मा के रूप में विश्वविख्यात बापू सबसे पहले सफल पत्रकार थे। बापू की पत्रकारिता भी उनके गांधीवादी सिद्धांतों की मानिंद है। बापू का स्पष्ट मानना था, पत्रकारिता की बुनियाद सत्यवादिता के मूल में निहित होती है। असत्य […] Read more » Bapu's principles of journalism बापू की पत्रकारिता के सिद्धान्त
शख्सियत समाज साक्षात्कार रहती दुनिया तक प्रासंगिक रहेगा ‘गाँधी दर्शन ‘ October 1, 2023 / October 3, 2023 by तनवीर जाफरी | Leave a Comment गाँधी जयंती (2 अक्टूबर )हेतु विशेष तनवीर जाफ़री भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की जन्मतिथि 2 अक्टूबर को उन्हें याद किया जाता है। पूरा विश्व गांधीवाद व गांधी दर्शन का इसीलिये क़ायल है कि उन्होंने दुनिया को सत्य व अहिंसा के साथ साथ सर्वधर्म समभाव के मार्ग पर चलते हुये विश्व […] Read more » गाँधी दर्शन
राजनीति शख्सियत समाज पं. दीनदयाल उपाध्याय हैं नये भारत के निर्माता September 22, 2023 / September 22, 2023 by ललित गर्ग | Leave a Comment पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्म जयन्ती – 25 सितम्बर, 2023 पर विशेषः -: ललित गर्ग:-भारतीय समाज एवं राष्ट्र को सुखी, संपन्न एवं मंगलकारी बनाने के निमित्त ‘एकात्म मानव-दर्शन’ व ‘अन्त्योदय’ की अद्भुत संकल्पना देने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्र-निर्माता एवं समाज-सुधारक महाव्यक्तित्व थे। आज की भारतीय जनता पार्टी उन्हीं के सिद्धान्तों को अग्रसर करते हुए उन्नत, सशक्त […] Read more » Pt. Deendayal Upadhyay is the creator of new India पं. दीनदयाल उपाध्याय हैं नये भारत के निर्माता
राजनीति लेख शख्सियत समाज नये भारत के निर्माता हैं कर्मयोद्धा नरेन्द्र मोदी September 18, 2023 / September 18, 2023 by ललित गर्ग | Leave a Comment श्री नरेंद्र मोदी के 73वें जन्म दिवस- 17 सितम्बर 2023 पर विशेष– ललित गर्ग- एक महान् कर्मयोद्धा के रूप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजनैतिक, सामाजिक, आध्यात्मिक, सामरिक और आर्थिक सशक्तता की छाप छोड़ते हुए भारत को विश्वगुरु बनाने को तत्पर है, यह इतिहास के निर्माण का भाव है। निश्चित ही उनकी दृष्टि एवं दिशा भारत […] Read more »
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म लेख वर्त-त्यौहार समाज गणेश हैं विघ्नहर्ता, मंगलकर्ता और उन्नत राष्ट्र-निर्माता September 18, 2023 / September 18, 2023 by ललित गर्ग | Leave a Comment गणेश चतुर्थी- 19 सितम्बर 2023 पर विशेष -ललित गर्ग-गणेश भारतीय संस्कृति के अभिन्न अंग हैं, वे विघ्नहर्ता एवं मंगलकर्ता सात्विक देवता हैं और उन्नत राष्ट्र-निर्माता हैं। वे न केवल भारतीय संस्कृति एवं जीवनशैली के कण-कण में व्याप्त है बल्कि विदेशों में भी घर-कारों-कार्यालयों एवं उत्पाद केन्द्रों में विद्यमान हैं। हर तरफ गणेश ही गणेश छाए […] Read more » Ganesha is the remover of obstacles the auspicious giver and the progressive nation-builder.
लेख विधि-कानून समाज अब अदालतें भी चिन्तित हैं माता-पिता की उपेक्षाओं पर September 12, 2023 / September 12, 2023 by ललित गर्ग | Leave a Comment – ललित गर्ग –नये बन रहे समाज एवं पारिवारिक संरचना में माता-पिता का जीवन एक त्रासदी एवं समस्याओं का पहाड़ बनता जा रहा है, समाज में बच्चों के द्वारा बुजुर्ग माता-पिता की उपेक्षाओं एवं उनके प्रति बरती जा रही उदासीनता इतनी अधिक बढ़ गयी है कि अदालतों को दखल देना पड़ रहा है। माता-पिता भोजन-पानी, […] Read more » Now the courts are also worried about the neglect of parents माता-पिता की उपेक्षा
लेख समाज शैक्षणिक व्यवस्था का सूत्रधार है शिक्षक September 5, 2023 / September 5, 2023 by डॉ शंकर सुवन सिंह | Leave a Comment डॉ.शंकर सुवन सिंह मनुष्य सभी प्राणियों में सर्वश्रेष्ठ है,अन्य प्राणियों की मानसिक शक्ति की अपेक्षा मनुष्य की मानसिक शक्ति अत्यधिक विकसित है। मनुष्य के पास प्रचुर मात्रा में ज्ञान होता है। इस ज्ञान का उपयोग देश की सेवा में लगाना चाहिए। तभी मनुष्य का जीवन सफल हो सकता है। मनुष्य कौन है? इस बात का […] Read more » Teacher is the architect of the educational system
लेख समाज बहू और बेटी में फर्क करता समाज September 5, 2023 / September 5, 2023 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment कविता रावलगनीगांव, उत्तराखंड भारतीय समाज जटिलताओं से भरा हुआ है. जहां रीति और रिवाज के नाम पर कई प्रकार की कुरीतियां भी शामिल हो गई हैं. इसका सबसे अधिक खामियाज़ा महिलाओं को भुगतनी पड़ती है. पितृसत्तात्मक समाज में लड़का और लड़की में जहां अंतर देखा जा सकता है वहीं बेटी और बहू के मामले में […] Read more »
लेख समाज कसौटी पर है अध्यापकों का विवेक और रचनाशीलता September 4, 2023 / September 4, 2023 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment शिक्षक दिवस ( 5 सितंबर) पर विशेष जीवन की परीक्षा में अगर हमारे छात्र फेल हो रहे हैं तो शिक्षक पास कैसे हो सकते हैं ? -प्रो.(डा.) संजय द्विवेदी जब हर रिश्ते को बाजार की नजर लग गयी है, तब गुरू-शिष्य के रिश्तों पर इसका असर न हो ऐसा कैसे हो सकता है ? नए […] Read more » The discretion and creativity of teachers is on the test