विविधा भारतीय सनातन परंपरा के रचनाकार धर्मपाल August 5, 2011 / December 7, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment डा. अमित शर्मा एक सनातनी कर्मवादी के रूप में श्री धर्मपाल ने एक भरपूर जिन्दगी जी और एक गरिमामय मृत्यु को प्राप्त हुए। 1919 में जलियांवाला बाग की घटना की राख और 1920 में तिलक महाराज की भस्म के बीच महात्मा गांधी ने अपनी एक जगह बनायी और भारत में स्वराज पाने की अथक कोशिश […] Read more » Dharam धर्मपाल
विविधा मीणा जी, ब्राह्मणों के मूल देश के बारे में जरा बताएँगे! August 5, 2011 / December 7, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 10 Comments on मीणा जी, ब्राह्मणों के मूल देश के बारे में जरा बताएँगे! कौशलेन्द्र प्रिय भारतीय अनार्य ……..एवं …..विदेशी आर्य बंधुओ ! सादर नमन ! ! ! निवेदन है कि मीणा जी के विचारों पर आक्रोशित होने की नहीं बल्कि चिंतित होने की आवश्यकता है….कारण यह है कि यह मात्र मीणा जी का ही नहीं बल्कि मीणा जी जैसे अनेकों लोगों का विचार है…अतः उनके विचारों की उपेक्षा […] Read more »
विविधा बीसवीं सदी में भारतीय इतिहास के छः काले पन्ने: भाग 8 August 4, 2011 / December 7, 2011 by रामदास सोनी | Leave a Comment रामदास सोनी काला पन्ना जो लिखा जा रहा है पिछली कड़ी में हमने इस्लामिक आतंकवाद के बारें में संक्षेप में चर्चा की। विचार श्रृंखला के इस अंतिम भाग में अब दूसरे प्रकार के आंतकवाद के बारें में थोड़ा सा चिंतन करें। भारत में मार्क्सवाद की विचारधारा से उपजे हुए विभिन्न संगठनों के आंतकवादी दस्ते सामाजिक […] Read more » Indian History भारतीय इतिहास
विविधा वीर जवानों से ऐसा बर्ताव करना लोकतंत्र के लिए खतरनाक सिद्ध हो सकता है… August 3, 2011 / December 7, 2011 by सुरेश चिपलूनकर | 1 Comment on वीर जवानों से ऐसा बर्ताव करना लोकतंत्र के लिए खतरनाक सिद्ध हो सकता है… सुरेश चिपलूनकर अपनी जान पर खेलकर देश के दुश्मनों से रक्षा करने वाले सैनिकों के प्रति सरकार और नौकरशाही का संवेदनहीन रवैया जब-तब सामने आता रहता है… 1) संसद पर हमले को नाकाम करने वाले जवानों की विधवाओं को चार-पाँच साल तक चक्कर खिलाने और दर्जनों कागज़ात/सबूत मंगवाने के बाद बड़ी मुश्किल से पेट्रोल पम्प […] Read more » Democracy लोकतंत्र
विविधा ‘सचमुच, आपकी नीयत ही सही नहीं है डॉ. मीणा जी’ August 2, 2011 / December 7, 2011 by डॉ. राजेश कपूर | 3 Comments on ‘सचमुच, आपकी नीयत ही सही नहीं है डॉ. मीणा जी’ डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ की टिप्पणी के जवाब में डॉ. राजेश कपूर की टिप्पणी डॉ. मीना जी, आपकी नीयत पर पाठकों को बार-बार संदेह होता रहा है. आज आपने एक बार फिर से साबित कर दिया कि सचमुच आपकी नीयत ही सही नहीं है. मेरे और इंजी.दिवस गौड़ जी के उकसावे में (सम्पादक महोदय के अनुसार मेरे उकसावे में) […] Read more »
विविधा लोकपाल: अब विपक्ष की बारी July 30, 2011 / December 7, 2011 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on लोकपाल: अब विपक्ष की बारी प्रमोद भार्गव आखिरकार सरकार ने जन आकांक्षाओं के विपरीत लोकपाल विधेयक के मसौदे को मंजूरी दे दी। मसौदा सामने आने के बाद सब जान गए हैं कि यह विधेयक नख-दंत विहीन है और इसके आने अथवा नहीं आने से भ्रष्टाचार पर कोई असर पड़ने वाला नहीं है। हालांकि केंद्र से ऐसा ही प्रारूप लाए जाने […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार लोकपाल विधेयक
विविधा मैं हिन्दू होने पर स्वयं को गौरवान्वित अनुभव करता हूँ : डॉ. मीणा July 30, 2011 / December 7, 2011 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | 17 Comments on मैं हिन्दू होने पर स्वयं को गौरवान्वित अनुभव करता हूँ : डॉ. मीणा प्रवक्ता डॉट कॉम के लोकप्रिय व नियमित कंट्रीब्यूटर डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ ने यह टिप्पणी डॉ. कुसुमलता केडिया के लेख ‘ईसाई धर्म और नारी मुक्ति’ पर एक टिप्पणीकार डॉ. राजेश कपूर के उकसावे पर की थी। ‘प्रवक्ता’ पर प्रकाशित डॉ. मीणा के लेखों पर लंबी चर्चा होती रही है। उनके विचार व व्यक्तित्व को लेकर […] Read more » hindu हिन्दू
विविधा फूट डालो और राज करो July 30, 2011 / December 7, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment वीरेन्द्र सिंह परिहार संप्रग सरकार एक नया विधेयक ”साम्प्रदायिक एवं लक्षित हिंसा रोकथाम पास करने जा रही है। इसका उद्देश्य साम्प्रदायिक, घटनाओं पर प्रभावी ढंग से अंकुश लगाना बताया जा रहा है। पर वास्तविकता में इस कानून का आशय है-हिन्दू आक्रामक है, तथा मुस्लिम ईसाई तथा दूसरे अल्पसंख्यक पीड़ित है। इस प्रस्तावित विधेयक में ऐसा […] Read more » Communal violence bill साम्प्रदायिक एवं लाक्षित हिंसा रोकथाम विधेयक
प्रवक्ता न्यूज़ विविधा कब तक इम्तेहान देती रहेगी रियाया? July 29, 2011 / December 7, 2011 by लिमटी खरे | Leave a Comment लिमटी खरे देश की आर्थिक राजधानी मुंबई पर आक्रांताओं द्वारा एक के बाद एक हमले किए जा रहे हैं और देश के शासक मौन साधे अपनी कुर्सी बचाने के लिए ‘गठबंधन धर्म‘ का बखूबी निर्वहन किया जा रहा है। इक्कीसवीं सदी में भारत गणराज्य के समस्त दलों के नेताओं के इस ‘गठबंधन धर्म‘ के आगे […] Read more » Mumbai Attack आतंकवाद मुंबई हमला
विविधा व्यक्तिगत एवं राष्ट्रीय चरित्र July 28, 2011 / December 8, 2011 by विजय कुमार | 1 Comment on व्यक्तिगत एवं राष्ट्रीय चरित्र विजय कुमार पिछले दिनों अमरीका में ‘कश्मीर अमेरिकन सेंटर’ चलाने वाले डा0 गुलाम नबी फई तथा उसका एक साथी पकड़े गये हैं, जो कुख्यात पाकिस्तानी संस्था आई.एस.आई के धन से अवैध रूप से सांसदों एवं अन्य प्रभावी लोगों से मिलकर कश्मीर पर पाकिस्तान के पक्ष को पुष्ट करने का प्रयास (लाबिंग) करते थे। इसके लिए […] Read more » national character राष्ट्रीय चरित्र
विविधा महंगाई बढ़ाने पर आमादा केन्द्र सरकार July 28, 2011 / December 8, 2011 by सुनील अमर | 1 Comment on महंगाई बढ़ाने पर आमादा केन्द्र सरकार सुनील अमर यह पहले से ही पता था कि निर्यात की अनुमति देते ही चीनी के दाम बढ़ जाऐंगे, बावजूद इसके केन्द्र सरकार ने चीनी निर्यात पर लगी रोक पिछले सप्ताह हटा ली और तत्काल ही खुदरा बाजार में चीनी के दाम में चार रुपया प्रति किलो की वृद्धि हो गयी! व्यापारियों को कालाबाजार सरीखा […] Read more » Inflation महंगाई
विविधा आतंकी हमले किसी भी सूरत में रोके जाने चाहिये July 23, 2011 / December 8, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on आतंकी हमले किसी भी सूरत में रोके जाने चाहिये डॉ. किशन कछवाहा मुम्बई में फिर तीन तीन विस्फोट हो गये जिसमें बीस से ज्यादा लोग मरे और एक सैंकड़ा से अधिक बुरी तरह घायल हो गये। क्या यह सरकार चलाने वालों के निकम्मेपन का उदाहरण नहीं है ? राष्ट्रीय जांच एजेंसी, स्पेशल प्रोटेक्शन गू्रप, टास्क फोर्स, विशेष सुरक्षाबल होने के बावजूद तीन तीन सीरियल […] Read more » terrorism आतंकवाद आतंकवादी हमला