विविधा उच्चन्यायालय का ऐतिहासिक निर्णय और सेक्यूलरवादी विषवमन December 18, 2010 / December 18, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on उच्चन्यायालय का ऐतिहासिक निर्णय और सेक्यूलरवादी विषवमन हरिकृष्ण निगम इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ का 30 सितंबर का ऐतिहासिक निर्णय यद्यपि अनेक पुराने विवादों पर निर्णायक फैसला देने से नहीं चुका है पर लगभग तीनों न्यायधीशों ने उन दुराग्रही अंग्रेजी मीडिया के एक बड़े वर्ग और कथित प्रगतिशील बुद्धिजीवियों की अयोध्या की रामजन्म स्थान के प्राचीन आस्तित्व को नकारने की निर्लज्जता […] Read more » Ram Birthplace रामजन्मभूमि आंदोलन
विविधा स्वार्थ अप्रतिम, मूल्यवान, अनिन्दनीय December 18, 2010 / December 18, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment हृदयनारायण दीक्षित अपना सुख सबकी कामना है। अपनों का सुख इसी अपने का हिस्सा है। तुलसीदास की आत्मानुभूति प्रगाढ़ थी। उन्होंने इसी अपनेपन के लिए एक प्रीतिकर शब्द दिया-‘स्वान्तः सुखाय’। रामकथा उन्होंने ‘स्वान्तः सुखाय’ ही गायी। सभी प्राणी अपने सुख के लिए ही कर्म करते हैं। दूसरों के सुख की बात करने वाले राजनीति करते […] Read more » Selfish स्वार्थ
विविधा जीवट वाले लोग December 17, 2010 / December 18, 2011 by विजय कुमार | 1 Comment on जीवट वाले लोग विजय कुमार एक संत हर बात में से कोई सार्थक संदेश देने का प्रयास करते थे। एक बार किसी ने उनसे पूछा कि क्या मृत्यु में भी कोई ऐसा संदेश है ? संत ने कहा – हां, दादा जी, दादी जी, पिताजी, माता जी आदि की मृत्यु में एक सार्थक संदेश है कि आना और […] Read more » People लोग
विविधा इन दलालों को सूली पर चढाओ December 16, 2010 / December 18, 2011 by जयप्रकाश सिंह | 4 Comments on इन दलालों को सूली पर चढाओ – जयप्रकाश सिंह ”ऐसे प्रश्न मत पूछिए। वह सहेगी क्योंकि वह भ्रष्टाचारियों को चुनती है। जिस दिन उसने चुनना बंद कर दिया, उस दिन किसी गांधी और जेपी को व्यथित होने की जरुरत नहीं पडेगी। हम भ्रष्टाचारियों को सूली पर चढाने की बात क्यों करते हैं, जनता को क्यों नहीं चढाते? असल गुनाहगार तो वही […] Read more » Corruption आशुतोष भ्रष्टाचार
विविधा आंकड़ों में उलझी भूख की बेबशी December 16, 2010 / December 18, 2011 by संजय स्वदेश | Leave a Comment संजय स्वदेश समाचार पत्र में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक देश की जनता को भुखमरी और कुपोषण से बचाने के लिए सरकार नौ तरह की योजनाएं चला रही है। पर बहुसंख्यक गरीबों को इन योजनाओं के बारे में पता नहीं है। गरीब ही क्यों पढ़े-लिखों को भी पता नहीं होगा कि पांच मंत्रालयों पर देश […] Read more » hunger गरीबी भूख
विविधा मध्यप्रदेश में हुआ था स्वामी विवेकानन्द के व्यक्तित्व का निर्माण December 16, 2010 / December 18, 2011 by डॉ. मनोज जैन | Leave a Comment ड़ॉ. मनोज जैन स्वामी विवेकानन्द के व्यक्तित्व के निमार्ण में मध्यप्रदेश का जो योगदान रहा है उसको आज स्मरण करने की आवश्यकता है। क्योंकि नई पीढ़ी को यह अवगत कराया जाना जरुरी है कि जिन स्वामी विवेकानन्द ने अपने तेज, ओज और ज्ञान से सारे विश्व को प्रभावित किया था उनके जीवन के कुछ महत्वपूर्ण […] Read more » Swamy Vivekanand स्वामी विवेकानंद
विविधा इस दहशत के पीछे आखिर क्या है इनका मकसद-अवनीश सिंह December 16, 2010 / December 18, 2011 by अवनीश राजपूत | Leave a Comment समय 6 बजकर 35 मिनट स्थान – काशी का शीतला घाट दिन – 7 दिसम्बर 2010 मंगलवार शाम शीतला घाट पर रोज कि तरह आज भी गंगा आरती देखने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों का तांता लगा है; तभी अचानक अचानक तेज धमाकों कि आवाज होती है और उसके बाद चारों तरफ चीख पुकार। भगदड़ में साल […] Read more » terrorism आतंकवाद वाराणसी में विस्फोट
विविधा स्वानुभव : डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ December 16, 2010 / December 18, 2011 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | 2 Comments on स्वानुभव : डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ जीवन का मतलब केवल संग्रह, प्रतिष्ठा या भौतिक प्रगति ही नहीं है। हमें सब कुछ मिल जाये, लेकिन जब तक हमारे पास शारीरिक स्वास्थ्य एवं मानसिक शान्ति रूपी अमूल्य दौलत नहीं है, तक तक मानव जीवन का कोई औचित्य नहीं है। सच्चे स्वास्थ्य तथा शान्ति के लिये मानसिक तथा शारीरिक तनावों से मुक्ति जरूरी, बल्कि […] Read more »
विविधा ‘इंडिया अंगेस्ट करप्शन मूवमेंट’ December 14, 2010 / December 18, 2011 by सतीश सिंह | 6 Comments on ‘इंडिया अंगेस्ट करप्शन मूवमेंट’ सतीश सिंह सच कहा जाए तो आज नेता, नौकरशाह, पुलिस, न्यायधीश, बाबू, चपरासी सभी भ्रष्टाचार के पंक पयोधि में आकंठ डूबे हुए हैं। जिसको जहाँ मौका मिल रहा है वह वहीं बहती गंगा में हाथ धो रहा है। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो आज वही ईमानदार है जिसको भ्रष्टाचार करने का अवसर नहीं मिल […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
विविधा आलीजा है मेरा शहर December 14, 2010 / December 18, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on आलीजा है मेरा शहर श्याम नारायण रंगा ‘अभिमन्यु‘ राजस्थान के पश्चिम के थार के दूर तक फैले मरूस्थल में बसा एक छोटा सा शहर जिसकी पहचान आज भुजिया व पापड़ के साथ-साथ साझा संस्कृति के लिए भी पूरी दुनिया में की जाती है। जी हाँ, मैं बात कर रहा हूँ बीकानेर की। मेरा शहर बीकानेर, हमारा शहर बीकानेर। मेरे […] Read more » Bikaner बीकानेर
विविधा विकिलीक्स के भारतीय संस्करण की ज़रूरत नहीं… December 14, 2010 / December 18, 2011 by श्रीराम तिवारी | 2 Comments on विकिलीक्स के भारतीय संस्करण की ज़रूरत नहीं… श्रीराम तिवारी देश-विदेश के विभिन्न सूचना माध्यमों में विकिलीक्स ने खासा स्थान बना लिया है. कुछ भारतीय मनचलों ने तो इसके भारतीय संस्करण की आवश्यकता भी रेखांकित की है. दिसंबर २०१० का आगाज दो बातों के लिए इतिहास में दर्ज रहेगा. एक -भारत में सत्ता और पूंजीवादी विपक्ष का लज्जास्पद कुकरहाव. दो- विकिलीक्स द्वारा लाखों […] Read more » Wikileaks विकिलीक्स
विविधा शहादत पर सियासत से कैसे रुकेगा आतंकवाद? December 13, 2010 / December 18, 2011 by नीरज कुमार दुबे | 1 Comment on शहादत पर सियासत से कैसे रुकेगा आतंकवाद? नीरज कुमार दुबे अपने बड़बोले बयानों से पहले भी विवाद खड़ा करते रहे कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह का यह कहना कि हेमंत करकरे ने मुंबई हमले से कुछ घंटे पहले मुझे फोन कर कहा था कि उन्हें हिंदू आतंकवादियों से खतरा है, सोची समझी राजनीतिक रणनीति का हिस्सा लगता है। उनका यह बयान ऐसे समय […] Read more » politics आतंकवाद दिग्विजय सिंह हेमंत करकरे