महिला-जगत समाज महिलाओं के साथ भेदभाव करता है समाज August 24, 2020 / August 24, 2020 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment नरेन्द्र सिंह बिष्ट नैनीताल, उत्तराखंड भारत में हिंसा के सबसे अधिक केस महिलाओं से ही जुड़े होते हैं। जिनका रूप कुछ भी हो सकता है। हालांकि पुरूष प्रधान इस देश में हमेशा महिलाओं को देवी का दर्जा दिया जाता रहा है। लेकिन सिक्के का दूसरा पहलू यह भी है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं को कमतर आंका जाता है। […] Read more » Society discriminates against women महिलाओं के प्रति समाज की सोच नकारात्मक महिलाओं के साथ भेदभाव
महिला-जगत लेख विधि-कानून महिलाओं के लिए विवाह की आयु बढ़ाना सही रहेगा या नहीं। August 20, 2020 / August 20, 2020 by प्रियंका सौरभ | 1 Comment on महिलाओं के लिए विवाह की आयु बढ़ाना सही रहेगा या नहीं। भारत में जिस समय महिलाओं को उनके भविष्य और शिक्षा की ओर ध्यान देना चाहिये, उस समय उन्हें विवाह के बोझ से दबा दिया जाता है, आज अब 21वीं सदी में इस रुढ़िवादी प्रथा में बदलाव की आवश्यकता है, जो कि महिला सशक्तीकरण की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम साबित होगा। —प्रियंका सौरभ प्रधान […] Read more » महिलाओं के लिए विवाह की आयु विवाह की न्यूनतम आयु पर पुनर्विचार
महिला-जगत विश्ववार्ता समाज वर्क फ्रॉम होम के दौर में लैंगिक उत्पीडन का बदलता स्वरूप August 12, 2020 / August 12, 2020 by उपासना बेहार | Leave a Comment उपासना बेहार कोरोना वाइरस के कारण देश में सम्पूर्ण लाक डाउन किया गया था जिसने सबको घर के अंदर रहने को बाध्य कर दिया था इस दौर में लोग घर से ऑफिस का काम (work from home) करने लगे. पहले भारत में कम संख्या में वर्क फ्राम होम होता था लेकिन लाक डाउन के कारण […] Read more » Changing nature of sexual harassment Changing nature of sexual harassment during the era of work from home era of work from home लैंगिक उत्पीडन वर्क फ्रॉम होम वर्क फ्रॉम होम के दौर में लैंगिक उत्पीडन
महिला-जगत लेख समाज बाल विवाह की कुप्रथा पर रोक जरूरी July 19, 2020 / July 19, 2020 by सोनम लववंशी | Leave a Comment बाल विवाह समाज के लिए सबसे बड़ा अभिशाप बना हुआ है। आज हम 21वीं सदी में जी रहे है, समाज में स्त्री और पुरूष के समान हक की बात भी करते है। लेकिन समाज में आज भी स्त्रियों को न ही समान हक दिया जाता है और न ही समान शिक्षा। इस बात […] Read more » It is necessary to stop the practice of child marriage बाल विवाह की कुप्रथा
महिला-जगत लेख माहवारी पर शर्म नहीं, चर्चा करती है लड़कियाँ July 16, 2020 / July 16, 2020 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment पूनम जोनवाल टोंक, राजस्थान 21वीं सदी का भारत न केवल विज्ञान और टेक्नोलॉजी में ही आगे बढ़ा है, बल्कि सामाजिक रूप से भी यह पहले से अधिक समृद्ध हुआ है। हालांकि सामाजिक चेतना के रूप में इसका अपेक्षाकृत विकास नहीं हुआ है। विशेषकर महिलाओं के अधिकारों के संबंध में अभी भी भारतीय समाज वैचारिक रूप से […] Read more » माहवारी पर शर्म नहीं
महिला-जगत समाज संकट काल में महिलाएं हुई बेहाल July 7, 2020 / July 7, 2020 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment — डॉo सत्यवान सौरभ, कोरोनावायरस महामारी का महिलाओं के काम पर बहुत नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। खासकर अकेली महिलाओं, विधवाओं, दैनिक मजदूरी करने या असंगठित क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा कानूनों के तहत कोई सुरक्षा नहीं मिली है. उनके सामने कामकाज के दोहरे बोझ के साथ ही वित्तीय संकट भी आ खड़ा […] Read more » Women are more troubled during the corona crisis महिलाएं हुई बेहाल
महिला-जगत विधि-कानून नारी की अस्मिता से ना करो खिलवाड़, वरना अब है फांसी का फंदा तैयार March 23, 2020 by दीपक कुमार त्यागी | Leave a Comment दीपक कुमार देश में बेहद लम्बी चलने वाली कानूनी प्रक्रिया के बाद सात साल तीन महीने चार दिन के बाद निर्भया को आखिरकार इंसाफ मिल ही गया, निर्भया के चारों दोषियों को 20 मार्च 2020 के तड़के 5.30 बजे देश की राजधानी दिल्ली में तिहाड़ जेल की फांसी की कोठी में मेरठ के जल्लाद पवन […] Read more » नारी की अस्मिता
महिला-जगत लेख सत्ता के विकेंद्रीकरण में महिला शक्ति March 18, 2020 / March 18, 2020 by जावेद अनीस | Leave a Comment जावेद अनीस महिला दिवस के नाम पर हम महिला सशक्तिकरण की चाहें जितनी भी बातें कर लें, लेकिन हकीकत यह है कि आज भी हमारा समाज महिलाओं को बराबरी का हक़ देने तैयार नहीं है। आजादी के बाद महिलाओं की समानता और उनकी सभी स्तरों पर भागीदारी पर जोर दिया गया है लेकिन इस दिशा में हम अभी भी बहुत पीछे […] Read more » Women Power Women power in decentralization of power विकेंद्रीकरण
महिला-जगत समाज राष्ट्र और समाज के निर्माण में हमेशा ही नारी शक्ति की अहम भूमिका रही है March 7, 2020 / March 7, 2020 by ब्रह्मानंद राजपूत | Leave a Comment (अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस 08 मार्च पर विशेष आलेख) हम विश्व में लगातार कई वर्षों से अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाते आ रहे हैं, महिलाओं के सम्मान के लिए घोषित इस दिन का उद्देश्य सिर्फ महिलाओं के प्रति श्रद्दा और सम्मान बताना है। इसलिए इस दिन को महिलाओं के आध्यात्मिक, शैक्षिक, आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक उपलब्धियों के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। नारी मानव जाति […] Read more » international women's day अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस 08 मार्च राष्ट्र और समाज के निर्माण में हमेशा ही नारी शक्ति
महिला-जगत समाज त्याग-समर्पण स्नेह धैर्य व दायित्व की प्रतिमूर्ति “माँ” महिला का सबसे शक्तिशाली स्वरूप March 7, 2020 / March 7, 2020 by दीपक कुमार त्यागी | Leave a Comment अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेषदीपक कुमार त्यागी “अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस” जो समाज में महिलाओं के महत्वपूर्ण योगदान और उपलब्धियों पर ध्यान आकर्षित करके केन्द्रित करने के लिये विश्व भर में 8 मार्च को हर वर्ष मनाया जाता है। इस दिन को विश्व की ताकतवर नारी शक्ति को सम्मान देने, उनके कार्यों की सराहना करने और […] Read more » international women's day अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस
महिला-जगत लेख स्त्री पुरुष के समग्र चिंतन का प्रतीक है अर्द्धनारीश्वर की हिंदू अवधारणा March 7, 2020 / March 7, 2020 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment कृतिका गुगनानी हिंदू परम्परा के परिवारों में सामान्यतः पितृसत्तात्मक समाज ही होते हैं, किंतु इसके साथ साथ सदा से यह स्थापना भी रही कि नारी प्रथम प्रणाम की अधिकारी है. इसके फलस्वरूप ही लिखा गया कि – पूजनीय आधारभूते मातृशक्ति नमोस्तुते, नमोस्तुते, नमोस्तुते पितृसत्तात्मक समाज का जो एक प्रमुख लक्षण माना जाता है, वह यह कि विवाह संस्था में स्त्री अपनें […] Read more » 8th march international women"s day International Women Day international women's day women"s day women day 8th march अर्द्धनारीश्वर की हिंदू अवधारणा
महिला-जगत लेख मानवता के विकास की आधारशिला है नारी सशक्तिकरण March 6, 2020 / March 6, 2020 by अमिता सिंह | Leave a Comment राष्ट्र का अभिमान है “नारी”। राष्ट्र की शान है नारी । भारतीय परिवेश व परिधान की शोभा है नारी । नर से नारायण की कहावत को चरितार्थ करती है नारी | मानवता की मिशाल है नारी । महिला सशक्तिकरण से तात्पर्य है समाज में महिलाओं के वास्तविक अधिकार को प्राप्त करने के लिए उन्हें सक्षम […] Read more » Empowerment of women is the cornerstone of the development of humanity कन्या भ्रूण हत्या कार्य-स्थल में उत्पीड़न के खिलाफ कानून गरिमा और शालीनता के लिए अधिकार नारी सशक्तिकरण मानवता के विकास की आधारशिला यौन उत्पीड़न अधिनियम के तहत विकास की आधारशिला है नारी सशक्तिकरण संपत्ति पर अधिकार - हिंदू उत्तराधिकारी अधिनियम समान वेतन का अधिकार