प्रवक्ता न्यूज़ पंचायतों में महिला प्रतिनिधियों के सैद्धांतिक एवं व्यवहारिक पहलू

पंचायतों में महिला प्रतिनिधियों के सैद्धांतिक एवं व्यवहारिक पहलू

डाँ. रमेश प्रसाद द्विवेदी प्रस्तावना: देश को स्वतंत्र हुए 63 साल पूर्ण हो चके है लेकिन महिलाओं की स्थिति में कोई खास बदलाव नहीं दिख…

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विविधा बाबा रामदेव के खोट खोजने की कवायद

बाबा रामदेव के खोट खोजने की कवायद

प्रमोद भार्गव बाबा और अन्ना के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलनों से हलाकान यूपीए की केंद्र सरकार अब खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे की स्थिति में है। दुर्घटना…

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मीडिया प्रचार के भूखे हैं बाबा रामदेव

प्रचार के भूखे हैं बाबा रामदेव

विनोद उपाध्याय आज-कल बाबा रामदेव की तुलना राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से की जा रही है। लेकिन दोनों के व्यक्तित्व और कृतित्व में जमीन-आसमान का अंतर…

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राजनीति फायर ब्रांड उमा की खामोश वापसी!

फायर ब्रांड उमा की खामोश वापसी!

लिमटी खरे उमा भारती एक फायर ब्रांड साध्वी और नेत्री हैं इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है। उमा जनाधार वाली नेत्री हैं,…

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विविधा भारतीय समाज और गाय

भारतीय समाज और गाय

सौरभ मालवीय मानवता ने जब भी चेतना को प्राप्त किया तो उसने सर्व शक्ति सम्पन्न को मातृ रूपेण ही देखा है। इसी कारण भारत में…

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विविधा उलझाया जा रहा है भ्रष्टाचार का मुद्दा !

उलझाया जा रहा है भ्रष्टाचार का मुद्दा !

नरेश भारतीय स्पष्ट संकेत हैं कि भारत के अंदर एक परिवर्तनकारी आत्म-संघर्ष का होना अवश्यम्भावी है, क्योंकि स्वाधीनता के बाद से देश में जिस प्रकार…

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राजनीति बंगाल में सत्ता परिवर्तन के मायने

बंगाल में सत्ता परिवर्तन के मायने

बंगाल विधानसभा के चुनाव परिणाम किसी भी प्रकार से अप्रत्याशित नहीं थे । पंचायत चुनाव और लोकसभा चुनाव पहले से ही इन परिणामों कि घोषणा…

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व्यंग्य भ्रष्टाचार पोषक चांडाल चौकडि सावधान हो जाओ जनता आती है।

भ्रष्टाचार पोषक चांडाल चौकडि सावधान हो जाओ जनता आती है।

आनन्द स्वरूप यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्वभवथि भारतह अभ्युथानम अधर्मस्य तदात्मानम स्रिजामि अहम। भगवान नें अपने भक्तो को दिये गये इस वचन को समय समय…

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व्यंग्य राहुल गाँधी का मिशन-2012 हुआ गोलपोस्ट से बाहर

राहुल गाँधी का मिशन-2012 हुआ गोलपोस्ट से बाहर

शीर्षक देख लग रहा होगा कि इस पंक्ति का लेखक अति-उत्साह का मारा है। उसकी राजनीतिक समझ गहरी नहीं है। सोच भी दूरदर्शी न हो…

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व्यंग्य कालेधन के समर्थन में

कालेधन के समर्थन में

पंडित सुरेश नीरव आजकल कालेधन की वापसी को लेकर लोगों में एक अजीब-सी खब्त सवार हो गई है। जिसे देखो वही कालेधन की वापसी को…

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राजनीति लोकतंत्र शर्मिंदा है तानाशाही ज़िंदा है

लोकतंत्र शर्मिंदा है तानाशाही ज़िंदा है

गिरीश पंकज दिल्ली में बाबा रामदेव और उनके समर्थकों के साथ जो कुछ भी हुआ, उसे दुहराने की ज़रुरत नहीं. पूरी दुनिया ने भारतीय लोकतंत्र…

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राजनीति उमा भारती से कौन डरता है ?

उमा भारती से कौन डरता है ?

क्या उनकी ऊर्जा का सार्थक इस्तेमाल कर पाएगी भाजपा संजय द्विवेदी ना-ना करते आखिरकार उमा भारती की घर वापसी हो ही गयी। उमा भारती यानि…

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