
वस्तानवी साहब और दारूल उल उलूम देवबन्द की परम्पराएं
Updated: December 15, 2011
अनिल त्यागी गुलाम मोहम्मद वस्तानवी के दारूल उल उलूम देवबन्द के मोहतमिम चुने गये तो उनकी तारीफ में ढेरो बयान और बाते आई। मजलिसे शूरा…
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लाल चौक ही क्यों, मुजफ्फराबाद में क्यों न फहराएं तिरंगा?
Updated: December 15, 2011
तनवीर जाफ़री राष्ट्रीयध्वज के स्वाभिमान की आड़ में भारतीय जनता पार्टी द्वारा गत् दिनों एक बार फिर भारतवासियों की भावनाओं को झकझोरने का राजनैतिक प्रयास…
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जानने का अधिकार तो दे दिया पर जानने न दिया
Updated: December 15, 2011
पूजा श्रीवास्तव जी हां, मैं बात कर रही हूं भारत की तीसरी क्रांति के रूप में पहचाने जाने वाले सूचना के अधिकार कानून की स्थिति…
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व्यक्ति – चित्र/ पाकिस्तान के उदारवादी चेहरे की मौत
Updated: December 15, 2011
सलमान तासीर के व्यक्तित्व पर एक आलेख प्रमोद कुमार बर्णवाल १९४७ में पाकिस्तान के निर्माण के बाद से अब तक सिन्धू नदी मे बहुत सारा…
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वर्तमान हालात और मीडिया की जिम्मेदारी
Updated: December 15, 2011
श्याम नारायण रंगा ‘अभिमन्यु’ लोकतंत्र के तीन मुख्य स्तम्भ है विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका और लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ के रूप में सर्वमान्य तरीके से…
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नर्मदा कुंभ का होगा निराला आगाज
Updated: December 15, 2011
विराग पाचपोर, नागपुर (महाराष्ट्र ) माँ नर्मदा सामाजिक कुंभ में देशभर से संत, महात्माओ एवं प्रबुद्धजनो के अलावा लगभग तीस लाख लोगों के आने की…
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चीन के जहरीले मंसूबे
Updated: December 15, 2011
डा कुलदीप चंद अग्निहोत्री भारत सरकार चीन से संबंध सुधारने का हर संभव प्रयास कर रही है । संबंध सुधारने के जल्दी में वह किसी…
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आगे देखने से परहेज
Updated: December 15, 2011
विजय कुमार भारत में सेक्यूलर नाम की एक प्रजाति है, जिसके लोग अनेक राजनीतिक दलों और सामाजिक, सांस्कृतिक संस्थाओं में पाए जाते हैं। इन लोगों…
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राजपथ से रामपथ पर: आचार्य गिरिराज किशोर
Updated: December 15, 2011
विजय कुमार विश्व हिन्दू परिषद के मार्गदर्शक आचार्य गिरिराज किशोर का जीवन बहुआयामी है। उनका जन्म 4 फरवरी, 1920 को एटा, उ.प्र. के मिसौली गांव…
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जनता के पैसों की होली खेलने वालों को सिखाना होगा सबक
Updated: December 15, 2011
लिमटी खरे अस्सी के दशक के उपरांत भारत गणराज्य में भ्रष्टाचार की जड़ें तेजी से पनपना आरंभ हुईं थीं। तीस सालों में भ्रष्टाचार का यह…
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विकराल चुनौती बन गई है आंतरिक सुरक्षा
Updated: December 15, 2011
लिमटी खरे केंद्र और राज्यों की सरकारों के बीच समन्वय के अभाव का परिणाम आज साफ तौर पर देखने को मिल रहा है। अस्सी के…
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धनकुबेरों के सामने घुटने टेकती सरकार
Updated: December 15, 2011
लिमटी खरे भारत गणराज्य की सरकारों के लिए इससे अधिक शर्म की बात और क्या होगी कि देश के हर एक आदमी के गाढ़े पसीने…
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