माया जी व राहुल जी का प्रेम वार्तालाप
तुम करती हो हाथी की सवारी मेरे पास है खाली पंजा,प्रिये ! मै पंजे से
तुम करती हो हाथी की सवारी मेरे पास है खाली पंजा,प्रिये ! मै पंजे से
अरे..रे..रे, आप गलत सोच रहे है, हम उत्तेजित नहीं हो रहे है बल्कि ये तो
अमर शहीद-भगतसिंह -राजगुरु -सुखदेव की शहादत को चिरस्मरणीय बनाते हुए-काव्यात्मक श्रद्धाँजलि ! मुक्ति संग्राम में
भारत की आजादी के इतिहास को जिन अमर शहीदों के रक्त से लिखा गया है,