राजनीति हिमाचल राजभवन में राष्ट्रनीति की गूंज July 26, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य    हिमाचल राजभवन में राष्ट्रनीति की गूंजहमारा मानना है कि भारत को ‘विश्वगुरू’ बनाने का हमारा संवैधानिक लक्ष्य तभी पूर्ण हो सकता है जबकि हमारे राजभवनों में तपे हुए संत प्रकृति के और दार्शनिक बुद्घि के राजनेता विराजमान होंगे। राजभवनों में यदि निकृष्ट चिंतन के लोगों को भेजा जाएगा तो […] Read more » featured हिमाचल भारत राजभवन राष्ट्रनीति विश्वगुरू हिमाचल राजभवन
राजनीति प्रणव दा का अन्तिम सन्देश July 26, 2017 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on प्रणव दा का अन्तिम सन्देश राकेश कुमार आर्य प्रणव मुखर्जी अब भारत के पूर्व राष्ट्रपति हो गये हैं। इसमें कोई दो मत नहीं कि उनका व्यक्तित्व असाधारण है और उन्हें अपने जीवन में राष्ट्रपति के रूप में नहीं अपितु प्रधानमंत्री के रूप में राष्ट्र की सेवा करने का अवसर मिलना चाहिए था। परंतु कांग्रेस में जब तक एक ही परिवार […] Read more » Featured last speech of Pranab Mukherjee pranab mukherjee प्रणव दा का अन्तिम सन्देश भारत राष्ट्रपति सन्देश प्रणव मुखर्जी
राजनीति भारत बनाम चीन July 21, 2017 by वीरेंदर परिहार | Leave a Comment । लेकिन सबसे बड़ा सच यह है कि यह पं. जवाहरलाल नेहरु के वक्त का भारत नहीं है, यह नरेन्द्र मोदी के वक्त का भारत है। चीन के ज्यादा शक्तिशाली होने और ज्यादा संख्याबल होने के बाबजूद भारत बखूवी चीन का मुकाबला कर सकता है। लोगों को यह पता होना चाहिए कि संख्याबल से ही युद्ध नहीं जीते जाते। चाहे वह फौजों की संख्या हो या हथियारों की संख्या हो। दुनिया में इसका सबसे बड़ा उदाहरण इजरायल है, जो संख्या में बहुत कम होने के बाबजूद कई बार अरब देशों की विशाल सेनाओं को बुरी तरह पराजित कर चुका है। Read more » China Featured India India versus China चीन डोकलाम भारत भारत बनाम चीन मसूद अख्तर
राजनीति राजनीति में एक ‘नचकैंया भालू’ July 11, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य भारत लोकतंत्र की जन्मस्थली है। आज का ब्रिटेन और अमेरीका तो भारत के लोकतंत्र की परछाईं मात्र भी नहीं है। हमारे ‘शतपथ ब्राह्मणादि ग्रंथों’ में राजनीतिशास्त्रियों के लिए कई बातें अनुकरणीय रूप से उपलब्ध हैं। ‘शतपथ ब्राह्मण’ में राजकीय परिवार के लोगों के राजनीतिक अनुभवों से देश को लाभान्वित करने के उद्देश्य […] Read more » Featured भारत राजनीति लालू लोकतंत्र
राजनीति सार्थक पहल भारत और इजराइल के रिश्तेः संस्कृति के दो पाट July 8, 2017 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment -संजय द्विवेदी इजराइल और भारत का मिलन दरअसल दो संस्कृतियों का मिलन है। वे संस्कृतियां जो पुरातन हैं, जड़ों से जुड़ी है और जिन्हें मिटाने के लिए सदियां भी कम पड़ गयी हैं। दरअसल यह दो विचारों का मिलन है, जिन्होंने इस दुनिया को बेहतर बनाने के लिए सपने देखे। वे विचार जिनसे दुनिया सुंदर बनती […] Read more » Featured इजराइल भारत भारत और इजराइल
विविधा जब चीन को हराया था भारत ने July 5, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य  भारत के प्रधानमंत्री मोदी के सत्ता संभालने के बाद से चीन के हृदय की धडक़नें कुछ अधिक ही बढ़ी हुई हैं। अब भारत ने अपनी सीमाओं की रक्षा करना सीख लिया है, बस यही कारण है जो कि चीन को फूटी आंख नहीं सुहा रहा है। अब चीन हमें 1962 के […] Read more » China Featured India when India defeated China चीन भारत
राजनीति भारत को अमेरिका बनाने के संकल्प का सत्य June 28, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment अमेरिका के कारोबारी दिग्गजों को संबोधित करते हुए मोदी ने भरोसा दिलाना चाहा कि भारत आर्थिक सुधारों की राह पर चल रहा है और भारत में निवेश करना तथा व्यापार करना पहले से कहीं आसान हो गया है, इसलिए भारत में पूंजी लगाने में वे तनिक न हिचकें। आर्थिक सुधारों की दिशा में अपनी सरकार के नए व बड़े कदम के रूप में उन्होंने वस्तु एवं सेवा कर यानी जीएसटी की चर्चा की। इसी के साथ उन्होंने भारत-अमेरिका का व्यापार कुछ ही बरसों में कई गुना बढ़ जाने की उम्मीद जताई। मोदी की इस अमेरिका यात्रा की अहमियत जाहिर है और इसे संभावनाभरा भी माना जा रहा है। Read more » Featured अमेरिका भारत
समाज क्यों कर रहा है किसान आत्महत्या? June 27, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य   भारत का ‘अन्नदाता’ इस समय आत्महत्या कर रहा है। जैसे-जैसे यह घटनाएं बढ़ती हैं, वैसे-वैसे ही विपक्षी पार्टियां चिल्लाती हैं कि सरकार किसानों के लिए कुछ नहीं कर रही है, और यह सरकार किसान विरोधी है। विपक्ष की इस चिल्लाहट के बीच सरकारें किसानों के कर्ज माफ कर रही हैं। […] Read more » farmers suicide Featured आत्महत्या किसान प्रधानमंत्री भारत योगी आदित्यनाथ
विविधा भारत में राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया June 27, 2017 by सज्जाद हैदर | Leave a Comment भारत में राष्ट्रपति के चुनाव का तरीका अमेरिका की तरह नहीं है यहां पर संविधान में राष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया निहित है। माना जाता है कि भारत के संविधान निमार्ताओं ने विभिन्न देशों की चुनाव पद्धतियों का खासा अध्ययन करने के बाद कई अच्छे प्रावधानों को शामिल किया है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल […] Read more » Featured Presidential election in India भारत भारत में राष्ट्रपति के चुनाव का तरीका राष्ट्रपति राष्ट्रपति के चुनाव का तरीका राष्ट्रपति चुनाव
विविधा 21 जून : भारत वंदन दिवस June 20, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment जब संसार एक मौन क्रांति से बाहर निकलकर अर्थात अपने 'द्विज' बनने की साधना को पूर्ण करके अपनी साधना (संसार में सात्विक लोगों के संगठनीकरण की प्रक्रिया) से बाहर आएगा तो उस सफलता में भारत की बड़ी भूमिका होगी। निश्चय ही उस समय भारत का अतीत वर्तमान विश्व के मंचों पर विराजमान होगा और सारा संसार उसकी आरती कर रहा होगा। उस भव्य और दिव्य दिवस की आहट 21 जून ने दे दी है। अभी तो शुरूआत है। आने वाला समय निश्चय ही अच्छा होगा। Read more » 21 जून Featured अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ आरती प्रधानमंत्री भारत भारतीय संस्कृति मां भारती संसार
राजनीति आग लगाने में ‘प्रवीण’ तोगडिय़ा June 20, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment भारतीय राजनीति जिस समय राम मंदिर निर्माण पर मौन थी और मुस्लिम तुष्टिकरण के चलते हिंदू विरोध की राजनीति को अपना मौलिक संस्कार माने बैठी थी -उस समय राम जन्मभूमि के मुददे को गर्माना और हिन्ंदू के भीतर आत्मस्वाभिमान पैदा करने के लिए उसे राजनीतिक रूप से चेतनित करना आवश्यक हो सकता है, परंतु हिन्दू को मुसलमान के विरूद्घ आक्रामक बनाकर वर्गीय संघर्ष को जन्म देना उचित नहीं हो सकता। Read more » Featured किसानों का नरसंहार प्रवीण तोगडिय़ा भारत भारत के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद सांस्कृतिक राष्ट्रवाद हिन्दुत्वनिष्ठ राजनीति
वर्त-त्यौहार समाज ईद इंसानियत का पैगाम देता है June 19, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment रोजा वास्तव में अपने गुनाहों से मुक्त होने, उससे तौबा करने, उससे डरने और मन व हृदय को शांति एवं पवित्रता देने वाला है। रोजा रखने से उसके अंदर संयम पैदा होता है, पवित्रता का अवतरण होता है और मनोकामनाओं पर काबू पाने की शक्ति पैदा होती है। एक तरह से त्याग एवं संयममय जीवन की राह पर चलने की प्रेरणा प्राप्त होती है। इस लिहाज से यह रहमतों और बरकतों का महीना है। Read more » Featured आपसी सद्भावना ईद भारत साम्प्रदायिक सौहार्द