समाज अंतहीन होता आज भ्रष्टाचार का मुद्दा July 8, 2011 / December 9, 2011 by आर.अस.शर्मा (नागेश) | 2 Comments on अंतहीन होता आज भ्रष्टाचार का मुद्दा आर.एस.शर्मा ‘नागेश’ आज समूचे भारत में ही नहीं पूरे विश्व में भारतवर्ष में चल रहे काला धन और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चल रही गर्माहट की चर्चा जोर-शोर से चल रही है। बच्चा, बूढ़ा, जवान, स्त्री, पुरुष और हर वर्ग से जुड़ा समाज इसी को लेकर बड़ा ही गंभीर है। ऐसा नहीं कि भ्रष्टाचार का […] Read more » Corruption अंतहीन भ्रष्टाचार मुद्दा
व्यंग्य भ्रष्टाचार मिटाना ही होगा July 7, 2011 / December 9, 2011 by पंडित सुरेश नीरव | Leave a Comment पंडित सुरेश नीरव भ्रष्टाचार मिटाना ही होगा। देश को भ्रष्टाचार से जब तक मुक्त नहीं कराया जाएगा तब तक देश तरक्की नहीं कर पाएगा। भ्रष्टाचार हटाओ समिति की बैटक में चंपालालजी बोल रहे थे। आज चंपालालजी-जैसे देश के हर जागरुक नागरिक की चिंता भ्रष्टाचार हटाने की है। चंपालालजी उससे अछूते कैसे रह सकते हैं। और […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
विधि-कानून जब्त होगी भ्रष्टाचार से कमाई बेनामी संमित्त July 3, 2011 / December 9, 2011 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव यह एक अच्छी खबर है कि सरकार भ्रष्टाचार से अर्जित काली कमाई को जब्त करने का कानून इसी मानसून सत्र में लाने जा रही है। इसके लिए बेनामी लेनदेन अधिनियम 1988 में संशोधन करना तो जरूरी होगा ही नौकरशाही के लिए ढाल बने संविधान के अनुच्छेद 310 एवं 311 में भी बदलाव करना […] Read more » Corruption बेनामी संमित्त भ्रष्टाचार
व्यंग्य भ्रष्टाचार महाक्ति कलियुगे!! June 5, 2011 / December 11, 2011 by अशोक गौतम | 1 Comment on भ्रष्टाचार महाक्ति कलियुगे!! बाजे गाजे की आवाज सुन हड़बड़ाया जाग कर बाहर निकला तो पैरों तले से जमीन खिसक गई। वे सुबह सुबह अपने फसली बटेरों के जुलूस के साथ झोटे सी गरदन को चंदे के गुड्डी कागजों की मालाओं से लक दक किए गंजे सिर पर लाल साफा बांधे, मुहल्ले के मास्टर जी की पहले तो ट्रांसफर […] Read more » Corruption कलियुगे भ्रष्टाचार महाक्ति
व्यंग्य भ्रष्टाचार ने बड़ौ दुख दीनौ June 5, 2011 / December 11, 2011 by पंडित सुरेश नीरव | Leave a Comment ऱाष्ट्रकुल खेलों में भरपेट भ्रष्टाचार का खेल खेलने के बाद भ्रष्टाचार मिटाओ का खेल आजकर देश में काफी लोकप्रिय हो रहा है। जिसे मौका मिलता है नही भ्रष्टाचार मिटाने पर आमादा हो जाता है। मीडिया भी क्रिकेट के बाद भ्रष्टाचार मिटाओ की लुभावनी झांकी को दिखाते हुए छलक-छलक जा रहा है। और लोगबाग भी बड़े […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
राजनीति संवैधानिक पदों पर नियुक्ति में भी भ्रष्टाचार March 7, 2011 / December 15, 2011 by विनोद उपाध्याय | 2 Comments on संवैधानिक पदों पर नियुक्ति में भी भ्रष्टाचार एक तरफ देश में भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाने के लिए यूपीए सरकार हर दिन बयानबाजी करती नजर आती है तो दूसरी तरफ संवैधानिक पदों पर ऐसे लोगों को नियुक्त किया जाता है जो खुद दागदार हैं और जिनकी प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। सर्वोच्च अदालत ने अपने फैसले में साफ कहा है कि मुख्य […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
विविधा भ्रष्टाचार का मुद्दा परिवर्तन का उत्प्रेरक बन सकता है February 26, 2011 / December 15, 2011 by लालकृष्ण आडवाणी | 4 Comments on भ्रष्टाचार का मुद्दा परिवर्तन का उत्प्रेरक बन सकता है लालकृष्ण आडवाणी भारत को स्वतंत्र हुए अब छ: दशक से ज्यादा हो गए। पहले तीन दशकों में कांग्रेस पार्टी का प्रभुत्व राजनीतिक परिदृश्य पर विशालकाय की भांति छाया रहा। अनेक राज्यों में यह सत्ता में थी। लोकसभा में, गैर -कांग्रेस दल इतनी संख्या नही जुटा पाए थे कि उन्हें मान्यता प्राप्त विपक्ष का पद मिलता […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
विविधा श्री महान …………. जी February 25, 2011 / December 15, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on श्री महान …………. जी मनीष अरजरिया सूत्रधार :- तो भाइयों और बहिनों , हमारे प्रधानमंत्री ने अफ़सोस जताया है कि वे भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों से लड़ने और उन्हें चित्त करने में अक्षम है. यानि कि वे उतने ही मजबूत है जितना कि भ्रष्टाचारी उन्हें मजबूत रखना चाहते है . और उतने ही कमजोर है जितना कमजोर उन्हें भ्रष्टाचारी रखना […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
विविधा जनता के पैसों की होली खेलने वालों को सिखाना होगा सबक February 4, 2011 / December 15, 2011 by लिमटी खरे | Leave a Comment लिमटी खरे अस्सी के दशक के उपरांत भारत गणराज्य में भ्रष्टाचार की जड़ें तेजी से पनपना आरंभ हुईं थीं। तीस सालों में भ्रष्टाचार का यह बट वृक्ष इतना घना हो चुका है कि इसकी छांव में नौकरशाह, जनसेवक और मीडिया के सरपरस्त सुकून की सांसे ले रहे हैं, किन्तु आम जनता की सांसे इस पेड़ […] Read more » money of public जनता के पैसों की होली भ्रष्टाचार
विविधा भ्रष्टाचार की भागवत का अंतिम अध्याय December 11, 2010 / December 19, 2011 by अनिल त्यागी | 3 Comments on भ्रष्टाचार की भागवत का अंतिम अध्याय अनिल त्यागी ऐसे समय में जब ट्रासपेरेंसी इन्टरनेशनल के कर्ताधर्ताओं ने भारत को भ्रष्टतम देशों की जमात में सबसे ऊपर रखा है। आम भारतीय का सिर शर्म से झुक रहा है। उ.प्र. में पुराने खाद्यान्न घोटाले का जिन्न फिर बोतल से बाहर निकल पडा है। इस घोटाले का अभी यह निश्चित अनुमान लगाने में ही […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
विविधा सतरंगा भ्रष्टाचार… नीरा यादव तो मात्र प्रतीक है December 8, 2010 / December 19, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on सतरंगा भ्रष्टाचार… नीरा यादव तो मात्र प्रतीक है -अनिल त्यागी भ्रष्टाचार- भ्रष्टाचार, हर किस्म का भ्रष्टाचार जिस किस्म का आपको देखना है देख सकते है। वैसे तो पूरे देश में है पर उ.प्र. मे तो खुले आम है किसकी सरकार है? कैसी सरकार है? कौन नेता है? कौन नहीं? कुछ फर्क नहीं पड़ता। एक अकेली नीरा यादव के मामले में हमाम में कुछ […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
विविधा बीमा क्षेत्रों में भ्रष्टाचार के नए रूप August 23, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on बीमा क्षेत्रों में भ्रष्टाचार के नए रूप – हरिकृष्ण निगम सच देखा जाए तो हम आज अपराधों की एक नई प्रकृति की दुनियां में जी रहे हैं। यह वे सफेदपोश अपराध हैं कि जिसकी धोखाधड़ी में न तो हिंसा है, न खून बहाना, न बंदूक या पिस्तौल और न ही घायलों या मृतकों की संख्या। पर ऐसे अपराधी हमारे बीच में स्वयं […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार