धर्म-अध्यात्म “क्या हमें अपना व अपने अतीत और भविष्य का पता है?” September 21, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, हम इस जन्म में मनुष्य योनि में उत्पन्न हुए हैं। हम क्या हैं, यह अधिकांश मनुष्यों को ज्ञात नहीं है। कारण यह है कि न तो हमारे माता-पिता और न ही हमारे स्कूलों के आचार्य ही जानते हैं कि मनुष्य की आत्मा का स्वरूप क्या है? स्कूलों में हमें यह विषय पढ़ाया […] Read more » अध्ययन अन्तहीन अमर अविनाशी जन्म चिन्तन ज्ञान नित्य मनन लेखन विचार विद्वानों की संगति
राजनीति अटल होना आसान नहीं होता.. August 17, 2018 / August 17, 2018 by विवेक कुमार पाठक | Leave a Comment विवेक पाठक आओ फिर से दिया जलाएं, गीत नया गाता हूं, क्या भूलूं क्या याद करुं। भाव प्रवण कविताएं लिखने वाले अटल बिहारी वाजपेयी आज चिरनिद्रा में सो गए। वे सत्ताओं को झकझोर देने वाली आवाज हमेशा के लिए धरोहर बन गई है। लंबे समय से बीमार चल रहे भारतमाता के महान सपूत आज अपने […] Read more » Featured अटल होना आसान नहीं होता.. कांग्रेस जवाहरलाल नेहरु बसपा भाजपा भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी राष्ट्र विचार सपा संस्कार
राजनीति अटल राजनीति की गरिमा स्थापित करने वाली शख्यिसत हैं और हमेशा रहेंगे August 17, 2018 / August 17, 2018 by विवेक कुमार पाठक | Leave a Comment विवेक कुमार पाठक आओ फिर से दिया जलाएं, गीत नया गाता हूं, क्या भूलूं क्या याद करुं। भाव प्रवण कविताएं लिखने वाले अटल बिहारी वाजपेयी आज खामोश हैं। वे गहरे मौन में हैं लोग भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की खनकदार आवाज को याद कर रहे हैं। करोड़ों देशवासी दुआ कर रहे हैं कि अटलजी […] Read more » Featured अटल बिहारी वाजपेयी अटल राजनीति उत्तर दक्षिण गलियारा पूर्व पश्चिम गलियारा विचार शख्यिसत संस्कार
राजनीति लोकतंत्र में हिंसा की संस्कृति के दाग May 17, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग:- भारत का लोकतंत्र दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, इसको सशक्त बनाने की बात सभी राजनैतिक दल करते हैं, सभी ऊंचे मूल्यों को स्थापित करने की, आदर्श की बातों के साथ आते हैं पर सत्ता प्राप्ति की होड़ में सभी एक ही संस्कृति-हिंसा एवं अराजकता की संस्कृति को अपना लेते हैं। मूल्यों की […] Read more » Featured तृणमूल की सरकार पंचायती चुनावों परम्पराएं पश्चिम बंगाल राष्ट्र मूल्यहीनता लोकतंत्र में हिंसा लोकाचरण विचार विरासत व्यक्ति संस्कृति सुप्रीम कोर्ट और कोलकाता हाईकोर्ट
समाज विचार महाकुंभ से क्या हासिल? May 17, 2016 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment संघ परिवार के सामने विचारों को जमीन पर उतारने की चुनौती -संजय द्विवेदी उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ कुंभ का लाभ लेते हुए अगर मध्यप्रदेश सरकार ने जीवन से जुड़े तमाम मुद्दों पर संवाद करते हुए कुछ नया करना चाहा तो इसमें गलत क्या है? सिंहस्थ के पूर्व मध्य प्रदेश की सरकार ने अनेक गोष्ठियां […] Read more » mahakumbh singastha mahakumbh महाकुंभ विचार
धर्म-अध्यात्म महात्मा प्रभु आश्रित का आदर्श जीवन और उनके कुछ प्रेरक विचार May 16, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य- महात्मा प्रभु आश्रित जी आर्यसमाज के उच्च कोटि के साधक व वैदिक विचारधारा मुख्यतः यज्ञादि के प्रचारक थे। उनका जन्म 13 फरवरी, 1887 को जिला मुजफ्फरगढ़ (पाकिस्तान) के जतोई नामक ग्राम में श्री दौलतराम जी के यहां हुआ था। महात्मा जी के ब्रह्मचर्य आश्रम का नाम श्री टेकचन्द था। वानप्रस्थ आश्रम की […] Read more » Featured महात्मा प्रभु महात्मा प्रभु आश्रित का आदर्श जीवन और उनके कुछ प्रेरक विचार विचार
चिंतन अनायास जो विचार आए लिख लें May 22, 2012 / May 22, 2012 by डॉ. दीपक आचार्य | Leave a Comment डॉ. दीपक आचार्य अनायास जो विचार आए लिख लें दुबारा कभी पास नहीं फटकते ये दिव्य तरंगों का बहुत ही व्यापक संसार हमारे इर्द-गिर्द दिन-रात परिभ्रमण करता रहता है। इन तरंगों का सीधा संबंध उन सभी विषयों से होता है जो इतिहास में घट चुके हैं, घट रहे हैं और आने वाले समय में घटने […] Read more » write the thoughts विचार
साहित्य विचार देखें, विचारधारा नहीं May 6, 2012 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on विचार देखें, विचारधारा नहीं तेजेंद्र शर्मा हिंदी साहित्य की त्रासदी है कि लंबे अरसे तक इस पर साम्यवादियों का कब्जा रहा। उनका मानना है कि उनकी विचारधारा के बाहर जो कुछ लिखा जा रहा है, साहित्य ही नहीं है। जबकि मेरा मानना है कि साहित्य के लिए विचार आवश्यक है, जो लेखक के भीतर से जन्म लेता है। विचारधारा […] Read more » विचार विचारधारा
धर्म-अध्यात्म विचारों को हकीकत में बदलिये March 24, 2012 / March 24, 2012 by राजकुमार सोनी | Leave a Comment – राजकुमार सोनी दो विपरीत विचार हकीकत में नहीं बदलते विचार नियम के बारे में अधूरा ज्ञान न रखें। आधे-अधूरे ज्ञान से विचार नियम का उपयोग करेंगे तो आपके जीवन में कुछ चीजें तो आ जाएंगी, कुछ विचार तो हकीकत में बदल जाएंगे, लेकिन फिर भी आप दु:खी रहेंगे। इसके लिए आप विचारनियम को पूरी […] Read more » change thinking into reality reality विचार हकीकत