राजनीति भुखमरी है विकास एवं बढ़ती समृद्धि पर बदनुमा दाग October 23, 2023 / October 23, 2023 by ललित गर्ग | Leave a Comment – ललित गर्ग – हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2023 के मुताबिक, अरबपति उद्यमियों की संख्या देश में बढ़कर 1319 हो गई है। लेकिन बड़ी बात यह कि पिछले पांच साल में एक हजार करोड़ से अधिक की संपत्ति वाले लोगों का आंकड़ा 76 फीसदी बढ़ गया है। निश्चित ही भारत की आर्थिक प्रगति एक सुखद […] Read more » भुखमरी
कविता किन किन चीजो से आजाद होना है भारत August 16, 2018 / August 16, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment कहते है 15 अगस्त को अंग्रेजो से मुक्त हुआ था भारत पर करना है अभी बाकी है,गरीबी से मुक्त हो भारत आधे से अधिक जनता,सो जाती है एक बख्त खाकर ऐसे उपाय करे हम,जो भुखमरी से मुक्त हो भारत कण कण में फैला है भ्रष्टचार,बन गई है एक कहावत कड़े क़ानून बनाने है,जो भ्रष्टाचार से […] Read more » आतंकवाद किन किन चीजो से आजाद होना है भारत - धर्म और जाति भुखमरी
समाज सूचकांक से कहीं ज्यादा बड़ी है ‘भुखमरी’ March 14, 2018 / March 14, 2018 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment सचिन कुमार जैन सतत विकास लक्ष्य के कई एजेंडो में लक्ष्य 2 का एजेंडा जब तय किया गया तो विश्व के सभी लीडर इस बात पर एकमत थें कि वर्ष 2030 तक दुनिया से भुखमरी को समाप्त किया जायेगा। साथ ही बुजुर्गों, बच्चों और महिलाओं के लिए विशेष रूप से खाद्य और पोषण की सुरक्षा की स्थिति को हासिल […] Read more » Featured starvation The index is much larger than the 'starvation' भुखमरी
विविधा कैसे मिले भारत को भुखमरी व कुपोषण से मुक्ति October 28, 2017 by विनोद बंसल | Leave a Comment विनोद बंसल पूरी दुनिया 7.30 अरब लोगों की है। 1.40 अरब आबादी के साथ चीन पहले नंबर पर तो भारत 1.28 अरब के कुल जन-धन के साथ दुनिया में दूसरे पायदान पर है। अमेरिका की कुल जनसंख्या 32 करोड़ होने को है। उसके बाद 20.26 करोड़ की आबादी का ब्राजील और 25.36 करोड़ का इंडोनेशिया है। विश्व की 47 प्रतिशत आबादी केवल भारत, चीन, अमेरिका, ब्राजील और इंडोनेशिया में बसती है। अब […] Read more » Featured hunger India India to get rid of hunger India to get rid of mal nutrition mal nutrition malnutrition कुपोषण भुखमरी भुखमरी से मुक्ति
समाज गरीबी व भुखमरी के बीच विकास की एक्सप्रेस रेल April 11, 2012 / July 22, 2012 by अखिलेश आर्येन्दु | Leave a Comment अखिलेश आर्येन्दु संयुक्त राष्ट्रसंघ ने भारत में बढ़ती भुखमरी और गरीबी की पुष्टिकर केंद्र सरकार के उस दावे की पोल खोल दी है जिसमें विकास की रफ्तार बढ़ने की बात कही गर्इ है। संयुक्त राष्ट्रसंघ की रपट से केंद्र सरकार के दावे खोखले साबित होते हैं। गौर करने वाली बात यह है कि केंद्र सरकार […] Read more » poverty starvation गरीबी भुखमरी
विविधा विकास के नाम पर भुखमरी भुगतते लोग February 15, 2011 / December 15, 2011 by राखी रघुवंशी | 4 Comments on विकास के नाम पर भुखमरी भुगतते लोग -राखी रघुवंशी बिसाली गांव के पूनमसिंह ने जीवन जीने के लिए कड़ा संघर्ष किया। बचपन से ही मजदूरी की, बंधुआ मजदूर रहा और अभावों में पला। किन्तु उसने हिम्मत नहीं हारी और कठोर परिश्रम, सूझबूझ तथा पाई-पाई की बचत से गांव के आटा चक्की लगाई। जिससे वह हर रोज 50-60 रूपए कमा लेता। इस तरह […] Read more » Famine भुखमरी विकास
टॉप स्टोरी भूख का नया चेहरा August 17, 2009 / December 27, 2011 by हिमांशु शेखर | 1 Comment on भूख का नया चेहरा जो भी यह सोच रहे थे कि 2008 के गुजरने के साथ ही खाद्यान्न संकट और भुखमरी की समस्या से काफी हद तक निजात मिल जाएगी, वे गलत साबित हुए हैं। उन्हें गलत साबित किया है एफएओ की एक रपट ने। बीते दिनों इस संस्था ने अनाज संकट और इससे उपजी भुखमरी पर अपनी रपट जारी की। Read more » hunger भुखमरी भूख हिमांशु शेखर
खेत-खलिहान भुखमरी की जड़ January 21, 2009 / December 22, 2011 by रमेश कुमार दुबे | 5 Comments on भुखमरी की जड़ अंतरराष्ट्रीय खाद्य नीति शोध संस्थान (आईएफपीआरआई) के ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2008 के अनुसार भारत में भूख की समस्या चिंताजनक स्तर तक पहुंच गई है। भारत की स्थिति अफ्रीका के उपसहारा क्षेत्र के 25 देशों से भी बदतर है। दक्षिण एशिया में सिर्फ बांग्लादेश हमसे पीछे है। यह इंडेक्स निकालने के लिए बच्चों के कुपोषण, बाल […] Read more » starvation भुखमरी