लेख हिन्दी पत्रकारिता को व्यवसाय नहीं, मिशन बनाना होगा May 29, 2025 / May 29, 2025 by ललित गर्ग | Leave a Comment हिन्दी पत्रकारिता दिवस- 30 मई, 2025– ललित गर्ग – भारत में हिन्दी पत्रकारिता की न केवल आजादी के संघर्ष में बल्कि उससे पूर्व के गुलामी की बेड़ियों में जकड़े राष्ट्र की संकटपूर्ण स्थितियों में महत्वपूर्ण भूमिका रही है, नये बनते भारत में यह भूमिका अधिक महसूस की जा रही है, क्योंकि तब से आज तक […] Read more » हिन्दी पत्रकारिता
जरूर पढ़ें मीडिया बौद्धिक विमर्शों से नाता तोड़ चुके हैं हिंदी के अखबार April 27, 2015 / April 27, 2015 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment -संजय द्विवेदी- हिंदी पत्रकारिता को यह गौरव प्राप्त है कि वह न सिर्फ इस देश की आजादी की लड़ाई का मूल स्वर रही, बल्कि हिंदी को एक भाषा के रूप में रचने, बनाने और अनुशासनों में बांधने का काम भी उसने किया है। हिंदी भारतीय उपमहाद्वीप की एक ऐसी भाषा बनी, जिसकी पत्रकारिता और साहित्य […] Read more » Featured आधुनिक पत्रकारिता पत्रकारिता बौद्धिक विमर्शों से नाता तोड़ चुके हैं हिंदी के अखबार हिन्दी पत्रकारिता
मीडिया हिन्दी पत्रकारिता का संडे स्पेशल… May 24, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -मनोज कुमार- संडे स्पेशल शीर्षक देखकर आपके मन में गुदगुदी होना स्वाभाविक है। संडे यानि इतवार और स्पेशल मतलब खास यानि इतवार के दिन कुछ खास और इस खास से सीधा मतलब खाने से होता है लेकिन इन दिनों मीडिया में संडे स्पेशल का चलन शुरू हो गया है। संडे स्पेशल स्टोरी इस तरह प्रस्तुत […] Read more » पत्रकारिता पत्रकारिता विशेष हिन्दी पत्रकारिता
विविधा समय के साथ बदली हिन्दी पत्रकारिता May 30, 2013 / May 30, 2013 by हिमकर श्याम | Leave a Comment हिमकर श्याम हिन्दी पत्रकारिता का विस्तार और विकास अभिभूत करनेवाला है। 30 मई, 1826 को पं0 युगुल किशोर शुक्ल ने प्रथम हिन्दी समाचार पत्र उदन्त मार्तण्ड का प्रकाशन आरम्भ किया था। उदन्त मार्तण्ड इसलिए बंद हुआ कि उसे चलाने लायक पैसे पं युगुल किशोर शुक्ल के पास नहीं थे। उस दौर में किसी ने भी […] Read more » हिन्दी पत्रकारिता
लेख नवजागरण काल में लोकतांत्रिक मूल्यों की प्रतिष्ठा और हिन्दी पत्रकारिता October 1, 2011 / December 6, 2011 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डा. मयंक चतुर्वेदी नव जागरण से तात्पर्य है भारत में आधुनिकता का प्रवेश, वैज्ञानिक दृषिटकोण का विकसित होना और किसी भी घटना के परिप्रेक्ष्य में तार्किक मीमांसा के लिए तैयार हो जाना अर्थात तर्क-विर्तक की खुली परम्परा का प्रारंभ। भारतीय सन्दर्भ में इस नवजागरण काल का श्रेय हम अंग्रेजों को दे सकते है, क्योंकि प्राचीन […] Read more » hindi journalism लोकतांत्रिक मूल्यों की प्रतिष्ठा हिन्दी पत्रकारिता
महत्वपूर्ण लेख मीडिया हिन्दी पत्रकारिता के भविष्य की दिशा October 21, 2008 / December 22, 2011 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | 5 Comments on हिन्दी पत्रकारिता के भविष्य की दिशा लेखक- डा. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री आज जब हम हिन्दी पत्रकारिता की बात करते हैं तो यह जानकर आश्चर्य होता है कि शुरूआती दौर में यह ध्वज उन क्षेत्रों में लहराया गया था जिन्हें आज अहिन्दी भाषी कहा जाता है। कोलकाता का विश्वामित्र ऐसा पहला ध्वज वाहक था। उत्तर प्रदेश, बिहार और उन दिनों के सी.पी. […] Read more » hindi journalism and its future मीडिया हिन्दी पत्रकारिता हिन्दी मीडिया