विविधा जय हिंद बोलिए और भ्रष्टाचार से लड़िए April 16, 2011 / December 13, 2011 by डॉ. सी. पी. राय | 3 Comments on जय हिंद बोलिए और भ्रष्टाचार से लड़िए डॉ. सी. पी. राय ऐसा लगता है कि पूरा मुल्क जुल्म से, मिलावटखोरी से, काला बाजारी से, भ्रष्टाचार से घूसखोरी से ऊबने लगा है। यहाँ तक कि जो और जिसके परिवार के लोग खुद इन कामो में लिप्त है, वे भी इनके खिलाफ बात करते है पता नहीं गंभीरता से या केवल बात करने के […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
विविधा भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम के प्रति सकारात्मक सोच रखने की ज़रूरत April 16, 2011 / December 13, 2011 by निर्मल रानी | 2 Comments on भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम के प्रति सकारात्मक सोच रखने की ज़रूरत निर्मल रानी वरिष्ठ गांधीवादी नेता अन्ना हज़ारे द्वारा जंतर मंतर पर अपना आमरण अनशन समाप्त किए जाने के बाद देश में भ्रष्टाचार जैसे नासूर रूपी मुद्दे को लेकर अब एक और नई बहस छिड़ गई है। अब यह शंका ज़ाहिर की जाने लगी है कि केंद्र सरकार द्वारा अन्ना हज़ारे की जन लोकपाल विधेयक बनाए […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
प्रवक्ता न्यूज़ मिलावटखोरों को फांसी दो April 7, 2011 / December 14, 2011 by निर्मल रानी | 2 Comments on मिलावटखोरों को फांसी दो निर्मल रानी खाद्य पदार्थों में मिलावटखोरी का सिलसिला हालांकि हमारे देश में कोई नया नहीं है। परंतु इस समय मिलावटखोरी के बढ़ते नेटवर्क को देखकर तो ऐसा प्रतीत होने लगा है कि बाज़ार में उपलब्ध अधिकांश खाद्य सामग्रियां संभवत: नकली या मिलावटी ही हैं। आम उपभोक्ताओं का मंहगाई के इस दौर में इतना बुरा […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार मिलावटखोर
विविधा क्या बेमानी हैं राजनीति में नैतिकता के प्रश्न ? March 29, 2011 / December 14, 2011 by संजय द्विवेदी | 3 Comments on क्या बेमानी हैं राजनीति में नैतिकता के प्रश्न ? -संजय द्विवेदी यह विडंबना ही है कि देश में एक महान अर्थशास्त्री, प्रधानमंत्री पद पर बैठे हैं और महंगाई अपने चरम पर है। संभवतः वे ईमानदार भी हैं और इसलिए भ्रष्टाचार भी अपने सारे पुराने रिकार्ड तोड़ चुका है। किंतु क्या इन संर्दभों के बावजूद भी देश के मन में कोई हलचल है। कोई […] Read more » Corruption नैतिकता भ्रष्टाचार
राजनीति संवैधानिक पदों पर नियुक्ति में भी भ्रष्टाचार March 7, 2011 / December 15, 2011 by विनोद उपाध्याय | 2 Comments on संवैधानिक पदों पर नियुक्ति में भी भ्रष्टाचार एक तरफ देश में भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाने के लिए यूपीए सरकार हर दिन बयानबाजी करती नजर आती है तो दूसरी तरफ संवैधानिक पदों पर ऐसे लोगों को नियुक्त किया जाता है जो खुद दागदार हैं और जिनकी प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। सर्वोच्च अदालत ने अपने फैसले में साफ कहा है कि मुख्य […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
राजनीति भ्रष्टों के सरदार मनमोहन February 27, 2011 / December 15, 2011 by लिमटी खरे | 3 Comments on भ्रष्टों के सरदार मनमोहन लिमटी खरे आज की युवा होती पीढ़ी को शायद इस बात का भान नहीं है कि गोरी चमड़ी वालों के अत्याचारों को किस कदर सहकर देश पर प्राण न्योछावर करने वालों ने इस देश को आजादी दिलवाई है। दिन रात अंग्रेजों के जुल्मों को सहा और स्वतंत्रता का बिगुल फूंका। देश आजाद हुआ] फिर भारत […] Read more » Corruption डॉ. मनमोहन सिंह भ्रष्टाचार
विविधा भ्रष्टाचार का मुद्दा परिवर्तन का उत्प्रेरक बन सकता है February 26, 2011 / December 15, 2011 by लालकृष्ण आडवाणी | 4 Comments on भ्रष्टाचार का मुद्दा परिवर्तन का उत्प्रेरक बन सकता है लालकृष्ण आडवाणी भारत को स्वतंत्र हुए अब छ: दशक से ज्यादा हो गए। पहले तीन दशकों में कांग्रेस पार्टी का प्रभुत्व राजनीतिक परिदृश्य पर विशालकाय की भांति छाया रहा। अनेक राज्यों में यह सत्ता में थी। लोकसभा में, गैर -कांग्रेस दल इतनी संख्या नही जुटा पाए थे कि उन्हें मान्यता प्राप्त विपक्ष का पद मिलता […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
विविधा श्री महान …………. जी February 25, 2011 / December 15, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on श्री महान …………. जी मनीष अरजरिया सूत्रधार :- तो भाइयों और बहिनों , हमारे प्रधानमंत्री ने अफ़सोस जताया है कि वे भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों से लड़ने और उन्हें चित्त करने में अक्षम है. यानि कि वे उतने ही मजबूत है जितना कि भ्रष्टाचारी उन्हें मजबूत रखना चाहते है . और उतने ही कमजोर है जितना कमजोर उन्हें भ्रष्टाचारी रखना […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
विविधा विदेशों में जमा काला धन बनाम राजनैतिक हथकंडे February 20, 2011 / December 15, 2011 by तनवीर जाफरी | Leave a Comment तनवीर जाफ़री भारतवर्ष दुनिया की नज़रों में निश्चित रूप से 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र एवं स्वाधीन हो गया। स्वतंत्रता के पश्चात राष्ट्र हितैषी नेताओं,अधिकारियों तथा देशभक्तों के समक्ष जहां उस समय इस विशाल राष्ट्र को आत्मनिर्भर बनाए जाने जैसी विशाल चुनौती थी वहीं इसी के समानांतर हमारे ही देश में वह शक्तियां भी साथ-साथ […] Read more » Corruption काला धन भ्रष्टाचार
परिचर्चा परिचर्चा: काला धन February 11, 2011 / April 9, 2014 by संजीव कुमार सिन्हा | 34 Comments on परिचर्चा: काला धन भ्रष्टाचार देश की जड़ों को खोखला कर रहा है। भ्रष्टाचार के अनेक रूप हैं लेकिन काला धन इसका सबसे भयावह चेहरा है। यह भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए चुनौती है। एक अंतरराष्ट्रीय संस्था ‘ग्लोबल फाइनेंशियल इंटेग्रिटी’ के अनुसार भारत के लोगों का लगभग 20 लाख 85 हजार करोड़ रूपए विदेशी बैंकों में जमा है। देश में […] Read more » Corruption काला धन भ्रष्टाचार
विविधा ये महाघोटालों का मौसम है February 10, 2011 / December 15, 2011 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | 2 Comments on ये महाघोटालों का मौसम है डॉ. वेदप्रताप वैदिक अब तक राजा था, अब महाराजा है। ए राजा ने अपनी चहेती कंपनियों को लाइसेंस दिए और देश के पौने दो लाख करोड़ रुपए का नुकसान किया, लेकिन सरकारी संगठन ‘इसरो’ ने देवास मल्टीमीडिया को एस-बेंड की लीज दी और पूरे दो लाख करोड़ रुपए का नुकसान कर दिया। राजा ने अपनी […] Read more » Corruption एस बैंड भ्रष्टाचार
विविधा राष्ट्रहित में बाधक काला धन February 10, 2011 / December 15, 2011 by अमल कुमार श्रीवास्तव | 1 Comment on राष्ट्रहित में बाधक काला धन अमल कुमार श्रीवास्तव आम जनता काले धन से जितना आर्थिक रूप से चिंतित है उससे कहीं अधिक सफेदपोशों द्वारा विदेशों में जमा किए जा रहें लाखों करोड़ों रूपए के काले धन के आकड़े सुनकर और इसे रोकने में नीति नियंताओं की लापरवाही देखकर मानसिक रूप से पीड़ीत हो रही है। दिनोंदिन काले धन पर जनता […] Read more » Corruption काला धन भ्रष्टाचार