धर्म-अध्यात्म पुराणों के अग्राह्य विधानों पर स्वामी दयानन्द व स्वामी वेदानन्द के उपदेश December 14, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य का जीवन सत्य व असत्य को जानकर सत्य का पालन व आचरण करने तथा असत्य का त्याग करने का नाम है। परमात्मा ने मनुष्यों को वेदों का ज्ञान व बुद्धि सत्यासत्य के निर्णयार्थ वा विवेक के लिए ही दी है जिसका सभी को सदुपयोग करना चाहिये। जो नहीं करता वह मनुष्य […] Read more » Featured पुराणों के अग्राह्य विधानों पर स्वामी दयानन्द स्वामी वेदानन्द के उपदेश
जन-जागरण समाज कब पूरा होगा पूर्ण साक्षर होने का सपना! December 14, 2015 by जगजीत शर्मा | Leave a Comment जगजीत शर्मा पिछले साल मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने हर परिवार से एक लड़की के लिए प्रगति छात्रवृत्ति की घोषणा की है। इस योजना का उद्देश्य लड़कियों को कॉलेज में दी जाने वाली तकनीकी शिक्षा से जोडऩा है। इस योजना के तहत सालाना छह लाख से कम आय वाले हरेक परिवार से एक लड़की को […] Read more » Featured पूर्ण साक्षर
राजनीति कांग्रेस का अराजक आचरण December 13, 2015 by अरविंद जयतिलक | 3 Comments on कांग्रेस का अराजक आचरण अरविंद जयतिलक कांग्रेस पार्टी नेशनल हेराल्ड मामले में कुछ इस तरह के आचरण का प्रदर्शन कर रही है मानों भारतीय जनता पार्टी और उसके नेतृत्ववाली सरकार के इशारे पर ही उच्च न्यायालय ने कांगे्रस अध्यक्ष सोनिया गांधी व उपाध्यक्ष राहुल गांधी को निचली अदालत में पेश होने का आदेश दिया हो। कांग्रेस का यह आचरण […] Read more » Featured कांग्रेस का अराजक आचरण
राजनीति वार्ताओं से ही बनेगी बात December 13, 2015 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment मृत्युंजय दीक्षित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राजग सरकार बनने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का जो तीखा वातावरण बना था उसमें अब काफी कुछ नरमी आ गयी है। फ्रांस की राजधानी पेरिस में जलवायु परिवर्तन की बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पक पीएम नवाज शरीफ के बीच जो बैठक हुई […] Read more » Featured वार्ताओं से ही बनेगी बात
विविधा समाज घर December 13, 2015 by गंगानन्द झा | Leave a Comment घर ऐसा परिवेश है, जो एकान्तता और भागीदारी ( privacy and sharing) के घिरे स्थान को समेटे हुए होता है। आदिम मनुष्य जानवरों की तरह ही जंगलों में रहता था। अपना भोजन जंगलों से खाद्य संग्रह और शिकार के द्वारा जुटाता था। फिर उसने खेती करना सीख ही नहीं लिया, अपना भी लिया। इसके साथ […] Read more » Featured घर
राजनीति मोदी को अतीत और भविष्य के द्वन्द्व से बाहर आना ही होगा! December 13, 2015 by इक़बाल हिंदुस्तानी | 1 Comment on मोदी को अतीत और भविष्य के द्वन्द्व से बाहर आना ही होगा! इक़बाल हिंदुस्तानी हिंदुत्व-विकास दोनों को एकसाथ साधना उनके लिये चुनौती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी पूर्ण बहुमत से सरकार बनने के बावजूद आज तक एक अजीब द्वन्द्व में फंसे हुए हैं। एक तरफ उनका मुल आधार हिंदुत्व रहा है तो दूसरी तरफ वे कांग्रेस राज से दुखी जनता को विकास का सपना दिखाकर सत्ता में […] Read more » Featured मोदी को अतीत और भविष्य के द्वन्द्व से बाहर आना ही होगा!
जन-जागरण विविधा मूसलाधार बरसात से दरबदर चेन्नई December 13, 2015 / December 13, 2015 by हर्षवर्धन पान्डे | Leave a Comment हर्षवर्धन पाण्डे सुमित गुलाटी चेन्नई में मर्सिडीज कंपनी में सीए के पद पर कार्यरत हैं लेकिन पिछले एक हफ्ते से उनका लखनऊ और नैनीताल में अपने परिवार से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा जिसकी वजह चेन्नई में हुई भीषण बरसात है जिसने सुमित को अपने नाते रिश्तेदारों से दूर कर दिया | कभी पल […] Read more » Featured मूसलाधार बरसात से दरबदर चेन्नई
टॉप स्टोरी अदालत और सलमान: दोनों का नुकसान December 13, 2015 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डॉ. वेदप्रताप वैदिक मुंबई उच्च न्यायालय के फैसले से सारा देश स्तब्ध है। जो लोग सलमान खान के मुरीद हैं, वे तो खुश हैं लेकिन उनकी नज़र में भी भारत की न्याय-व्यवस्था की इज्जत दो कौड़ी भी नहीं रह गई है। यह ठीक है कि जनमत के आधार पर अदालत के फैसले नहीं किए जा […] Read more » Featured सलमान
समाज जो लोग असहिष्णुता का एकपक्षीय आकलन करते हैं वे ढोंगी हैं। December 13, 2015 by श्रीराम तिवारी | Leave a Comment मानव अधिकार दिवस पर आयोजित एक गरिमामय कार्यक्रम में सुप्रीम कोर्ट के विद्वान चीफ जस्टिस श्री टी एस ठाकुर साहब ने बहुत ही प्रासंगिक और जनहितकारी बात कही है।उन्होंने फ़रमाया यदि “में कोई विशेष तरह का खाना पसंद करता हूँ। और आप मुझे खाने की अनुमति दें तो इससे मुझे ख़ुशी होगी । जो भी […] Read more » Featured असहिष्णुता का एकपक्षीय आकलन
मीडिया अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर… December 13, 2015 by तनवीर जाफरी | 1 Comment on अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर… तनवीर जाफ़री मानवाधिकारों संबंधित अनेक बिंदुओं में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता भी एक प्रमुख बिंदु है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान किया भी जाना चाहिए। किसी भी देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था का यह एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जहां कहीं लोगों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं होती उस व्यवस्था को तानाशाही व्यवस्था माना जाता है। परंतु इसी […] Read more » Featured अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता
धर्म-अध्यात्म संसार के सभी मनुष्यों के पूर्वज एक थे व वैदिक धर्मानुयायी थे December 13, 2015 by मनमोहन आर्य | 2 Comments on संसार के सभी मनुष्यों के पूर्वज एक थे व वैदिक धर्मानुयायी थे मनमोहन कुमार आर्य सृष्टि का यह अनिवार्य नियम है कि इसमें मनुष्य की उत्पत्ति वा जन्म माता-पिताओं से ही होता है। माता-पिता के बिना शिशु रूप में मनुष्य का जन्म असम्भव है। अतः इससे यह सिद्ध होता है मनुष्य के माता-पिता अवश्य होते हैं। इस सिद्धान्त के आधार पर मनुष्य के पूर्वज सृष्टि के आरम्भ […] Read more » Featured वैदिक धर्मानुयायी संसार के सभी मनुष्यों के पूर्वज एक थे
विश्ववार्ता समाज क्या ये तीसरे विश्वयुद्ध का शंखनाद है ? December 13, 2015 by प्रतिमा शुक्ला | 1 Comment on क्या ये तीसरे विश्वयुद्ध का शंखनाद है ? पहला विश्वयुद्द 1914 से 1918 करीब 2 करोड़ लोगों की मौत दूसरा विश्वयुद्द 1939 से 1945 करीब 8 करोड़ लोग मारे गए क्या दुनिया एक बार फिर विश्वयुद्ध के मुहाने पर खड़ी है ? क्या सीरिया की जमीन से तीसरे विश्वयुद्ध का शंखनाद सुनाई दे रहा है ? दुनिया भर के देशों और सुरक्षा विशेषज्ञों […] Read more » Featured क्या ये तीसरे विश्वयुद्ध का शंखनाद है ?