विविधा सिनेमा कस्बाई पत्रकार का अनूठा कमाल December 10, 2015 / December 10, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भः- दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय फिल्म मेला- गौर के पुनर्वास पर बनाई फिल्म प्रमोद भार्गव प्रथम तो यह कि हमारे देश में यह पहली बार संभव हुआ है कि किसी वन्य जीव का सफल पुनर्वास हुआ है,वह भी बड़ी संख्या में! दूसरे यह कि इस पुनर्वास की हरेक गतिविधि का फिल्म के रूप में दस्तावेजीकरण किया गया […] Read more » Featured
राजनीति निराशा फैलाता विपक्ष December 9, 2015 / December 10, 2015 by मृत्युंजय दीक्षित | 3 Comments on निराशा फैलाता विपक्ष मृत्युंजय दीक्षित भारत असीम राजनैतिक संभावनाओं का देश है । विगत 14 मई 2014 को देश की जनता ने राजग गठबंधन को पूर्ण बहुमत देकर दंश का वास्तविक विकास करने के लिए सत्ता सौंपी है। लेकिन यह देश का दुर्भाग्य है कि जब कोई भी चुनाव परिणाम आता है तब पराजित विपक्ष कहता है कि […] Read more » Featured निराशा फैलाता विपक्ष
राजनीति विश्ववार्ता भारत दादा नहीं, बड़ा भाई है! December 9, 2015 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | 1 Comment on भारत दादा नहीं, बड़ा भाई है! विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने राज्यसभा में वही बात कह दी, जो पिछले कई वर्षों से मैं अपने पड़ौसी देशों में कहता रहा हूं। उन्होंने नेपाल के संदर्भ में कहा कि हमारी नीति दादा की नहीं, बड़े भाई की है। हम पड़ौसी देश के दादा नहीं, बड़े भाई हैं। याने ‘बिग ब्रदर’ नहीं, ‘एल्डर ब्रदर’! […] Read more » Featured
राजनीति विश्ववार्ता बैंकाक में खुले दरवाजे December 9, 2015 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | 1 Comment on बैंकाक में खुले दरवाजे भारत के सुरक्षा सलाहकार अजित दोभाल और पाकिस्तान के जनरल नसीरखान जेंजुआ की बैंकाक में हुई मुलाकात का मैं हार्दिक स्वागत करता हूं। जो काम अब डेढ़ साल बाद बैंकाक में हुआ है, वह पहले ही दिल्ली या इस्लामाबाद में भी हो सकता था लेकिन जिस आदमी में जरुरत से ज्यादा आत्म-विश्वास होता है, वह […] Read more » Featured बैंकाक में खुले दरवाजे
राजनीति सचमुच सियासी ही है सांप्रदायिक असहिष्णुता December 9, 2015 by अरुण तिवारी | Leave a Comment ’’असहिष्णुता, सियासी मसला है।’’ भारत के प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री टी एस ठाकुर ने यह बयान खासकर, मजहबी असहिष्णुता के संदर्भ मंे दिया। न्यायमूर्ति श्री ठाकुर द्वारा ठीक 06 दिसंबर, 2015 के दिए इस बयान का संदेश साफ है और ठीक इसी दिन भारत में घटे ताजा घटनाक्रम का भी। याद कीजिए कि 06 दिसबंर, […] Read more » Featured सचमुच सियासी ही है सांप्रदायिक असहिष्णुता सांप्रदायिक असहिष्णुता
धर्म-अध्यात्म महर्षि दयानन्द द्वारा लिखित व प्रकाशित ग्रन्थों पर एक दृष्टि December 9, 2015 / December 9, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य दयानन्द (1825-1883) ने सन् 1863 में अपने गुरू दण्डी स्वामी विरजानन्द सरस्वती की मथुरा स्थित कुटिया से आगरा आकर वैदिक धर्म का प्रचार आरम्भ किया था। धर्म प्रचार मुख्यतः मौखिक प्रवचनों, उपदेशों व व्याख्यानों द्वारा ही होता है। इसके अतिरिक्त अन्य धर्मावलम्बियों के साथ अपने व उनकी मान्यताओं व सिद्धान्तों की चर्चा […] Read more » Featured महर्षि दयानन्द
पर्यावरण विविधा चेन्नई आपदा मौसम के अतिवादी होने का सबूत या नसीहत December 9, 2015 / December 9, 2015 by शाहिद नकवी | 4 Comments on चेन्नई आपदा मौसम के अतिवादी होने का सबूत या नसीहत पहले मुम्बई फिर उत्तराखण्ड ,जम्मूकश्मीर और अब तमिलनाडु की राजधानी जैसे सम्पन्न इलाके चेन्नई मे जिस तरह प्रकृति के आगे समूचा तंत्र बेबस नजर आया उसने प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की हमारी तैयारियों पर सवाल खड़ा कर दिया है ।साथ ही प्रकृति से छेड़छाड़ कर अंधाधुन शहरीकरण की सरकारों की विकास नीति पर भी सवाल […] Read more » Chennai flood Featured चेन्नई आपदा मौसम के अतिवादी होने का सबूत
विविधा अपने अधिकारों के लिए उठाए बुलंद आवाज December 9, 2015 by प्रतिमा शुक्ला | Leave a Comment प्रतिमा शुक्ला 10 दिसम्बर पूरी दुनिया में मानव अधिकार दिवस के रूप में मनाया जाता है। हिन्दोस्तानए जो 1948 को इस दिन जारी किये गये ऐलाननामे का हस्ताक्षरकर्ता है, मानव अधिकारों के खुल्लम.खुल्ला उल्लंघनों का एक गढ़ है। आज हमारे देश में करोड़ों लोग बहुत गरीबी में रहते हैं जो साफ.सफाई, बिजली, स्वास्थ्य व शिक्षा […] Read more » Featured Human Rights अपने अधिकारों के लिए उठाए बुलंद आवाज
राजनीति भगवा झंडे से इतनी नफरत क्यूँ December 9, 2015 by अश्वनी कुमार, पटना | 3 Comments on भगवा झंडे से इतनी नफरत क्यूँ भगवा रंग तो त्याग और बलिदान का प्रतीक है भला इससे किसी को क्या परेशानी होती होगी? ऐसे सवाल मन में जरूर आते हैं जब हम खुद को राजनीतिक या सांप्रदायिक नजरिये से कुछ पल के लिए अलग कर लेते हैं। इस देश में रंग, धर्म, जाती और मजहब की विवेचना करने वाले लोगों की […] Read more » Featured भगवा झंडे से इतनी नफरत क्यूँ
राजनीति व्यंग्य भुक्खड़ नहीं होते ईमानदार December 7, 2015 / December 7, 2015 by अशोक मिश्र | 2 Comments on भुक्खड़ नहीं होते ईमानदार अशोक मिश्र केजरी भाई लाख टके की बात कहते हैं। अगर आदमी भूखा रहेगा, तो ईमानदार कैसे रहेगा? भुक्खड़ आदमी ईमानदार हो सकता है भला। हो ही नहीं सकता। आप किसी तीन दिन के भूखे आदमी को जलेबी की रखवाली करने का जिम्मा सौंप दो। फिर देखो क्या होता है? पहले तो वह ईमानदार रहने […] Read more » Featured भुक्खड़ नहीं होते ईमानदार
धर्म-अध्यात्म यज्ञ का महत्व एवं याज्ञिकों को इससे होने वाले लाभ December 7, 2015 by मनमोहन आर्य | 2 Comments on यज्ञ का महत्व एवं याज्ञिकों को इससे होने वाले लाभ मनमोहन कुमार आर्य चार वेद, ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद एवं अथर्ववेद, ईश्वरीय ज्ञान है जिसे सर्वव्यापक, सर्वज्ञ व सर्वशक्तिमान सृष्टिकर्ता ईश्वर ने सृष्टि के आरम्भ में चार ऋषियों अग्नि, वायु, आदित्य और अंगिरा को दिया था। ईश्वर प्रदत्त यह ज्ञान सब सत्य विद्याओं का पुस्तक है। वेद सभी मनुष्यों के लिए यज्ञ करने का विधान […] Read more » Featured यज्ञ का महत्व
आलोचना राजनीति ‘आप’ का तुगलकी फरमान December 7, 2015 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | 3 Comments on ‘आप’ का तुगलकी फरमान अदालत के यह कहने पर कि दिल्ली में रहना ऐसा है, जैसे ‘गैस चेम्बर’ में रहना, दिल्ली सरकार द्वारा की जा रही तुरंत कार्रवाई पर हमें उसे शाबाशी देनी होगी लेकिन उसने जैसी कार्रवाई सुझाई है, उस पर उसे सबसे ज्यादा शाबाशी कार कंपनियों के मालिक देंगे। यदि दिल्ली सरकार का तुगलकी फरमान स्थायी तौर […] Read more » ‘आप’ का तुगलकी फरमान Featured