राजनीति बिहार में केजरीवाल की एक और नौटंकी November 29, 2015 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment सुरेश हिन्दुस्थानी राजनीति में कब क्या हो जाए, कहा नहीं जा सकता। कौन सा राजनेता किस प्रकार की भूमिका निभाएगा, यह सब वर्तमान राजनीति ही तय करती है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बिहार में जिस प्रकार का प्रदर्शन किया है, वह उनकी कथनी और करनी में भिन्नता को ही उजागर करता है। लालू […] Read more » Featured केजरीवाल की एक और नौटंकी बिहार में केजरीवाल बिहार में केजरीवाल की एक और नौटंकी
विविधा विश्ववार्ता समाज एक बच्चे की नीति बदलने की चीनी मजबूरियाँ November 28, 2015 by महेश दत्त शर्मा | 1 Comment on एक बच्चे की नीति बदलने की चीनी मजबूरियाँ हाल ही में चीन ने एक बच्चे की नीति के त्याग की घोषणा की है; इस नीति से भविष्य में उसे जनसांख्यिकी, भ्रष्टाचार, सुरक्षा और आर्थिक चुनौतियों से निबटने में मदद मिलेगी; उसे ऐसी उम्मीद है। जब चीन ने एक बच्चे की नीति के क्रमिक परित्याग की घोषणा की तो यह खबर दुनिया भर में […] Read more » Featured एक बच्चे की नीति
राजनीति समाज आखिर क्या कारण है कि सबको देश में असहिष्णुता नजर आने लगी ? November 28, 2015 / November 28, 2015 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment मृत्युंजय दीक्षित विगत लोकसभा चुनावों व कुछ प्रांतों में लगातार पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा को मिल रही लगातार जीत का विजय रथ रोकने के लिए सभी मोदी विरोधी ताकतों ने अभूतपूर्व एकता का परिचय देते हुए आखिरकार पहले दिल्ली फिर बिहार और अब मध्यप्रदेश के लोकसभा उपचुनावों में भाजपा को पराजित करने में […] Read more » Featured intolerance in India देश में असहिष्णुता
विविधा सरकारी परियोजना को निजी हाथों में सौंपने के दुष्परिणाम November 28, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भः- महेश्वर विद्युत परियोजना : निजी कंपनी ने डुबोई,अब सरकार संवारेगी प्रमोद भार्गव किसी सरकारी विद्युत परियोजना को निजी हाथों में सौंपने के क्या दुष्परिणाम निकलते हैं,इसकी शर्मनाक मिसाल मध्यप्रदेश की महेश्वर विद्युत परियोजना है। नर्मदा नदी पर निर्माणाधीन यह परियोजना दो दशक से भी ज्यादा लंबे समय तक इसलिए लटकाई जाती रही,जिससे नेता,नौकरशाह […] Read more » Featured महेश्वर विद्युत परियोजना सरकारी परियोजना सरकारी परियोजना को निजी हाथों में सौंपने के दुष्परिणाम
आर्थिकी जन-जागरण महत्वपूर्ण लेख विविधा आमदनी में असमानता से बढ़ेगी खाई November 28, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भः- सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें :- प्रमोद भार्गव सातवें वेतन आयोग की जो सिफारिशें आई हैं,उससे समाज में विभिन्न तबकों के बीच आयगत असमानता की खाई और चैड़ी होगी। इससे न केवल विकास के रास्ते में मुश्किलें खड़ी होंगी,बल्कि जो लोग क्रयशक्ति की दृष्टि से हाशिये पर हैं,उन्हें जीवन-यापन में और काठर्नइयां पेश आएंगी। […] Read more » Featured आमदनी में असमानता आमदनी में असमानता से बढ़ेगी खाई सातवें वेतन आयोग सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें
राजनीति संसद में सरकार की कठिन डगर November 28, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव भाजपा नीत राष्ट्रिय जनतांत्रिक गठबंधन के केंद्र की सत्ता में काबिज होने के बाद यह पहला ऐसा लोकसभा सत्र होगा,जिसमें सरकार की डगर बेहद कठिन होगी। बिहार में महागठबंधन की अप्रत्याषित जीत और मध्यप्रदेश में रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट पर भाजपा की पराजय से समूचे विपक्ष के हौसले बुलंद हैं। इधर असमय फिल्म अभिनेता […] Read more » Featured सरकार की कठिन डगर संसद संसद में सरकार की कठिन डगर
धर्म-अध्यात्म शख्सियत स्वामी श्रद्धानन्द का पावन चमत्कारिक व्यक्तित्व November 28, 2015 / November 28, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य स्वामी श्रद्धानन्द (1856-1926), पूर्वनाम महात्मा मुंशीराम, महर्षि दयानन्द के प्रमुख शिष्यों में से एक थे जिन्हें अपने धर्मगुरू के शिक्षा सम्बन्धी स्वप्नों को साकार करने के लिए हरिद्वार के निकटवर्ती कांगड़ी ग्राम में आर्ष संस्कृत व्याकरण और समग्र वैदिक साहित्य के अध्ययनार्थ गुरूकुल खोलने का सौभाग्य प्राप्त है। आर्यसमाज के इतिहास में […] Read more » Featured स्वामी श्रद्धानन्द
विविधा समाज भारतीय मुसलमानों के आगे पस्त हुये आतंकी संगठन November 28, 2015 / November 28, 2015 by शाहिद नकवी | Leave a Comment देश मे एक तरफ बढ़ती असहष्णुता का शोर है और उस पर लम्बी बहस चल रही है, कलमकार और कलाकारों के पुरस्कार वापसी का लम्बा दौर चला तो दूसरी ओर प्रधानमंत्री की इस बात मे भी दम है कि खबरों की बड़ी हेडलाइन को ही हिंदुस्तान समझने की भूल नहीं करनी चाहिए।यानी इसका ये मतलब […] Read more » Featured आतंकी संगठन भारतीय मुसलमानों के आगे पस्त हुये आतंकी संगठन
व्यंग्य साहित्य किस्सा-ए-अवैध रिश्ता November 28, 2015 / November 28, 2015 by शिवेन्दु राय | Leave a Comment लेखक-शिवेन्दु राय कॉमरेड, डेढ़ साल से देश की तरह मेरे गाँव में भी बड़ी चकचक मची हुई है, शोर हुआ है और लोग यहां-वहां गाँव के लिए तथाकथित सार्थक बहस करते पाए गए हैं | जब से मोदी प्रधानमंत्री बने हैं मेरे गाँव के सभी गेटकीपर वैज्ञानिक विधि से बातचीत करने लगे हैं | परन्तु […] Read more » Featured किस्सा-ए-अवैध रिश्ता
जन-जागरण राजनीति बैठी भैंस में लाठी मारने से बचें हिन्दुस्तानी November 27, 2015 by अतुल गौड़ | Leave a Comment अतुल गौर देश में असहिष्णुता वैसे तो मौजूदा दौर में कहीं भी परिलक्षित नहीं होती और अगर किसी को यह असहिष्णुता दिखाई देती भी है तो वह हिन्दुस्तानी जो वाकई में खुद को भारतीय कहता है कम से कम बॉलिबुड अभिनेता आमिर खान जैसी गलती करते हुये, बैठी हुई भैंस में लाठी न मारें। क्रिया […] Read more » Featured बैठी भैंस में लाठी मारने से बचें हिन्दुस्तानी
राजनीति शिवराजसिंह सरकार के दमदार दस वर्ष November 27, 2015 by मनोज कुमार | Leave a Comment मनोज कुमार शिवराजसिंह की ख्याति देश के लोकप्रिय मुख्यमंत्रियों में है, यह बात सर्वविदित है लेकिन शिवराजसिंह चौहान की लोकप्रियता क्यों है, इस पर विचार करना जरूरी होता है। उनके पक्ष में सबसे पहले तो यह बात जाती है कि उन्होंने मध्यप्रदेश को स्थायी सरकार और निर्विवाद नेतृत्व दिया, इस पर कोई दो मत नहीं […] Read more » Featured शिवराजसिंह
धर्म-अध्यात्म मनुष्य की उन्नति के सार्वभौमिक 10 स्वर्णिम सिद्धान्त व मान्यतायें November 27, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनुष्य जीवन ईश्वर की जीवात्मा को अनमोल देन है। सभी मनुष्यों का कर्तव्य है कि वह इस संसार व प्राणीमात्र के बनाने व पालन करने वाले ईश्वर को जानें और साथ हि अपने कर्तव्य को जानकर उसका निर्वाह करें। हम आगामी पंक्तियों में इस विषय का उल्लेख करेंगे जिसको पूर्णतया जानकर व उनका पालन करने […] Read more » 10 स्वर्णिम सिद्धान्त व मान्यतायें Featured मनुष्य की उन्नति