जन-जागरण राजनीति शख्सियत टीपू विवाद आखिर किस तरह देश हित में है ? November 18, 2015 / November 18, 2015 by शैलेन्द्र चौहान | 3 Comments on टीपू विवाद आखिर किस तरह देश हित में है ? शैलेन्द्र चौहान कर्नाटक की कांग्रेस शासित सरकार 10 नवंबर से टीपू सुल्तान की जयंती मना रही है। बीजेपी के अलावा वीएचपी और बजरंग दल जैसे हिंदू संगठन इसके खिलाफ हैं। इतिहास में टीपू सुल्तान को अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने वाले एक मजबूत राजा के तौर पर जाना जाता है लेकिन हिंदू संगठन उसे एक क्रूर […] Read more » Featured tipu sultan controversy टीपू विवाद टीपू विवाद आखिर किस तरह देश हित में है ?
कविता साहित्य अगर बन November 17, 2015 / November 17, 2015 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | 3 Comments on अगर बन डा. राधेश्याम द्विवेदी ‘नवीन‘ आर्यावर्त के भारतखण्ड में ब्रजमण्डल की धरती है । बारह वन चौबीस उपवन में अगर वन की बस्ती है ।। विन्ध्यांचल अरावली मध्य , भन्दर कौमूर पहाड़ियां हैं । भदरौली रसूल मदनपुरा , चुड़ियाली की चोटियां हैं। जरौती सुनौठी पथसाल , चित्रखुदी पहाड़ियां हैं। बदरौली जजौली में , आदिम युग की […] Read more » Featured अगर बन
लेख साहित्य महुवा डाबर : एक और जलियावालाबाग की अनकही कहानी November 17, 2015 / November 17, 2015 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी 1857 के स्वतंत्रता आन्दोलन में बस्ती मण्डल का योगदान सामान्य ही रहा। जिस समय यह जिला बना था उस समय यह गोरखपुर का भाग था। इसका कोई नागरिक केन्द्र नहीं था। इसके इतिहास को गोरखपुर के इतिहास से अलग करके नहीं देखा जा सकता है साथ ही गोण्डा एवं फैजाबाद से भी […] Read more » Featured एक और जलियालाबाग एक और जलियालाबाग की अनकही कहानी महुवा डाबर
जन-जागरण राजनीति हिंद स्वराज हिन्दुओं के इतने बुरे दिन क्यों आ गए कि दलाई लामा से सहिष्णुता का सर्टिफिकेट लेना पड़ रहा है। November 17, 2015 by श्रीराम तिवारी | 1 Comment on हिन्दुओं के इतने बुरे दिन क्यों आ गए कि दलाई लामा से सहिष्णुता का सर्टिफिकेट लेना पड़ रहा है। काश मेरे पास भी कोई अकादमिक -साहित्यिक सम्मान पदक होता ! यदि राष्ट्रीय -अंतराष्ट्रीय किसी भी किस्म का कोई सम्मान पदक या साहित्यिक ,सामाजिक ,आर्थिक- वैज्ञानिक क्षेत्र में कोई विशिष्ठ उपलब्धि या ‘सनद’ मेरे पास होती ,तो फ़्रांस में हुए आतंकी हमलों के निमित्त, मैं ततकाल सारे सम्मान वापिस लौटा देता। पता नहीं मेरा यह […] Read more » Featured दलाई लामा से सहिष्णुता का सर्टिफिकेट
विविधा शख्सियत एक विचारधारा, दो विराट व्यक्तित्व, एक ही दिन अवसान November 17, 2015 by सिद्धार्थ शंकर गौतम | Leave a Comment 17 नवंबर का दिन भारतीय आधुनिक इतिहास का कभी न भूलने वाला दिन बन गया है। तीन वर्ष पूर्व इसी तिथि पर हिंदूहृदयसम्राट बाला साहेब ठाकरे महानिर्वाण को प्राप्त हुए थे तो इस वर्ष हिंदुओं की आस्था के प्रतीक राम मंदिर आंदोलन के पुरोधा अशोक सिंघल ने देह त्याग दी। दोनों ही विराट व्यक्तित्व हिंदुत्व […] Read more » death of Ashok Singhal death of bala saheb thackeray Featured दो विराट व्यक्तित्व
शख्सियत समाज अशोक सिंहल होने के मायने November 17, 2015 by मयंक चतुर्वेदी | 1 Comment on अशोक सिंहल होने के मायने – डॉ मयंक चतुर्वेदी श्री राम तुम हमारे आराध्य हो, तुम ही जीवन का सार हो, इस विचार और सोच के लिए जिस व्यक्ति ने अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर दिया, ऐसे श्रद्धेय अशोक सिंहल जी के हमेशा के लिए हम सभी के बीच से अपने आराध्य श्रीराम के पास चले जाने के बाद यह […] Read more » Featured अशोक सिंहल अशोक सिंहल होने के मायने
धर्म-अध्यात्म प्रातः व सायं संन्ध्या करना सभी मनुष्यों का मुख्य धर्म November 17, 2015 by मनमोहन आर्य | 1 Comment on प्रातः व सायं संन्ध्या करना सभी मनुष्यों का मुख्य धर्म प्रतिदिन प्रातः व सायं सूर्योदय व सूर्यास्त होता हैं। यह किसके ज्ञान व शक्ति से होता है? उसे जानकर उसका ध्यान करना सभी प्राणियों मुख्यतः मनुष्यों का धर्म है। यह मनुष्य का धर्म क्यों है, इसलिए है कि सूर्याेदय व सूर्यास्त करने वाली सत्ता से सभी प्राणियों को लाभ पहुंच रहा है। जो हम सबको […] Read more » Featured प्रातः व सायं संन्ध्या
विविधा विश्ववार्ता आतंकवादियों के खिलाफ दोहरे मापदंड November 17, 2015 by हर्षवर्धन पान्डे | 1 Comment on आतंकवादियों के खिलाफ दोहरे मापदंड हर्षवर्धन पाण्डे फ्रांस की राजधानी पेरिस में हुए आतंकवादी हमले ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है | ज्यादा समय नहीं बीता जब साल की शुरुवात में ही एक विवादित कार्टून प्रकाशित करने की सजा के तौर पर हमलावरों ने फ्रांस की राजधानी पेरिस में एक दर्जन से अधिक लोगों की हत्या कर […] Read more » dual stand towards terrorists Featured आतंकवादियों के खिलाफ दोहरे मापदंड
मीडिया विविधा सोशल मीडिया में बदजुबान होती अभिव्यक्ति की आजादी November 16, 2015 by एम. अफसर खां सागर | 1 Comment on सोशल मीडिया में बदजुबान होती अभिव्यक्ति की आजादी एम. अफसर खां सागर फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप्प सरीखे सोशल साइट्स ने वैश्विक स्तर पर लोगों को करीब आने का मौका दिया है तथा एक-दूसरे के विचारों और संस्कृति से परिचित भी कराया है। संचार का सदव्यवहार संवाद और संस्कृतियों के प्रसार का हमेशा से आधार रहा है। जिस तरह से सोशल मीडिया का विस्तार हुआ […] Read more » Featured बदजुबान होती अभिव्यक्ति की आजादी
व्यंग्य साहित्य सेल कुंआरी, सब पर भारी November 16, 2015 by अशोक गौतम | Leave a Comment कई दिनों से बाजार में तरह- तरह की फेस्टिव आॅफरों के शोर शराबे ने जीना मुहाल कर रखा था। राम के आने और लक्ष्मी के जाने के बाद अभी भी रहा सहा दिन का चैन, रातों की नींद दोनों गायब है। कम्बखत बाजार ने दिन- रात दौड़ा- दौड़ा कर मार दिया, मैं थक गया पर […] Read more » Featured सब पर भारी सेल कुंआरी
धर्म-अध्यात्म क्यों माने ईश्वर को? November 16, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment ईश्वर को क्यों माने? यह प्रश्न किसी भी मननशील मनुष्य के मस्तिष्क में आ सकता है। वह अपनी बुद्धि के अनुसार विचार करेगा और हो सकता है कि उसे कोई सन्तोषजनक उत्तर प्राप्त न हो। यदि वह अपने परिवार व मित्रों से इसकी चर्चा करेगा तो सबके उत्तर अलग-अलग होंगे। सभी मतों व सम्प्रदायों के […] Read more » Featured why should we own god क्यों माने ईश्वर को?
विविधा शख्सियत भारतीय स्वाधीनता संग्राम की प्रथम वनिता लक्ष्मीबाई November 16, 2015 by अशोक “प्रवृद्ध” | 1 Comment on भारतीय स्वाधीनता संग्राम की प्रथम वनिता लक्ष्मीबाई अशोक “प्रवृद्ध” झाँसी की रानी के नाम से लोकख्यात भारतीय स्वाधीनता संग्राम की प्रथम वनिता रानी लक्ष्मीबाई का जन्म उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले के भदैनी नगर के असीघाट में 19 नवंबर, 1835 को हुआ था,जिन्होंने मात्र 23 वर्ष की उम्र में ब्रिटिश साम्राज्य की सेना से संग्राम करते हुए न केवल रणक्षेत्र में वीरगति […] Read more » Featured rani laxmibai भारतीय स्वाधीनता संग्राम लक्ष्मीबाई