राजनीति ‘प्रिवीपर्स’ के जीवनमरण की कहानी October 4, 2015 / October 4, 2015 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment जब 15 अगस्त 1947 को देश स्वतंत्र हुआ तो बड़ी अजीब स्थिति उस समय इस देश की थी। कहने के लिए तो भारत ने उस समय लोकतंत्र का स्वरूप ग्रहण कर लिया था और देश की सत्ता की बागडोर पं. नेहरू ने संभाल ली थी। परंतु अभी कई समस्याएं ऐसी थीं जिन पर पार पाना […] Read more » Featured
विज्ञान विविधा अंतरिक्ष में दूरबीन October 4, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव भारत अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में सफलता के लगातार नए-नए झण्डे फहरा रहा है। इसी क्रम में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ;इसरो ने देश की पहली अंतरिक्ष वेधशाला एस्ट्रोसेट का सफल प्रक्षेपण किया है। श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से ध्रुवीय प्रक्षेपण यान पीएसएलवी सी-30 ने उड़ान भरने के बाद महज 22 […] Read more » Featured
विविधा शख्सियत 1965 का नायक ‘लाल बहादुर’ October 4, 2015 / October 4, 2015 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment देश इस समय 1965 के भारत-पाक युद्घ की 50वीं वर्षगांठ मना रहा है। स्पष्ट है कि 1965 का जिक्र आये तो तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का पावन स्मरण भी लोगों को अवश्य ही आता है। यह वह व्यक्तित्व था जिसने 1962 के युद्घ में लज्जास्पद ढंग से पिटे एक राष्ट्र के ऊपर मात्र तीन […] Read more » ‘लाल बहादुर’ 1965 का नायक Featured
समाज नाम का काम October 3, 2015 by शंकर शरण | Leave a Comment शंकर शरण हाल में नई दिल्ली में ‘औरंगजेब रोड’ का नाम बदलने पर प्रसिद्ध अंगेजी पत्रकार करन थापर ने लेख लिखकर कड़ा प्रतिवाद किया। उन के तर्क विचारणीय, चाहे आश्चर्यजनक हैं, जो प्रकारांतर दिखाते हैं कि लंबे समय से चले आ रहे गलत या जबरिया नामकरण किस तरह हमारी मानसिकता बिगाड़ देते हैं। थापर ने […] Read more » Featured
समाज मनु बेन की डायरी October 3, 2015 / October 3, 2015 by शंकर शरण | 4 Comments on मनु बेन की डायरी शंकर शरण दो वर्ष पहले मनु बेन की डायरी प्रकाश में आई। मनु बेन महात्मा गाँधी के अंतिम वर्षों की निकट सहयोगी थीं। इस डायरी से उन कई बिन्दुओं पर प्रकाश पड़ता है, जो अभी तक कुछ धुँधलके में थीं। इस से महात्मा गाँधी की प्राकृतिक चिकित्सा, निजी जीवन या कथित ब्रह्मचर्य प्रयोग संबंधी विवादास्पद […] Read more » Featured मनु बेन की डायरी
जन-जागरण राजनीति स्वच्छता अभियान में हरीश सरकार का संदेश October 3, 2015 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी राजनीति में रहकर राजनीतिक पार्टी से ऊपर उठकर देशहित में विचार करते हुए राजनीति के जरिए केंद्र में मोदी सरकार की देश को स्वच्छ बनाने और सभी घरों में आवश्यक रूप से शौचालयों के निर्माण को हकीकत में बदलने के लिए जिस प्रकार का अनोखा प्रयोग करने का निर्णय उत्तराखण्ड की हरीश […] Read more » Featured स्वच्छता अभियान हरीश सरकार का संदेश
पर्यावरण विविधा हवा के इस जहर से कैसे बचें October 3, 2015 by पियूष द्विवेदी 'भारत' | Leave a Comment पीयूष द्विवेदी विगत दिनों एक तरफ भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पर्यावरण संरक्षण के लिए मशहूर कैलिफोर्निया के गवर्नर के बीच भारत में वायु प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन से निपटने पर चर्चा हो रही थी, तो वहीँ दूसरी तरफ देश की राजधानी दिल्ली के छः से चौदह महीने तक के तीन दुधमुंहे बच्चे सर्वोच्च न्यायालय […] Read more » Featured हवा के इस जहर से कैसे बचें
जन-जागरण राजनीति किन्नरों पर ममता के प्रयासों को सराहने की जरूरत October 3, 2015 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी भारत में तीस लाख से ज्यादा किन्नर हैं, लेकिन राजनीतिक स्तर पर देशभर में दो-चार किन्नरों को छोड़ दिया जाए तो इस समाज का विकास आज भी ऐसा लगता है जैसे वह किसी तीसरी दुनिया में जी रहे हैं। उन्हें परस्पर हंसने-बोलने की आजादी तो है लेकिन स्त्री-पुरुषों के सभ्य समाज में […] Read more » Featured किन्नरों पर ममता के प्रयासों को सराहने की जरूरत :
आर्थिकी जन-जागरण विविधा डिजटल इंडिया से बढेगा आईटी सेक्टर October 3, 2015 by अभिषेक कांत पांडेय | 1 Comment on डिजटल इंडिया से बढेगा आईटी सेक्टर अभिषेक कांत पाण्डेय सरकार के कदम डिजिटलाइजेशन की ओर बढ़ रहे हैं, ‘मेक इन इंडिया’ के बाद ‘डिजिटल इंडिया’ के कारण आईटी क्ष्ोत्र में नई नौकरियों के दरवाजे खुलने वाले हैं। इस महत्वाकांक्षी अभियान के जरिए देश के ढाई लाख गांवों को इंटरनेट से जोड़ना और सरकारी योजनाओं को गांव-गांव तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा […] Read more » Featured डिजटल इंडिया डिजटल इंडिया से बढेगा आईटी सेक्टर
विधि-कानून विविधा आत्मदाह के प्रयास को गैर-आपराधिक बनाने का निर्णय October 3, 2015 / October 3, 2015 by वीरेश्वर तोमर | Leave a Comment वीरेश्वर तोमर अंततः केन्द्र सरकार ने आत्महत्या को गैर -आपराधिक बनाने का निर्णय विचाराधीन कर ही लिया| यह विधि आयोग की 210वीं रिपोर्ट (वर्ष 2014) के आधार पर किया गया| अतः भारतीय दंड संहिता की धारा 309 को हटा दिया जायेगा, जो आत्महत्या का प्रयास करने वाले को अपराधी मानते हुए एक वर्ष के कारावास […] Read more » Featured आत्मदाह
राजनीति समाज किसान आत्महत्याओं का अर्थशास्त्र October 3, 2015 by संजय पराते | Leave a Comment भूख से होने वाली मौतें और किसान आत्महत्याएं कभी भी सत्ताधारी पार्टी और शासक वर्ग के लिए चिंता का विषय नहीं बनती, क्योंकि इससे धनकुबेरों के मुनाफों पर कोई चोट नहीं पहुंचती.लेकिन वे हमेशा इस परिघटना के एक राजनैतिक मुद्दा बनने से जरूर डरते हैं, क्योंकि इससे उनके वोट बैंक को नुकसान पहुंचता है.इसलिए उनकी […] Read more » Featured किसान आत्महत्या किसान आत्महत्याओं का अर्थशास्त्र-
धर्म-अध्यात्म मनुष्य की समस्त समस्याओं का समाधान वैदिक शिक्षा October 3, 2015 by अशोक “प्रवृद्ध” | Leave a Comment अशोक “प्रवृद्ध” वर्तमान भूमण्डलीकरण के युग ने जहाँ स्थान और समय की दूरी को कम कर दिया है, वहीं महाद्वीपों, देशों और प्रान्तों के अवरोधों को दूर करने में भी काफी सफलता अर्जित की है। यद्यपि यह नाम कुछ ऐसा आभास देता है, मानो इसमें समस्त मानवता का हित समाहित हो, परन्तु वास्तविकता इससे सर्वथा […] Read more » Featured मनुष्य की समस्त समस्याओं का समाधान वैदिक शिक्षा