महत्वपूर्ण लेख क्रीमीलेयर एक धोखा है- अजा एवं अजजा वर्गों में क्रीमीलेयर सम्भव नहीं! June 2, 2015 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | Leave a Comment -डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’- मोहनदास कर्मचन्द गांधी द्वारा देश के सभी वंचित वर्गों को हमेशा के लिये पंगू बनाये रखने के लिये जबरन थोपे गये पूना पैक्ट को लागू करने के लिये भारत के संविधान की प्रस्तावना में सामाजिक न्याय का उल्लेख किया गया है। जिसके क्रियान्वयन के लिये संविधान के अनुच्छेद 16 (4) में […] Read more » Featured आरक्षण क्रीमीलेयर एक धोखा है- अजा एवं अजजा वर्गों में क्रीमीलेयर सम्भव नहीं!
जन-जागरण यूं धुएं में न उड़ाओ जिंदगी यारो May 31, 2015 / May 31, 2015 by अरुण तिवारी | Leave a Comment -अरुण तिवारी- तंबाकू नशा है और इसे इस्तेमाल करने वाले – नशेड़ी! संभव है यह संबोधन तंबाकू खाने वालों को बुरा लगे, लेकिन समय का सच यही है और विश्व तंबाकू निषेध दिवस की चेतावनी भी। भारत में जितनी भी चीजें नशे के रूप में इस्तेमाल की जाती हैं, मात्रा के पैमाने पर इनमें तंबाकू […] Read more » Featured तंबाकू बीड़ी यूं धुएं में न उड़ाओ जिंदगी यारो सिगरेट
राजनीति आधे-अधूरे सच के मायने May 31, 2015 / May 31, 2015 by वीरेंदर परिहार | Leave a Comment -वीरेन्द्र सिंह परिहार- 16 फरवरी 2011 को प्रधानमंत्री रहते हुए मनमोहन सिंह ने कहा था -‘गठबंधन सरकारों की गई मजबूरियां होती है, जिसके कारण कई समझौते भी करने पडते है। क्योंकि गठबंधन धर्म का पालन करता होता है। वस्तुतः जब मनमोहन सिंह यह बात कह रहे थे, तो प्रकारांतर से वह अपने राज मंे हुए […] Read more » Featured आधे-अधूरे सच के मायने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह
जरूर पढ़ें आप क्यों चाहते हैं कि विरोधी भी करें मोदी-मोदी! May 31, 2015 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment -संजय द्विवेदी- -भाजपा सरकार को राजनीतिक विरोधियों की आलोचना से घबराने की जरूरत नहीं- भारतीय जनता पार्टी और उसकी सरकार इन दिनों इस बात के लिए काफी दबाव में है कि उसके अच्छे कामों के बावजूद उसकी आलोचना या विरोध ज्यादा हो रहा है। भाजपा मंत्रियों और संगठन के नेताओं के इन दिनों काफी इंटरव्यू […] Read more » Featured आप क्यों चाहते हैं कि विरोधी भी करें मोदी-मोदी! नरेंद्र मोदी मोदी सरकार
परिचर्चा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की आधारशिला पर खड़ा होता भारत May 31, 2015 by डॉ. सौरभ मालवीय | Leave a Comment -डा.सौरभ मालवीय- “राष्ट्र सर्वोपरि” यह कहते नहीं बल्कि उसे जीते है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी। पिछले कुछ दशकों में भारतीय जनमानस का मनोबल जिस प्रकार से टूटा था और अब मानों उसमें उड़ान का एक नया पंख लग गया है और अपने देश ही नहीं दुनिया भर में भारत का सीना चौड़ा […] Read more » Featured आजादी भारत सांस्कृतिक राष्ट्रवाद
धर्म-अध्यात्म मनुष्य समाज के लिए हानिकारक फलित ज्योतिष और महर्षि दयानन्द May 31, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य- सृष्टि का आधार कर्म है। ईश्वर, जीवात्मा एवं प्रकृति तीन अनादि, नित्य और अविनाशी सत्तायें हैं। सृष्टि प्रवाह से अनादि है परन्तु ईश्वर के नियमों के अनुसार इसकी उत्पत्ति-स्थिति-प्रलय-उत्पत्ति का चक्र चलता रहता है। जीवात्माओं को कर्मानुसार ईश्वर से जन्म मिलता है जिसमें वह पूर्व जन्मों के कर्मों का फल भोगते हैं […] Read more » Featured ज्योतिष मनुष्य महर्षि दयानन्द समाज
राजनीति बिहार में अति-पिछ़ड़ी जातियों के मतदाता निश्चित तौर पर निर्णायक भूमिका में रहेंगे May 31, 2015 by आलोक कुमार | Leave a Comment -आलोक कुमार- आसन्न बिहार विधानसभा चुनावों में अति-पिछ़ड़ी जातियों के मतदाता निश्चित तौर पर निर्णायक भूमिका में रहेंगे । द्रष्टवय है कि ९० के दशक से यहाँ जो भी राजनीतिक पार्टी चुनावों में आगे रही है , उसके वोट-बैंक में एक बड़ा हिस्सा अति-पिछ़ड़ी जातियों के मतदाताओं का रहा है। आज भी बिहार में कोई […] Read more » Featured अति-पिछ़ड़ी जातियां बिहार बिहार की राजनीति मतदाता
धर्म-अध्यात्म मूर्तिपूजा, तीर्थ व नामस्मरण का सच्चा स्वरूप और स्वामी दयानन्द May 30, 2015 by मनमोहन आर्य | 3 Comments on मूर्तिपूजा, तीर्थ व नामस्मरण का सच्चा स्वरूप और स्वामी दयानन्द –मनमोहन कुमार आर्य- महर्षि दयानन्द न केवल वेदों एवं वैदिक साहित्य के विद्वान थे अपितु उन्हें पुराणों सहित सभी अवैदिक धार्मिक ग्रन्थों व पुस्तकों का भी तलस्पर्शी ज्ञान था। अपने इस व्यापक ज्ञान के कारण ही उन्होंने जहां वेदों का भाष्य किया और सत्यार्थ प्रकाश, ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका सहित संस्कार विधि आदि अनेक महत्वपूर्ण ग्रन्थों का प्रणयन […] Read more » Featured तीर्थ नामस्मरण का सच्चा स्वरूप मूर्तिपूजा स्वामी दयानन्द
जरूर पढ़ें कितने आजाद हम और हमारा स्वाभिमान ? May 30, 2015 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -अभिषेक कुमार तिवारी- हम एक आजाद देश में रहते हैं। हमारा देश एक गणतंत्र है। संविधान के कानूनों और नियमों के आधार पर सभी लोग बराबर हैं, ना कोई छोटा-ना कोई बड़ा। ये सब आपको भी पता है, है ना। लेकिन एक बात जो बहुत कम लोग जानते हैं वो ये है कि हम जिस […] Read more » Featured आजादी कितने आजाद हम और हमारा स्वाभिमान ? भारत संविधान
चिंतन आत्मबंधन तोड़ें, मुक्ति का आनंद पाएं May 30, 2015 / May 30, 2015 by डॉ. दीपक आचार्य | Leave a Comment -डॉ. दीपक आचार्य- हम सभी लोग स्वतंत्र हैं स्वतंत्रता का सुकून देने के लिए पैदा हुए हैं। लेकिन हममें से अधिकांश लोग इस सत्य को कभी नहीं स्वीकार पाते कि हम स्वतंत्र हैं और स्वतंत्रता का आनंद पाना हमारे ही बस में है। ईश्वर की बनाई हुई सृष्टि का प्रत्येक तत्त्व और इकाई अपने […] Read more » Featured आत्मबंधन तोड़ें मुक्ति का आनंद पाएं मुक्ति
परिचर्चा अजा-अजजा आरक्षण स्थायी व्यवस्था May 30, 2015 / May 30, 2015 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | 2 Comments on अजा-अजजा आरक्षण स्थायी व्यवस्था -डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’- अजा-अजजा को सरकारी शिक्षण संस्थानों और नौकरियों में मिला आरक्षण संविधान की स्थायी व्यवस्था, जबकि राजनेता और सरकार जनता को करते रहे भ्रमित ************************** कुछ दुराग्रही लोग आरक्षण को समानता के अधिकार का हनन बतलाकर समाज के मध्य अकारण ही वैमनस्यता का वातावरण निर्मित करते रहते हैं। वास्तव में ऐसे लोगों […] Read more » Featured अजा-अजजा आरक्षण स्थायी व्यवस्था आरक्षण
विविधा भारत में पानी के बाजार को बेचैन दुनिया ? May 29, 2015 / May 30, 2015 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on भारत में पानी के बाजार को बेचैन दुनिया ? -प्रमोद भार्गव- -संदर्भः संयुक्त राष्ट्र एवं ईए वाटर के अध्ययन की रिपोर्ट- हाल ही में भारत में बढ़ती जल समस्या के परिप्रेक्ष्य में भयभीत करने वाली रिपोर्ट आई है। जल क्षेत्र की एक प्रमुख परामर्शदाता संस्था ईए वाटर की अध्ययन रिपोर्ट जारी हुई है। इस रिपोर्ट के अनुसार भारत में 10 साल के भीतर जल समस्या इतनी भीषण […] Read more » Featured जल पानी पानी का बाज़ार भारत में पानी के बाजार को बेचैन दुनिया ?