कला-संस्कृति भगवान विष्णु ने नरसिंह अवतार लेकर हिरण्यकश्यप का किया था वध March 11, 2025 / March 11, 2025 by संजय कुमार | Leave a Comment पूर्णिया से हुई थी होली की शुरुआत नरसिंह अवतार का खम्बा आज भी मौजूद है संजय कुमार सुमन होलिका दहन को लेकर मान्यता है कि इसकी शुरुआत सबसे पहले बिहार के पूर्णिया जिले में हुई थी। जिले के बनमनखी के धरहरा गांव में पहली होली खेली गई थी। ऐसा कहा जाता हैं कि भक्त […] Read more » Holi पूर्णिया से हुई थी होली की शुरुआत
प्रवक्ता न्यूज़ होली भजन May 16, 2024 / May 16, 2024 by नन्द किशोर पौरुष | Leave a Comment (तर्ज- होली खेले रघुवीरा) होली खेलै गिरधारी (बनवारी) बृज में, (होली खेलै गिरधारी-2)होली खेले गिरधारी (बनवारी) बृज में………. बरसाने की गोपियाँ (सखियाँ) सारी, भर-भर ये मारे पिचकारीऔर नाचै दै दै तारी, होली खेलै………… सब ग्वालो का टोला लायौ, ऐसौ यानै रंगु बरसायौहुरदंग मचरहयो भारी, होली खेलै……… राधाजू ने युक्ति विचारी, घेर लयौ है श्याम बिहारीवाकी […] Read more » Holi Poem on Holi
पर्व - त्यौहार लेख होली का संदेश : सामाजिक एकता March 27, 2021 / March 27, 2021 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment सुरेश हिन्दुस्थानीभारत भूमि के संस्कार वास्तव में एक ऐसी अनमोल विरासत है, जो सदियों से एक परंपरा के रूप में प्रचलित है। जो समाज में ऐक्य भाव की स्थापना करने का मार्ग प्रशस्त करता है। वर्तमान में जहां परिवार टूट रहे हैं, वहीं समाज में अलगाव की भावना भी विकसित होती जा रही है। इस […] Read more » Holi सामाजिक एकता होली
कविता होली March 27, 2021 / March 27, 2021 by प्रभात पाण्डेय | Leave a Comment फिर मादकता की अंगड़ाई लेकर ,होली का पर्व आया हैआम्र कुंज से मुखर मुकुल का ,सौरभ पवन स्वयं लाया है ||भूमि पर ज्योति की बांसुरी बजानेफूल के गांव में पांखुरी खिलानेहर किरन के अधर पर ,सरस तान यह लाया हैफिर मादकता की अंगड़ाई लेकर ,होली का पर्व आया है ||मदन सखा सुकुमार मनोहर ,काम लिये […] Read more » Holi Poem on Holi होली
धर्म-अध्यात्म प्रेम, आनंद, मस्ती और ठिठोली का त्योहार होली March 1, 2018 by देवेंद्रराज सुथार | Leave a Comment होली उमंग, उल्लास, मस्ती, रोमांच और प्रेम आह्वान का त्योहार है। कलुषित भावनाओं का होलिका दहन कर नेह की ज्योति जलाने और सभी को एक रंग में रंगकर बंधुत्व को बढ़ाने वाला होली का त्योहार आज देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी पूरे जोश के साथ जोरों-शोरों से मनाया जाता है। भले विदेशों में […] Read more » festival Holi होली
वर्त-त्यौहार समाज होली कोरा पर्व ही नहीं, संस्कृति भी है February 27, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग- भारत जैसे धर्मप्रधान और तीज-त्योहारों वाले देश में होली अनूठा एवं अलौकिक त्योहार है, यह लोक पर्व है, मनुष्यता का पर्व है, समाज का पर्व है, संस्कृति का पर्व है एवं यह बंधनमुक्ति का पर्व है। इसमें आप समाज को सर्वोपरि मनाने की घोषणा करते हैं। यह विशुद्ध मौज-मस्ती व मनोरंजन का सांस्कृतिक […] Read more » Featured Holi Holi is culture Holi is festival होली
वर्त-त्यौहार समाज भारतीय संस्कृति के उदार सामाजिक बुनावट की पहचान है होली March 21, 2016 by एम. अफसर खां सागर | Leave a Comment एम. अफसर खां सागर सदियों पूराना होली का त्यौहार तन और मन पर पड़े तमाम तरह के बैर, द्वेष और अहंकार को सतरंगी रंगों में सराबोर करके मानव जीवन में उल्लास और उमंग के संचार का प्रतीक है। होली रंगों, गीतों और वसंत के स्वागत का त्यौहार है। होली के दिनों में हुड़दंग, हुल्लड़, रंग […] Read more » Featured festival of colours Holi उदार सामाजिक बुनावट भारतीय संस्कृति सामाजिक बुनावट की पहचान है होली होली
कला-संस्कृति विविधा रंगों और मस्ती का महापर्व – होली March 20, 2016 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment भारतीय संस्कृति में होली के पर्व का अद्वितीय स्थान है। यह पर्व उमंग, उल्लास, उत्साह और जोश तथा मस्ती का पर्व है। होली का पर्व देश व समाज में सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने वाला पर्व है। होली का पर्व जलवायु परिवर्तन का भी संकेत देता है । होली का पर्व हिंदू पंचांग के अनुसार […] Read more » Featured festival of colours Holi रंगों और मस्ती का महापर्व होली
कला-संस्कृति पर्व - त्यौहार समाज होली: राक्षसी शक्तियों के दहन का पर्व March 15, 2016 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव होली एक प्राचीन त्योहार है। पौराणिक कथाओं के अनुसार मुख्य रुप से यह बुराई पर अच्छाई की विजय का पर्व है। भारत और चीन में इसे, इसी परिप्रेक्ष में मनाने की परंपरा है। आज इस पर्व को मूल-अर्थों में मनाना ज्यादा प्रासंगिक है। क्यूंकी नैतिकता-अनैतिकता के सभी मानदण्ड खोटे होते जा रहे हैं। […] Read more » featival Holi राक्षसी शक्तियों के दहन का पर्व होली
लेख यारो जग बौराया… March 11, 2012 / March 13, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment संजय बिन्नाणी साथियो! आप मानें या न मानें, समझें या न समझें, लेकिन यह सच है कि इन दिनों भारत और भारतीय मन-मिजाज वैसे ही बौराया हुआ है, जैसे आम का पेड़। कारण है, ऋतुवसन्त में फगुनई हवा; जिसके असर के चलते मन- मधुकर हुआ, मधु-पान की लालसा लिए डोलता फिर रहा है। रसपान की […] Read more » Holi vasant season ऋतुवसन्त फगुनई हवा
पर्व - त्यौहार बहकें बहकी होली में … March 7, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment संजय बिन्नाणी रस, रंग, स्वाद, गंध और स्पर्श, पाँचों ही तत्वों की प्रमुखता हमारे जीवन में है। शरीर, स्वास्थ्य और आहार का आधार यही हैं। होली हमारी संस्कृति का ऐसा एकमात्र त्योहार है, जिसमें इन पाँचों तत्वों का ऐसा समावेश है कि किसी एक को भी बाद दिया तो होली का रंग फीका पड़ सकता […] Read more » Holi Holi festival बहकें बहकी होली में होली
पर्व - त्यौहार होली की व्यापकता March 5, 2012 / March 5, 2012 by विनोद बंसल | Leave a Comment विनोद बंसल भारतवर्ष त्योहारों का देश है। यूं तो भारतीय संस्कृति में हर त्योहार का अपना महत्व है किन्तु होली का त्योहार अनेक विशिष्टताओं को समेटे हुए है। यह भारतीय काल गणना यानि विक्रमी संवत् का अंतिम त्यौहार है। किसी भी प्रकार के ताम-झाम और तैयारियों के बिना मनाया जाने वाला यह त्यौहार न तो […] Read more » Holi होली की व्यापकता