टॉप स्टोरी राजनीति जनरल डायर बनाम मनमोहन सिंह June 5, 2011 / December 11, 2011 by लिमटी खरे | 7 Comments on जनरल डायर बनाम मनमोहन सिंह ब्रितानी हुकूमत के काल में 13 अप्रेल 1919 में जनरल डायर ने अमृतसर के जलियां वाले बाग में निर्दोष लोगों को गोलियां से भून दिया था, यह था गोरी चमड़ी वालों की बर्बरता का नंगा नाच। महात्मा गांधी के आर्दशों पर चलकर देश को आजादी मिली और फिर कायम हुआ भारत गणराज्य जिसमें लोकतंत्र को […] Read more » Manmohan Singh जनरल डायर मनमोहन सिंह
राजनीति ये है दिल्ली मेरी जान April 18, 2011 / December 13, 2011 by लिमटी खरे | 3 Comments on ये है दिल्ली मेरी जान लिमटी खरे कौन सुनेगा मनमोहनी वाणी को अब! देश के वजीरे आजम डॉ. मनमोहन सिंह पर सादगी के साथ ही साथ भ्रष्टाचार छुपाने के आरोप भी लगने लगे हैं। प्रधानमंत्री पर सबसे बड़ा आरोप तो यह है कि उन्हें लोकसभा में ही मत देने का अधिकार नहीं है, इसका कारण यह है कि वे […] Read more » Manmohan Singh डॉ. मनमोहन सिंह
राजनीति मनमोहन का नेतृत्व और उसके मायने March 18, 2011 / December 14, 2011 by पवन कुमार अरविन्द | Leave a Comment पुराने जमाने में किसान जब बैल से खेत की जुताई करता था तो कभी-कभी ऐसी भी स्थितियां आ जाती थीं कि बैल खेत की एक भी क्यारी जोतने या आगे बढ़ने से ही इन्कार कर देता था। ऐसी परिस्थिति में किसान बैल के हर मर्म को समझता था। वह कोई और उपाय न कर बैल […] Read more » Manmohan Singh मनमोहन
आलोचना घोषणा-पत्र प्रधानमन्त्री डॉ. मनमोहन सिंह के नाम भ्रष्टाचार एवं अत्याचार अन्वेषण संस्थान (बास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. पुरुषोत्तम मीणा का खुला खत! March 17, 2011 / January 12, 2012 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | 1 Comment on प्रधानमन्त्री डॉ. मनमोहन सिंह के नाम भ्रष्टाचार एवं अत्याचार अन्वेषण संस्थान (बास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. पुरुषोत्तम मीणा का खुला खत! पत्रांक : बास/राअ/1112/1 दिनांक : 11.03.2011 प्रेषक : डॉ. पुरुषोत्तम मीणा, राष्ट्रीय अध्य्यक्ष-भ्रष्टाचार एवं अत्याचार अन्वेषण संस्थान (बास), राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यालय-7 तँवर कॉलोनी, खातीपुरा रोड, जयपुर-302006 (राजस्थान), फोन : 0141-2222225, मोबाइल : 098285-02666 प्रेषिति : माननीय श्री डॉ. मनमोहन सिंह जी, प्रधानमन्त्री, भारत सरकार, नयी दिल्ली| विषय : राजस्थान के […] Read more » Manmohan Singh प्रधानमन्त्री
प्रवक्ता न्यूज़ मनमोहन को दागदार कर गए थॉमस March 3, 2011 / December 15, 2011 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 1 Comment on मनमोहन को दागदार कर गए थॉमस हमेशा ईमानदार अधिकारी की छवि रखने वाले केंद्रीय सतर्कता आयुक्त पीजे थॉमस को पॉलमोलिन इंपोर्ट केस में आठवां अभियुक्त होना इतना महंगा पड़ेगा यह उन्होंने कभी नहीं सोचा होगा। केंद्रीय सतर्कता आयुक्त बनने के साथ ही थॉमस विवादों के साए में आ गए। इस दौरान प्रधानमंत्री के साथ-साथ पूरी कांग्रेस ने उनका साथ दिया लेकिन […] Read more » Manmohan Singh मनमोहन
राजनीति मज़बूरी का नाम मनमोहन सिंह-….देश चले भगवान भरोसे… March 2, 2011 / December 15, 2011 by श्रीराम तिवारी | 1 Comment on मज़बूरी का नाम मनमोहन सिंह-….देश चले भगवान भरोसे… यु पी ऐ प्रथम के दौर में जब -जब आर्थिक सुधारों के नाम पर देश की सम्पदा और मेहनतकशों के श्रम को मुफ्त में लूटने के लिए कार्पोरेट जगत को पूरी सफलता नहीं मिली ,तब -तब सरमायेदारों की तिजारत के संबाहक पूंजीपति परस्त मीडिया ने डाक्टर मनमोहन सिंह को मजबूर प्रधानमंत्री के रूप में जनता […] Read more » Manmohan Singh मज़बूरी का नाम मनमोहन सिंह
राजनीति भ्रष्टों के सरदार मनमोहन February 18, 2011 / December 15, 2011 by लिमटी खरे | 3 Comments on भ्रष्टों के सरदार मनमोहन लिमटी खरे वर्तमान हालातों में यक्ष प्रश्न तो यही है कि भारत गणराज्य के वजीरे आजम होने के नाते डॉ.मनमोहन सिंह और सत्तारूढ़ गठबंधन की मुखिया होने के नाते श्रीमति सोनिया गांधी इन घपले घोटालों और मंहगाई के मसले पर जनता को जवाब देने की जहमत उठाएंगे या फिर बिना जवाबदेही के ही खुद को […] Read more » Manmohan Singh मनमोहन
आर्थिकी राजनीति माछ भात और मनमोहन सिंह का अर्थशास्त्र February 7, 2011 / December 15, 2011 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | 6 Comments on माछ भात और मनमोहन सिंह का अर्थशास्त्र डॉ. कुलदीप चंद अग्निहोत्री देश में मंहगाई जिस बेतहाशा गति से बढ रही है उससे आम आदमी का चिंतित होना स्वभाविक ही है। दरासल मंहगाई से आम आदमी केवल चिंतित ही नही है बल्कि अनेक स्थानों पर जीवन यात्रा के सूत्र उनके हाथांे से छूटते भी जा रहे हैं। जो वर्ग उत्पादन के क्षेत्र में […] Read more » Manmohan Singh डॉ. मनमोहन सिंह
राजनीति माननीय प्रधानमंत्री जी, जनता की आवाज़ सुनो… January 5, 2011 / December 18, 2011 by श्रीराम तिवारी | 2 Comments on माननीय प्रधानमंत्री जी, जनता की आवाज़ सुनो… श्रीराम तिवारी लगभग १५० साल पूर्व महान अर्थशास्त्री, समाजशास्त्री और दार्शनिक कार्ल मार्क्स ने अपने विश्व विख्यात ग्रन्थ ”दास कैपिटल” में एक स्थापना दी थी, कि ”यदि लाभ समुचित है तो पूँजी {कैपिटल} साहसी हो उठती है,यदि १०% लाभ कि सम्भावना हो तो पूँजी कहीं भी मुहँ मारने से नहीं हिचकिचाती, यदि लाभ २०% सम्भावित […] Read more » Manmohan Singh डॉ. मनमोहन सिंह
राजनीति व्यंग्य/ स्थितप्रज्ञ हुए मनमोहन December 3, 2010 / December 19, 2011 by पवन कुमार अरविन्द | Leave a Comment -पवन कुमार अरविंद देश के जाने माने अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह जब से प्रधानमंत्री बने हैं तभी से ‘स्थितप्रज्ञ’ गति को प्राप्त हो गए हैं। उन्होंने यूपीए-1 की सरकार का सफल नेतृत्व तो किया ही, यूपीए-2 की सरकार का भी नेतृत्व बड़े ही सहज और सफलता के साथ करते दिखाई दे रहे हैं। बड़े-बड़े ऋषि […] Read more » Manmohan Singh डॉ. मनमोहन सिंह
राजनीति बदले बदले से मनमोहन नज़र आते हैं September 11, 2010 / December 22, 2011 by अमलेन्दु उपाध्याय | 5 Comments on बदले बदले से मनमोहन नज़र आते हैं -अमलेन्दु उपाध्याय कांग्रेस के युवराज राहुल बाबा की दो सबसे बड़ी चिंताएं कौन सी हैं? सवाल है बहुत बेतुका पर है बहुत पेचीदा। प्रश्न आम भारतीय के लिए अर्थहीन है लेकिन नेहरू गांधी राजपरिवार के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। पूरा राजपरिवार आजकल इन दो सवालों को हल करने के लिए तमाम गुणा-भाग पर लगा हुआ […] Read more » Manmohan Singh मनमोहन सिंह
राजनीति मनमोहनी बातें हैं, बातों का क्या August 17, 2010 / December 22, 2011 by डॉ. सुभाष राय | 5 Comments on मनमोहनी बातें हैं, बातों का क्या बार-बार ऐसी अच्छी, मीठी बातें हमारे शासक करते रहे हैं। कुछ अच्छी योजनाएं बनती भी हैं तो नेता, अफसर और ठेकेदारों की तिकड़ी उनके धन को बीच में ही निगल जाती है। भ्रष्टाचार की पतितसलिला बाकी बचा-खुचा अपने भीतर समा लेने को मुंह बाये खड़ी दिखती है। ऐसे में केवल भाषणों से आगे जाने की जरूरत है, सख्त पहल की आवश्यकता है। केवल बातों से बात बनने वाली नहीं है। ये सब अगर सिर्फ बातें हैं तो इन बातों का क्या? Read more » Manmohan Singh जश्न-ए-आजादी के बाद