कविता राजनीति अखिलेश के मन की पीड़ा May 27, 2019 / May 27, 2019 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment पहले पकड़ा था राहुल का हाथ,उसने भी न दिया था मेरा साथ|इस बार माया के हाथी पे बैठा,उसने भी घुमा कर मारी लात || दोनों तरफ से मेरा बुरा हुआ ,किसी न दिया है मेरा साथ |मैंने अपनी खुद नाव डुबोई ,इसलिए मैंने खाई है मात || जिसकी थी जीरो सीट,उसको हो गयी पूरी दस […] Read more » POEM on akhilesh poetry political poem
कविता साहित्य वो छप्पर May 27, 2019 / May 27, 2019 by अजय एहसास | Leave a Comment वो छप्पर जिसके नीचे कभी चार जिन्दगियों का गुजारा हुआ करता था।जो जाड़े की गलन सेगर्मी की तपन सेबरसात की सीलन से उन्हें बचाता था।खुद धूप, ठंड , बरसात को झेलकर उन्हें सुरक्षित रखता था।छप्पर को सहारा देने वाले दोस्त जैसे थमले,उन पर होने वाले आँधियों के हमले।लेकिन फिर भी वो हमेशा छप्पर के साथ खड़ा रहता था,आँधियों […] Read more » poem on roof poetry roof
कविता मोदी मुक्तक May 25, 2019 / May 25, 2019 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment आर के रस्तोगी दे दो गालियाँ जितनी तुम अब मुझको |कोई फर्क नहीं पड़ता सुनने में मुझको ||तय कर लिया है देश को आगे बढ़ाने का |हिम्मत हैं तो रोक कर दिखाओ मुझको || मत पूछो,आजादी कैसे ली थी हमने |कुर्बानी दे कर आजादी ली थी हमने ||गीत गाते है आज हम उन्ही दिवानो केजिन्हें […] Read more » on modi poem poem on modi poetry political poem
कविता राजनीति चली है मोदी की ऐसी आंधी May 24, 2019 / May 24, 2019 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment आर के रस्तोगी चली है मोदी की ऐसी आंधी | जिसमे उड गये राहुल गाँधी || हो न जाये काग्रेस में बगावत | आ न जाये परिवार में आफत || जब आंधी ऐसे जोर से है आती | लालू की लालटेन भी बुझ जाती || महागठबंधन अब ऐसा है टूटा | जिसमे माया का माथा […] Read more » modi poem poem on modi poetry
कविता आखिर वो मेरी पत्नी है May 22, 2019 / May 22, 2019 by अजय एहसास | Leave a Comment वो विरह वेदना सहती है, फिर भी न वो कुछ कहती है चाहें दिल में हो दर्द भरा, पर सदा प्रेम में बहती है वो सहनशील भी कितनी है,आखिर वो मेरी पत्नी है। जब भी बीमार मैं हो जाता, दादी के नुस्खे बतलाये दो और दो चार नही जोड़े, परिवार जोड़ना सिखलाये वो पढ़ी लिखी […] Read more » poem poetry poetry on wife
कविता साहित्य इधर-उधर की मिट्टी May 22, 2019 / May 22, 2019 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment विनोद सिल्ला ऐ! हवा ये मिट्टी जो तुम साथ लाई हो ये यहाँ की प्रतीत नहीं होती तुम चाहती हो मिलाना उधर की मिट्टी इधर की मिट्टी में और इधर की मिट्टी उधर की मिट्टी में तभी तो लाती हो ले जाती हो सीमा पार मिट्टी लेकिन कुछ ताकतें हैं इधर भी उधर भी जो […] Read more » poem poetry poetry on soil
व्यंग्य इ वी एम पर कुंडली May 22, 2019 / May 22, 2019 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment हार हो जाये ,तब इवीएम में है दोष जीत जाये तो वह बिल्कुल है निर्दोष बिल्कुल है निर्दोष किस पर ठीकरा फोड़े मिला नहीं कोई तो इ वी एम पर ही फोड़े कह रस्तोगी कविराय,लाओ फूलो का हार हार गये तो क्या,तुम पहनाओ हार का हार आर के रस्तोगी Read more » EVM on EVM opposition poetry SATTIRE
कविता साहित्य नवगीत-हिटलर दिनमान May 22, 2019 / May 22, 2019 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment क्या गर्मी पड़ती जेठ में वैशाख में! लू हैं लपटें हैं मचा हाहाकार है! इन दिनों धूप की सख्ती बरकार है! चिन्गारी है दबी बुझी हुई राख में! गीष्म ॠतु में दिनमान हिटलर हो जाता! तानाशाह के आगे कुछ न चल पाता! पूंजीपति लोकतंत्र दाब लिए काँख में! अविनाश ब्यौहार रायल एस्टेट कटंगी रोड, जबलपुर। […] Read more » hitler dynasty literature form newsong poem poetry
कविता राजनीति चुनाव परिणाम आने के बाद का द्रश्य May 21, 2019 / May 21, 2019 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment आर के रस्तोगी मोदी की सरकार,तीन सौ के पार , सुना है यह जब से गठ्बब्धन ने , मचा है उन सब मे हाहाकार , कौन बनेगा अब प्रधान मंत्री , अब कोई नहीं बोल रहा है , लगता है विपक्षी नेताओ का , सिहांसन अब डोल रहा है || पूजा पाठ भी बन्द हो […] Read more » after elections result poem poem on politics poetry poetry on politics political poem
कविता बिछुड़न May 20, 2019 / May 20, 2019 by अजय एहसास | Leave a Comment अजय एहसास पास आ करके हमें दूर न होना आया, दूर हो करके तुमसे बस हमें रोना आया । तुम्हारी याद में पलकें हैं बन्द होके खुली, इन आँखों में नहीं नींद न सोना आया, दूर हो करके तुमसे बस हमें रोना आया । न जाने कौन सी घड़ी थी शक किया तुमनें, अपना कहने […] Read more » Love poem poetry sad poem separation split sweet poem
कविता राजनीति व्यंग्य साहित्य ‘इण्डियन भारत’ के ‘महाभारत’ का दुर्योद्धन-प्रसंग May 18, 2019 / May 18, 2019 by मनोज ज्वाला | 1 Comment on ‘इण्डियन भारत’ के ‘महाभारत’ का दुर्योद्धन-प्रसंग मनोज ज्वाला ‘इण्डिया दैट इज भारत’ के संविधान से संचालित भारतीय लोकतंत्र के महापर्व का १७वां आयोजन जारी है । वर्षों तक सत्ता-सुख भोगता रहा विपक्ष पांच वर्ष पहले १६वें पर्व के दौरान सत्ता गंवा चुके होने के बाद अब इस बार उसे किसी भी तरह हासिल कर लेने के बावत आसमान सिर पर उठा […] Read more » ‘इण्डियन भारत’ poem poetry sattire poem sattire poetry दुर्योद्धन-प्रसंग महाभारत
कविता कलयुग में गौतम बुद्ध कैसे बन पाओगे May 18, 2019 / May 18, 2019 by आर के रस्तोगी | 1 Comment on कलयुग में गौतम बुद्ध कैसे बन पाओगे आर के रस्तोगी इस कलयुग में अब गौतम बुद्ध कैसे बन पाओगे तुम ? चारो तरफ अन्धकार है,कैसे बुद्ध पूर्णिमा मनाओगे तुम ? करो निस्वार्थ सेवा जन जन की,किसी को कष्ट न देना तुम | सत्य अहिंसा का मार्ग अपनाकर,सबको गले से लगा लो तुम || जाना है सबको संसार को छोड़कर,ये बात समझ अब […] Read more » Inspiration poem poem on gautam buddha poetry