धर्म-अध्यात्म “ब्रह्मसमाज की अवैदिक व अव्यवहारिक मान्यतायें और आर्यसमाज” December 3, 2018 / December 3, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, महर्षि दयानन्द ने आर्यसमाज की स्थापना सन् 1875 में मुम्बई में की थी। उन्होंने सन् 1863 से वेद व वैदिक मान्यताओं का प्रचार आरम्भ कर दिया था। वह वेद विरुद्ध मान्यताओं व सिद्धान्तों का खण्डन करते थे। उनका उद्देश्य असत्य को छोड़ना व छुड़ाना तथा सत्य को स्वीकार करना व कराना था। […] Read more » ‘ईसा’ ‘नानक’ और ‘चैतन्य’ ‘मुहम्मद’ ‘मूसा’ आर्यसमाज ऋषि दयानन्द प्राणीमात्र महर्षि दयानन्द राजा राममोहन राय सर्वजनहितकारी
धर्म-अध्यात्म “आत्म-बल शरीर को अधिक कार्य करने की सामर्थ्य प्रदान करता है” October 18, 2018 / October 18, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, मनुष्य कमजोर भी होते हैं और बलवान भी। बलवान वह मनुष्य होता है कि जो शारीरिक दृष्टि से स्वस्थ व निरोग होता है। शरीर के बल की अपनी सीमा है। यदि किसी मनुष्य का आत्मा निर्बल है तो शरीर स्वस्थ व बलवान होकर भी वह कार्य नहीं कर सकता जो आत्म बल […] Read more » आध्यात्मिक ज्ञान आर्यसमाज ईश्वरोपासना ऋषि दयानन्द
धर्म-अध्यात्म “प्रसिद्ध भजन “डूबतो को बचा लेने वाले मेरी नैय्या है तेरे हवाले” की पृष्ठ भूमि” October 10, 2018 / October 10, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, पं. सत्यपाल पथिक जी से हमारा कई वर्षों से परिचय है। हम देहरादून के गुरुकुल पौंधा, वैदिक साधन आश्रम तपोवन सहित टंकारा, अजमेर, दिल्ली व हरिद्वार आदि स्थानों पर अनेक बार उनसे मिले हैं। पथिक जी यदा-कदा हमारे आर्य पत्र पत्रिकाओं में लेख देखते रहते हैं इसलिये भी वह हमें जानते हैं। […] Read more » आर्यसमाज गुरुकुल श्री दिनेश पथिक सैनिक हरि सिंह नलवा
धर्म-अध्यात्म “ऋषिभक्त विद्वान मधुवर्षी प्रभावशाली कवि-हृदय भजनोपदेशक श्री नरेश दत्त आर्य” October 9, 2018 / October 9, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, आर्यसमाज में वेद ज्ञान पर आधारित अमृत वर्षा करने वाले अनेक भजनोपदेशक हैं, पंडित नरेशदत्त आर्य उनमें एक विशिष्ट भजनोपदेशक हैं। हमने पहली बार सन् 1997 में हिण्डोन सिटी में आयोजित पं. लेखराम बलिदान शताब्दी समारोह में उनके दर्शन किये थे और दो तीन दिन तक उनके भजनों का आनन्द लिया था। […] Read more » आर्यसमाज गुणों पंडित नरेशदत्त आर्य भावनाओं विचारों व्यक्तित्व श्री प्रभाकरदेव आर्य
धर्म-अध्यात्म “आधुनिक शिक्षा नारी को विलासिता की ओर ले जाती हैः आचार्य उमेशचन्द्र कुलश्रेष्ठ” October 8, 2018 / October 8, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, वैदिक साधन आश्रम तपोवन-देहरादून में दिनांक 5 अक्टूबर, 2018 को दिन के 10 बजे से 1.00 बजे तक महिला सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन आर्यसमाज के यशस्वी विद्वान रहे महात्मा दयानन्द वानप्रस्थी जी की सुपुत्री लगभग 80 वर्षीय माता श्रीमति सुरेन्द्र अरोड़ा जी द्वारा किया गया जो स्वयं एक […] Read more » आर्यसमाज ऋषि दयानन्द प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी भारतीय संस्कृति विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज श्रीमति सुरेन्द्र अरोड़ा श्रीमती सुरेन्द्र अरोड़ा
धर्म-अध्यात्म “आर्यसमाज ने देशवासियों में स्वाभिमान जगाया है : आचार्य उमेशचन्द्र कुलश्रेष्ठ” October 8, 2018 / October 8, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, वैदिक साधन आश्रम तपोवन-देहरादून के शरदुत्सव के तीसरे दिन की रात्रि सभा में विद्वानों ने राष्ट्रीय समस्याओं के समाधान में वेद और आर्यसमाज का योगदान विषय पर विद्वानों के प्रवचन एवं भजन हुए। मुख्य व्याख्यान आर्यजगत् के उच्च कोटि के विद्वान आचार्य उमेशचन्द्र कुलश्रेष्ठ जी का हुआ। उन्होंने कहा कि वर्तमान में […] Read more » अलगाववाद आचार्य उमेशचन्द्र कुलश्रेष्ठ आतंकवाद आर्यसमाज क्षेत्रवाद जातिवाद पं. नरेशदत्त आर्य भाषावाद
धर्म-अध्यात्म -वैदिक साधनप आश्रम तपोवन के शरदुत्सव के दूसरे दिन सायंकालीन का सत्संग-“ऋषि ऋत्मभरा बुद्धि को प्राप्त समाधि अवस्था में वेद मंत्रों के रहस्यों को जानने वाला होता है : आचार्य उमेशचन्द्र कुलश्रेष्ठ” October 6, 2018 by अभिलेख यादव | 2 Comments on -वैदिक साधनप आश्रम तपोवन के शरदुत्सव के दूसरे दिन सायंकालीन का सत्संग-“ऋषि ऋत्मभरा बुद्धि को प्राप्त समाधि अवस्था में वेद मंत्रों के रहस्यों को जानने वाला होता है : आचार्य उमेशचन्द्र कुलश्रेष्ठ” मनमोहन कुमार आर्य, वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून के शरदुत्सव के दूसरे दिन सांयकालीन व रात्रिकालीन सत्संग का आरम्भ भजनों से हुआ। प्रथम आर्य भजनोपदेशक श्री आजाद सिंह लहरी ने एक भजन सुनाया जिसके बोल थे ‘ओ३म् नाम का सुमिरन कर ले कह दिया कितनी बार तुझे’। इसके बाद सहारनपुर से पधारे भजनोपदेशक श्री रमेश […] Read more » आर्यसमाज ईश्वर मन्दिर यशस्वी श्री शैलेश मुनि सत्यार्थी सृष्टि
धर्म-अध्यात्म समाज -आर्यसमाज धामावाला, देहरादून का साप्ताहिक सत्संग-“माता-पिता व पितरों की सेवा से सन्तानों द्वारा उनका ऋण चुकता होता है : आचार्य वीरेन्द्र शास्त्री” September 24, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, आर्यसमाज, धामावाला, देहरादून सन् 1879 में महर्षि दयानन्द जी द्वारा स्थापित आर्यसमाज है जहां उन्होंने विश्व में पहली बार एक मुस्लिम मत के बन्धु मोहम्मद उमर व उसके परिवार को उसकी इच्छानुसार वैदिक धर्म में दीक्षित कर उसे अलखधारी नाम दिया था। आज रविवार के सत्संग में यहां आरम्भ में अग्निहोत्र हुआ […] Read more » आचार्य वीरेन्द्र शास्त्री जी आर्यसमाज ईश्वर याज्ञवल्क्य श्राद्ध श्री वीरेन्द्र शास्त्री
न्यूज़ “आर्यसमाज से जुड़े श्री ओम् प्रकाश गैरोला को सभी बैंको की राष्ट्रीय स्तर की संयुक्त हिन्दी निबंध प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार” September 20, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, श्री ओम् प्रकाश गैरोला हमारे 40 वर्षों से अधिक समय से एक घनिष्ठ एवं प्रिय मित्र हैं। हम दोनों एक साथ जनवरी, 1978 में भारतीय पेट्रोलियम संस्थान, देहरादून (आईआईपी) में लिपिक के पद पर नियुक्त हुए थे। मैं तब से इसी कार्यालय में कार्य करता रहा और कुछ समय बाद मेरी तकनीकी […] Read more » आर्यसमाज ऋषि दयानन्द टिहरी गढ़वाल पीएनबी की राष्ट्रीय स्तर श्री गैरोला जी साहित्य
धर्म-अध्यात्म समय-समय पर आर्यसमाज के नियम पढ़ना व समझना तथा उन्हें जीवन उतारना आवश्यक’ August 30, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, आर्यसमाज की स्थापना महर्षि दयानन्द सरस्वती जी ने 10 अप्रैल, सन् 1875 को मुम्बई में की थी। स्थापना का मुख्य उद्देश्य वेदों, वैदिक धर्म व संस्कृति का प्रचार व प्रसार करना था। आर्यसमाज के 10 नियम हैं जिन्हें आसानी से कुछ घंटे के परिश्रम से स्मरण किया जा सकता है। आर्यसमाज में […] Read more » Featured अजन्मा अजर अनन्त अनादि अनुपम अभय अमर आर्यसमाज ईश्वर सच्चिदानन्द-स्वरूप दयालु नित्य निराकार निर्विकार न्यायकारी पवित्र महर्षि दयानन्द सरस्वती श्री कृष्ण सर्वव्यापक सर्वशक्तिमान सर्वाधार सर्वान्तर्यामी सर्वेश्वर
धर्म-अध्यात्म ‘ऋषि दयानन्द ने देश और धर्म की रक्षा के लिए ही आर्यसमाज बनाया’ August 22, 2018 / August 22, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, ऋषि दयानन्द ने 10 अप्रैल, 1875 ई. को मुम्बई में आर्यसमाज की स्थापना की थी। आर्यसमाज की स्थापना का कारण वैदिक धर्म एवं संस्कृति सहित देश की रक्षा करना था। यह सुविदित है कि प्राचीन वैदिक सनातन धर्म में महाभारत व उसके बाद विकृतियां आनी आरम्भ हो गईं थीं। इसका कारण महाभारत […] Read more » Featured आर्यसमाज आर्याभिविनय ईश्वर ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका ऋषि दयानन्द धर्म की रक्षा सत्यार्थप्रकाश
राजनीति अटलजीः वे थे बेजोड़ नेता August 18, 2018 / August 18, 2018 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डॉ. वेदप्रताप वैदिक अटलजी के निधन पर मैं क्या लिखूं, कैसे लिखूं ? अटलजी से मेरा 50-55 साल का संबंध रहा है। वे जब भी इंदौर आते, हमारे घर उनका भोजन पहले से तय होता। मेरे पिताजी और अटलजी, दोनों ही जनसंघ के प्रारंभिक कार्यकर्ता थे। मैं 1965 में पीएच.डी. करने के लिए दिल्ली आ […] Read more » अटलजीः वे थे बेजोड़ नेता आर्यसमाज इंदिराजी नरसिंहरावजी नेहरुजी महर्षि दयानंद