समाज साहित्य बिहार में ठहराव की स्थिति में दलित आंदोलन व साहित्य April 15, 2011 / December 14, 2011 by संजय कुमार | 1 Comment on बिहार में ठहराव की स्थिति में दलित आंदोलन व साहित्य संजय कुमार बिहार में महाराष्ट्र की तरह दलित आंदोलन तो नहीं दिखता है, लेकिन यहां की जमीन, दलित उत्पीड़न-जुल्म-सितम और दलित चेतना-अवचेतना से भरी पड़ी है। देशा के अन्य भागों की तरह बिहार के दलित अभी भी हाशिए पर हैं। दलित आंदोलन को लेकर महाराष्ट्र की तरह कोई बड़ा आंदोलन यंहा नहीं दिखता है। लेकिन […] Read more » bihar दलित विमर्श दलित साहित्य बिहार
राजनीति बिहार की कसौटी पर उत्तर प्रदेश December 22, 2010 / December 18, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment डॉ. दिलीप अग्निहोत्री बिहार विधानसभा चुनाव की कसौटी पर उत्तर प्रदेश को परखना अजीब-सा लग सकता है। यहाँ चुनाव में करीब डेढ़ वर्ष का समय है। क्षेत्रीय दल मुख्य मुकाबले में हैं। बसपा सत्ता में है, सपा मुख्य विपक्षी है। दोनों राष्ट्रीय दलों की स्थिति विधानसभा में इनके बाद है। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन या राष्ट्रीय […] Read more » bihar उत्तरप्रदेश बसपा बिहार भाजपा मायावती मुलायम सपा
राजनीति बिहार में राजग की जीत को हिन्दुत्व की जीत से जोड़ कर देखें November 25, 2010 / December 19, 2011 by गौतम चौधरी | 8 Comments on बिहार में राजग की जीत को हिन्दुत्व की जीत से जोड़ कर देखें -गौतम चौधरी बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को मिली सफलता कोई अप्रत्याशित नहीं है। इस जीत के पीछे निस्संदेह नितिश कुमार की सकारात्मक विकास की राजनीति का हाथ है, लेकिन चुनाव में दो बातें अप्रत्याशित भी है। एक भारतीय जनता पार्टी की सीटों का बढ़ना एवं भाजपा के धुर विरोधी दलों का सफाया। यहां मैं […] Read more » RSS नीतिश कुमार बिहार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
राजनीति नई पहचान के साथ नई राह पर बिहार November 25, 2010 / December 19, 2011 by डॉ. मनोज जैन | 2 Comments on नई पहचान के साथ नई राह पर बिहार -डॉ. मनोज जैन फरवरी 1992 की बात है जब मैं विवेकानन्द भारत परिक्रमा दल के एक सहयात्री के रुप में भारत यात्रा पर था। बंगाल और बिहार की सीमा रेखा पर बसे हुये संथाल परगना के एक छोटे से गांव जामताड़ा का वह दृश्य मुझे आज भी याद है आधुनिक जीवन की सभी सुबिधाओं से […] Read more » bihar बिहार
विविधा बिहार हाशिए पर क्यों ? October 19, 2010 / December 20, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on बिहार हाशिए पर क्यों ? -अनिल दत्त मिश्र बिहार का अतीत गौरवशाली रहा है। मौर्य साम्राज्य, कौटिल्य का ‘अर्थशास्त्र’, नालंदा विश्वविद्यालय, विक्रमशिला विश्वविद्यालय, जैन-बौद्ध धर्म का उदय, स्वतंत्रता संग्राम में राजेन्द्र प्रसाद, सच्चिदानंद सिन्हा, मौलाना मजरूल हक आदि अग्रणी नेता इसी प्रांत से आते हैं। महात्मा गांधी ने चंपारण आंदोलन बिहार से शुरू करके स्वतंत्रता का सुत्रपात किया। जयप्रकाश नारायण, आजादी […] Read more » bihar बिहार
विविधा बिहार हाशिए पर क्यों? October 12, 2010 / December 21, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on बिहार हाशिए पर क्यों? -अनिल दत्त मिश्र बिहार का अतीत गौरवशाली रहा है। मौर्य साम्राज्य, कौटिल्य का ‘अर्थशास्त्र’, नालंदा विश्वविद्यालय, विक्रमशिला विश्वविद्यालय, जैन-बौध्द धर्म का उदय, स्वतंत्रता संग्राम में राजेन्द्र प्रसाद, सच्चिदानंद सिन्हा, मौलाना मजरूल हक आदि अग्रणी नेता इसी प्रांत से आते हैं। महात्मा गांधी ने चंपारण आंदोलन बिहार से शुरू करके स्वतंत्रता का सुत्रपात किया। जयप्रकाश नारायण, […] Read more » bihar बिहार
विविधा बिहार की सफलता की कहानी, सड़कों और सेतुओं की जुबानी June 15, 2010 / December 23, 2011 by सतीश सिंह | Leave a Comment -सतीश सिंह बिहार में विधानसभा का चुनाव अब नजदीक आ चुका है। कुछ ही दिनों के बाद चुनावी सरगर्मियां तेज हो जायेंगी। सुगबुगाहट तो शुरु भी हो चुकी है। इस बार चुनाव में सघन चुनाव प्रचार के लिए सबसे महत्वपूर्ण कारक बिहार के दूर-दराज इलाकों को जोड़ती हुई सड़कें और सेतुएं होंगी। इनके दम पर […] Read more » Developement बिहार विकास
विविधा बिहार: जो घर जारे आपने चले हमारे साथ March 27, 2010 / December 24, 2011 by पंकज झा | 7 Comments on बिहार: जो घर जारे आपने चले हमारे साथ वाल्मीकि रामायण में भगवान राम से कहलवाया गया है..अपि स्वर्णमयी लंका, न में लक्ष्मण रोचते, जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी…यानी हे लक्ष्मण, लंका भले ही सोने की है लेकिन मुझे बिलकुल पसंद नहीं क्योंकि जननी और जन्मभूमि स्वर्ग से भी बढ़ कर है. ऐसे ही अपने जन्मभूमि से लौट कर सतीश सिंह जी द्वारा वर्णित वाकया […] Read more » bihar बिहार
विविधा बिहार के विकास के लिए बिहारियों को भी आगे आना होगा March 27, 2010 / December 24, 2011 by सतीश सिंह | 4 Comments on बिहार के विकास के लिए बिहारियों को भी आगे आना होगा चौबीस मार्च को एक तरफ नीतीश कुमार की अगुआई में पूरा बिहार, बिहार दिवस मनाने में जुटा हुआ था तो दूसरी ओर सिर्फ 100 रुपये के लिए दिल्ली से पटना होकर इस्लामपुर जाने वाली मगध एक्सप्रेस को बनाही गाँव के कुछ नौजवानों ने जगदेव प्रसाद हाल्ट से लगभग 1 किलोमीटर पहले और बनाही गाँव के […] Read more » bihar बिहार
राजनीति बिहार का बदलता परिवेश – संतोष सारंग March 13, 2010 / December 24, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on बिहार का बदलता परिवेश – संतोष सारंग बिहार के बंटवारे के बाद प्रचुर प्राकृतिक संसाधन झारखंड के हिस्से में चला गया। यहां के लोगों को बाढ़ व सुखाड़ की त्रासदी मिली। ऊपर से राजनीतिक पार्टियों का जाति व धर्म के नाम पर झूठी दिलासा। ऐसे में, यहां के गरीब-गुरबों के सामने पलायन के सिवा कोई चारा नहीं था। गांधीजी श्रम करनेवालों को […] Read more » bihar बिहार
राजनीति जय भोजपुरी मिलन समारोह में बजा ठाकरे परिवार के खिलाफ बिगुल February 18, 2010 / December 24, 2011 by शिवानंद द्विवेदी | 19 Comments on जय भोजपुरी मिलन समारोह में बजा ठाकरे परिवार के खिलाफ बिगुल एक लाख पोस्टकार्ड प्रधानमंत्री को भेजने की अपील विगत चौदह फरवरी को दिल्ली के आई .टी .ओ स्थित राजेन्द्र भवन में जय भोजपुरी मिलन समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में एक सोशल भोजपुरी वेबसाइट के सदस्यों ने भाग लिया। समारोह की शुरुआत सदस्यों के आपसी मेल-जोल एवं परिचय आदान -प्रदान से हुई। कार्यक्रम को […] Read more » Shivsena बाळ ठाकरे बिहार भोजपुर मनसे राज ठाकरे शिवसेना
राजनीति बिहार-महाराष्ट्र, फिर मुम्बई फिर अँधेरी – अंत में क्या बाँटोगे जी? February 4, 2010 / December 25, 2011 by मन ओज सोमक्रिया | Leave a Comment कभी धर्म (Religion), कभी जाति (Castism), कभी क्षेत्र (Regionalism) तो कभी वर्ण (Colour) – आए दिन कहीं न कहीं से समाचार प्राप्त होता ही रहता है। कभी धर्म के आधार पर कहीं बवाल हो जाता है तो कहीं जाति के आधार पर। कहीं क्षेत्रवाद से लोगों में आतंक एवं भय का माहौल पैदा हो जाता […] Read more » Maharashtra बिहार महाराष्ट्र