
हास्य-व्यंग्य/ मेट्रों में आत्मा का सफर
Updated: December 8, 2011
पंडित सुरेश नीरव सब शरीर धरे के दंड हैं। इसलिए जब भी किसी स्वर्गीय का भेजे में खयाल आता है तब-तब मैं हाइली इन्फलेमेबल ईर्ष्या…
Read more
हिन्दी बुर्जुआ के सांस्कृतिक खेल
Updated: December 8, 2011
जगदीश्वर चतुर्वेदी हिन्दी बुर्जुआवर्ग का हिन्दीभाषा और साहित्य से तीन-तेरह का संबंध है। हिन्दीभाषी बुर्जुआवर्ग में आत्मत्याग की भावना कम है। उसमें दौलत,शानो-शौकत और सामाजिक…
Read more
पंचगव्य चिकत्सा और भारतीय गोवंश
Updated: December 8, 2011
डा.राजेश कपूर भारतीय संस्कृति और आयुर्वेद परम्परा में अनादी काल से गो का स्थान अत्यंत महत्व का रहा है. पञ्च गव्य के नाम से जाने…
Read more
बाजार में औरत और औरत का बाजार
Updated: December 8, 2011
संजय द्विवेदी हिंदुस्तानी औरत इस समय बाजार के निशाने पर है। एक वह बाजार है जो परंपरा से सजा हुआ है और दूसरा वह बाजार…
Read more
आतंकी हमले किसी भी सूरत में रोके जाने चाहिये
Updated: December 8, 2011
डॉ. किशन कछवाहा मुम्बई में फिर तीन तीन विस्फोट हो गये जिसमें बीस से ज्यादा लोग मरे और एक सैंकड़ा से अधिक बुरी तरह घायल…
Read more
मकान मालिक तो भगवान होता है
Updated: December 8, 2011
पंडित सुरेश नीरव एक दौर वह भी था जब स्वर्ग में रहनेवाले देवता फालतू समय में फटाफट भारत में अवतार ले लिया करते थे। उनके…
Read more
क्या मां-बेटा पार्टी ही ‘कांग्रेस’ है-3
Updated: December 8, 2011
वंशवाद नेहरू ने बोया, इंदिरा ने सींचा देवेन्द्र स्वरूप पं. नेहरू की मृत्यु के 14 दिन बाद 9 जून, 1964 को लाल बहादुर शास्त्री को…
Read more
क्या मां-बेटा पार्टी ही ‘कांग्रेस’ है-2
Updated: December 8, 2011
निष्काम-निर्मोही पटेल सत्ताकामी-वंशवादी नेहरू देवेन्द्र स्वरूप 15 अगस्त, 1947 को खण्डित भारत ने राजनीतिक स्वतंत्रता पा तो ली, पर उसने अपने को अनेक प्रश्नों से…
Read more
क्या मां-बेटा पार्टी ही ‘कांग्रेस’ है-1
Updated: December 8, 2011
गांधी की कांग्रेस कैसी थी? देवेन्द्र स्वरूप सूचना क्रांति और उपभोग प्रधान बाजार संस्कृति में से उपजी औद्योगिक सभ्यता ने जहां एक ओर विश्व को…
Read more
विज्ञान और अध्यात्म में संबंध
Updated: December 8, 2011
डा. बी. पी. शुक्ल वैज्ञानिक आध्यात्मवाद को समझने के लिए हमें इस तथ्य पर ध्यान देना होगा कि हमारे समक्ष जो विश्व ब्रह्माण्ड है, वह…
Read more
दो साम्राज्यवादी ताकतों के बीच पिस रहा है नेपाल
Updated: December 8, 2011
गौतम चौधरी नेपाल फिर से अशांति की ओर बढ रहा है। इस अशांति के लिए एक बार फिर नेपाली माओवादियों को ही जिम्मेवार ठहराया जा…
Read more
प्रकृति : भारतीय चिंतन
Updated: December 8, 2011
राजीव गुप्ता यत्र वेत्थ वनस्पते देवानां गृह्य नामानि! तत्र हव्यानि गामय!! ( हे वनस्पते! हे आनंद के स्वामी! जहां तुम दोनों के गुह्य नामों को…
Read more