विविधा हक़ीक़त और सियासत के मध्य मंहगाई का समाधान

हक़ीक़त और सियासत के मध्य मंहगाई का समाधान

तनवीर जा़फरी किसी भी देश की अर्थव्यवस्था में मंहगाई का बढऩा एक सामान्य व साधारण प्रक्रिया है। महंगाई पूरे विश्व में हमेशा से ही बढ़ती…

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राजनीति भ्रष्टाचार पर उपदेश देती महाभ्रष्टों की टोली

भ्रष्टाचार पर उपदेश देती महाभ्रष्टों की टोली

निर्मल रानी भारतीय संसद के इतिहास में पहली बार ऐसी शर्मनाक घटना घटी कि संसद का सत्रह दिवसीय पूरा का पूरा शीतकालीन सत्र शोर-शराबे व…

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धर्म-अध्यात्म ”वर्णसंकर हिन्दु ही नकार सकता है राम का अस्तित्व”

”वर्णसंकर हिन्दु ही नकार सकता है राम का अस्तित्व”

सनातन धर्म हिन्दु समाज के रग-रग में बसे भगवान राम के बारे में शायद ही कोई अभागा व्यक्ति होगा जो नही जानता होगा कि भगवान…

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विविधा विनायक सेन, माओवाद और बेचारा जनतंत्र

विनायक सेन, माओवाद और बेचारा जनतंत्र

-संजय द्विवेदी डा. विनायक सेन- एक मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं, पढ़ाई से डाक्टर हैं, प्रख्यात श्रमिक नेता स्व.शंकरगुहा नियोगी के साथ मिलकर मजदूरों के बीच काम…

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विविधा हिंदी-संस्कृत-अंग्रेज़ी स्रोत -पहला भाग

हिंदी-संस्कृत-अंग्रेज़ी स्रोत -पहला भाग

डॉ. मधुसूदन (१) कुछ नितान्त सरल सहज समझ में आए ऐसे शब्दों का चयन करते हुए, हिंदी (संस्कृत भी) और अंग्रेज़ी का कुछ अनुसंधान करने…

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धर्म-अध्यात्म धार्मिक प्रसारण की साम्प्रदायिक रंगतें

धार्मिक प्रसारण की साम्प्रदायिक रंगतें

जगदीश्‍वर चतुर्वेदी धर्म को जनमाध्यमों के जरिए प्रक्षेपित करने के साथ ही, धर्म अब निजी मसला नहीं रह जाता। यह अंधलोकवाद का अंग बनकर लोकवादी…

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प्रवक्ता न्यूज़ साइबर वर्ल्ड वार

साइबर वर्ल्ड वार

ना गोली चलेगी, ना बहेगा खून, फिर भी लड़ेगी दुनिया चण्डीदत्त शुक्ल अब नाम तो याद नहीं है, शायद शंकर दादा था उस पुरानी फ़िल्म…

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विविधा देश के सर्वाधिक लोकप्रिय एवं सर्वमान्य नेता श्री अटल बिहारी वाजपेयी (87 वें जन्म दिन पर विशेष)

देश के सर्वाधिक लोकप्रिय एवं सर्वमान्य नेता श्री अटल बिहारी वाजपेयी (87 वें जन्म दिन पर विशेष)

अशोक बजाज देश और दुनिया की राजनीतिक क्षितिज पर ध्रुव तारे की तरह अटल एक सितारा कोई है तो वह है हमारे अपने तथा देश…

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धर्म-अध्यात्म आस्था तत्व के बिना तो साहित्य रचना ही असंभव है

आस्था तत्व के बिना तो साहित्य रचना ही असंभव है

डॉं. मनोज जैन सारांश : भारतीय दर्शन में परमात्मा को समस्त क्लेशों की शान्ति का उपाय स्वीकार किया है, और आस्था तत्व से ऐसा ही…

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राजनीति माननीय सभासदों-कृपया संसद तो चलने दीजिए….

माननीय सभासदों-कृपया संसद तो चलने दीजिए….

श्रीराम तिवारी संसद का शीत कालीन अधिवेशन तथाकथित -२ जी स्पेक्ट्रम काण्ड की भेंट चढ़ गया. विपक्ष अर्थात भाजपा और तीसरे मोर्चे (वामपंथ भी) का,…

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विविधा और कितने घोटाले…?

और कितने घोटाले…?

रामबिहारी सिंह वर्तमान में देश जिस दौर से गुजर रहा है वह समय किसी भी मुल्क के लिए ठीक नहीं कहा जा सकता। एक ओर…

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व्यंग्य पैसे की भाषा

पैसे की भाषा

विजय कुमार इन दिनों शादी-विवाह का मौसम है। जिधर देखो उधर ‘आज मेरे यार की शादी है’ की धुन पर नाचते लोग मिल जाते हैं।…

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