प्रमोद भार्गव

प्रमोद भार्गव

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लेखक प्रिंट और इलेक्ट्रोनिक मीडिया से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार है ।

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लेखक - प्रमोद भार्गव - के पोस्ट :

विविधा

मिसाइल क्षेत्र के वैश्विक समूह में भारत

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संदर्भः भारत की सबसे शक्तिशाली मिसाइल अग्नि-5 का सफल परीक्षण प्रमोद भार्गव   सफलता की एक नई महागाथा लिखते हुए भारत ने परमाणु क्षमता से युक्त अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का सफल परीक्षण किया। 5000 किमी से भी अधिक दूरी पर स्थित लक्ष्य को भेदने में सक्षम इस प्रक्षेपास्त्र को उड़ीसा के अब्दुल कलाम समुद्री […]

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राजनीति

चुनावी चंदे में पारदर्शिता का सवाल

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जिस ब्रिटेन से हमने संसदीय सरंचना उधार ली है,उस बिट्रेन में परिपाटी है कि संसद का नया कार्यकाल शुरू होने पर सरकार मंत्री और संासदो की संपति की जानकारी और उनके व्यावसायिक हितों को सार्वजानिक करती है। अमेरिका में तो राजनेता हरेक तरह के प्रलोभन से दूर रहें, इस दृष्टि से और मजबूत कानून है। वहां सीनेटर बनने के बाद व्यक्ति को अपना व्यावसायिक हित छोड़ना बाघ्यकारी होता है। जबकि भारत में यह पारिपाटी उलटबांसी के रूप में देखने में आती है। यहां सांसद और विधायाक बनने के बाद राजनीति धंधे में तब्दील होने लगती है। ये धंधे भी प्रकृतिक संपदा के दोहन, भवन निर्माण, सरकारी ठेके, टोल टैक्स, शराब ठेके और सार्वजानिक वितरण प्रणाली के राशन का गोलमाल कर देने जैसे गोरखधंधो से जुड़े होते है।

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विविधा

शराब की दुकानों पर रोक, अहम् फैसला

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संदर्भः- सर्वोच्च न्यायालय का राष्ट्रीय और राज्य के राजमार्गों पर शराब की दुकानों पर प्रतिबंध प्रमोद भार्गव   सड़क दुर्घटना में मौतें रोकने के लिए सर्वोच्च न्यायालय ने अहम् फैसला सुनाया है। अब 31 मार्च 2017 के बाद राष्ट्रीय व प्रांतकीय राजमार्गों के किनारे शराब की बिक्री 500 मीटर के दायरे में प्रतिबंधित रहेगी। सड़क […]

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राजनीति

ईमानदारी और पारदर्शिता की कसौटी पर भाजपा

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प्रधानमंत्री को इस लेखे-जोखे का दायरा थोड़ा बड़ा रखना चाहिए था। घर में जमा जो कालाधन होेता है, उसे नेता हो या अधिकारी अपने बीबी-बच्चों के खातों में भी जमा रखते हैं। इस नजरिए से नरेंद्र मोदी को चाहिए कि वे सांसद और विधायकों के साथ-साथ, उन पर आश्रित पत्नी और बच्चों के खातों की जानकारी का खुलासा करने का भी आदेश देते ? अच्छा यह भी होता है कि प्रधानमंत्री यह आग्रह देश के सभी दलों के निर्वाचित प्रतिनिधियों से करते ? क्योंकि अवसर और परिस्थितियां व्यक्ति को साधु से शैतान बनाने में देर नहीं करतीं ? संसद में सांसदों से सवाल पूछने के बदले में नोट लेते एक स्टिंग आॅपरेशन में जो सांसद दिखाए गए थे, वे सभी दलों के थे।

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