लेख राजनैतिक रूप से तठस्थ रहने के लद गये दिन November 5, 2024 / November 5, 2024 | Leave a Comment पिछले दशक दुनिया में जो कुछ विशेष प्रकार के परिवर्तन देखने को मिले। उनमें से एक है दैनिक रूप से चलने वाली गतिवीधीयों का ‘शस्त्र के रूप में उपयोग’। उनमें व्यापार, पर्यटन , कनेक्टिविटी, सप्लाई चैन य वित्तीय कुछ भी हो सकता है। इसीलिए हर चीज़ की ‘हेजिंग’ (घेराबंदी) आवश्यक हो चली है। कहने कि जरूरत नहीं, अब […] Read more » Gone are the days of being politically neutral. राजनैतिक रूप से तठस्थ
लेख विधि-कानून क्रिप्टो-क्रिस्चियन January 23, 2023 / January 23, 2023 | Leave a Comment बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री को लेकर विवाद में आये श्याम मानव पर आरोप ये भी है कि वो हिन्दू नामधारी ‘क्रिप्टो क्रिस्चियन’ हैं. क्यूंकि देश में ऐसे लोगों की कमी नहीं जिन्होनें ईसाई धर्म ग्रहण कर लेने के बाद भी अपने नाम में परिवर्तन न करते हुए हिन्दू नाम ही रखा हुआ है, जिन्हें ‘क्रिप्टो-क्रिस्चियन’ बताया […] Read more » crypto christians क्रिप्टो-क्रिस्चियन
राजनीति बन्दरगाह और मिशनरीस की संदिग्ध भूमिका December 7, 2022 / December 7, 2022 | Leave a Comment अभी देश में भारतीय कंपनीयों के पास लगभग 1500 मालवाहक समुद्री जहाज हैं; और 13 प्रमुख बंदरगाह, जबकि 200 सामान्य . बन्दरगाह पर माल खाली हो कर अगले मार्ग पर जाने के लिए जहाज को तैयार होने में लगने वाला समय ( टर्न अराउंड टाइम ) का परिवहन में बड़ी भूमिका होती है, जो कि अभी देश […] Read more » church in making adani port मिशनरीस मिशनरीस की संदिग्ध भूमिका
लेख द आर्मीज़ ऑफ़ गॉड ! December 2, 2022 / December 2, 2022 | Leave a Comment १९ वीं सदी में दुनिया में विस्तार पाते यूरोपीय साम्राज्यवाद और पूंजीवाद की पृष्ठभूमि को स्पष्ट करते हुए अपनी किताब ‘ग्लिम्पसेस ऑफ़ वर्ल्ड हिस्ट्री’ में जवाहरलाल नेहरु बताते है कि ये वो समय था जब कहा जाता था कि आगे बढ़ती सेना के झंडे का अनुसरण उसके देश का व्यापार करता था. और कई […] Read more » द आर्मीज़ ऑफ़ गॉड
राजनीति ‘अनपढ़ और घबराये ’ हुए छात्र November 28, 2022 / November 28, 2022 | Leave a Comment ‘कांग्रेस नेता राहुल गाँधी में एक ऐसे ‘अनपढ़ और घबराये ’ हुए छात्र के गुण हैं जो कि अपने शिक्षक को प्रभावित करने की चाहत तो रखता है लेकिन उसमें विषय की महारत हासिल करने की योग्यता और जूनून का घोर आभाव है . बराक ओबामा ने ये बात अपनी पुस्तक , ‘ ऐ […] Read more »
शख्सियत समाज विदेशी षड्यंत्र के विरुद्ध क्रांति का शंखनाद November 11, 2022 / November 11, 2022 | Leave a Comment बांसुरी वादक, चित्रकार बिरसा मुंडा का जन्म झारखंड के आदिवासी ग्राम उन्निहात में १५ नवम्बर १८७५ में हुआ था . आगे चलकर जब बड़े हुए तो अध्यापन के लिए अपने पिताजी के साथ वे चाईबासा के जर्मन मिशन स्कूल पहुंचे. पर वहां उन्हें पता चला कि उनकी तो स्कूल में भर्ती हो ही […] Read more » Conch shell of revolution against foreign conspiracy
लेख इसको ‘सूझ-बूझ’ भरा कदम बताने वाले कम न थे! April 11, 2022 / April 11, 2022 | Leave a Comment Read more »
राजनीति ‘ज्ञान प्रकाश से दीप्त पर्वत’ के अस्तित्व पर संकट February 9, 2022 / February 9, 2022 | Leave a Comment तिरुवान्नामलाई तमिलनाडु का वो जिला है जहां अरुणाचलम पर्वत स्थित है, जिसकी ऊंचाई 814 मीटर है. तमिल परंपरा में इसे ‘ज्ञान प्रकाश से दीप्त पर्वत’ माना गया है. १९वीं सदी में महान संत रमण महर्षि नें इसी भूमि को अपनी तपोभूमि के रूप में चुना था. स्थानीय निवासी बताते हैं कि यहाँ कभी विष्णु […] Read more » अरुणाचलम पर्वत
शख्सियत समाज न जाति: कारणे लोके गुणा: कल्याण हेतव:’ February 6, 2022 / February 6, 2022 | Leave a Comment Read more » श्री रामानुज
विश्ववार्ता अमेरिका को भारतीय प्रतिभाओं से बहुत फायदा हुआ है.’-एलन मस्क December 9, 2021 / December 9, 2021 | Leave a Comment Read more » America has benefited greatly from Indian talent. Elon Musk अमेरिका को भारतीय प्रतिभाओं से बहुत फायदा
पर्यावरण दृष्टी भी, इच्छाशक्ति भी September 17, 2021 / September 17, 2021 | 1 Comment on दृष्टी भी, इच्छाशक्ति भी उर्जा के क्षेत्र में आयात पर निर्भरता को कम करने, साथ ही वैकल्पिक माध्यमों की दिशा में अभूतपूर्व तेजी देखने को मिल रही है. राष्ट्रिय स्तर पर पेट्रोल में एथनाल मिलाने की सीमा अभी 10% फीसदी की गयी है. एथनाल एक तो गन्ने से प्राप्त होता है; दूसरा, अब गौदामों में पड़ा सरप्लस अनाज से भी एथनाल […] Read more » अक्षय उर्जा का लाभ
लेख सार्थक पहल कुछ और नहीं समझीयेगा , फर्क है सिर्फ नज़रिए का August 29, 2021 / August 29, 2021 | Leave a Comment ‘१७००० फीट ऊँचाई पर स्थित ये वो भूभाग है, जहां घांस का टुकड़ा भी नहीं उगता. लद्दाख अनुपयोगी, और रहने के लायक जगह नहीं है. हम खुद भी नहीं जानते कि वास्तव ये कहाँ स्थित है.’ अक्साई चिन को चीन के हांथों गवांते हुए , जवाहरलाल नेहरु नें ये बात कही थी.लेकिन अब स्थिति बदल […] Read more » electrification in laddhakh electrification in leh मोबाइल टॉवर का निर्माण लद्दाख सियाचिन ग्लेसिएर