शख्सियत समाज जातीय गरिमा से मुठभेड़ की जरुरत April 14, 2013 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भ:- 14 अप्रैल डा भीमराव आंबेडकर की जयंती के अवसर पर- प्रमोद भार्गव सामाजिक अन्याय व असमानता की शुरूआत जाति आधारित सामाजिक व्यवस्था से आरंभ हुर्इ। यही कारण है कि भारतीय जन-जीवन में जाति-व्यवस्था की शिकार दलित जातियों को प्रताड़ना, अवमानना और शोषण का सदियों दंश झेलना पड़ा। दुनिया के मानव सभ्यता के इतिहास में […] Read more »
शख्सियत अपने पिता को याद करते हुए ……….. April 12, 2013 / April 12, 2013 by गिरीश पंकज | 5 Comments on अपने पिता को याद करते हुए ……….. महाप्रयाण एक गांधीवादी का गिरीश पंकज अपने पिता पर कुछ लिखना कठिन होता है, लेकिन लिखना चाहिए, अगर पिताजी के अपने सामाजिक सरोकार रहे हों, अगर उनका जीवन परदु:खकातरता से सराबोर रहा हो, अगर वे बेहतर मानव के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध रहे हों। मेरे पिताश्री पिछले दिनों (18 मार्च, 2013) को इस असार-संसार से […] Read more »
शख्सियत मोदी और राहुल की तुलना बेवकूफी है April 9, 2013 by सिद्धार्थ मिश्र “स्वतंत्र” | 1 Comment on मोदी और राहुल की तुलना बेवकूफी है सिद्धार्थ मिश्र”स्वतंत्र” लोकसभा चुनावों के नजदीक आने के साथ ही सियासी जगत का पारा चढ़ना लाजिमी ही है । प्रधानमंत्री पद के संभावित प्रत्याशियों का नाम या चुनाव पूर्व नतीजों को जानने की कवायद रोजाना ही चल रही है । जहां तक वर्तमान परिप्रेक्ष्यों का प्रश्न है तो निश्चित तौर पर दो ही नाम उभर […] Read more »
शख्सियत केदारनाथ अग्रवाल की गीत चेतना April 1, 2013 / April 1, 2013 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 1 Comment on केदारनाथ अग्रवाल की गीत चेतना भारतेन्दु मिश्र मैं /समय की धार में धँसकर खड़ा हूँ। मैं/छपाछप/छापते छल से/लड़ा हूँ क्योंकि मैं सत् से सधा हूँ- जी रहा हूँ; टूटने वाला नहीं कच्चा घड़ा हूँ। केवल और केवल अपनी कविता के सत्व के बल पर संघर्ष के लिए खडे कवि केदारनाथ अग्रवाल हमारे समय के उन जरूरी कवियो में से एक […] Read more » भारतेन्दु मिश्र
राजनीति शख्सियत मोदित्व की ओर बढता भारत March 18, 2013 / March 18, 2013 by अमिताभ त्रिपाठी | 2 Comments on मोदित्व की ओर बढता भारत अमिताभ त्रिपाठी इस माह के आरम्भ में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को सम्बोधित करने के बाद गुजरात के मुख्यमन्त्री और देश के सर्वाधिक चर्चित राजनेता नरेन्द्र मोदी ने दो अन्य सम्बोधन किये हैं। एक सम्बोधन उन्होंने अपनी पार्टी की अन्तरराष्ट्रीय शाखा के सौजन्य से अमेरिका में बसे प्रवासी भारतीयों के मध्य किया और दूसरा सम्बोधन […] Read more » मोदित्व की ओर बढता भारत
शख्सियत समाज राष्ट्रपिता बनाम राष्ट्रपितामह – स्वामी दयानंद March 6, 2013 / March 6, 2013 by डा. रवीन्द्र अग्निहोत्री | Leave a Comment महाशिवरात्रि के पावन पर्व का सम्बन्ध उस महापुरुष ( स्वामी दयानंद सरस्वती ) से भी है जिसने लगभग डेढ़ सौ वर्ष पूर्व के मृतप्राय भारत में चेतना और बौद्धिकता के प्राण फूंके। टंकारा (गुजरात ) के मंदिर में शिवलिंग पर चढ़ा प्रसाद चूहे को खाते देख सच्चे शिव की खोज के नाम पर आज ही […] Read more » स्वामी दयानंद
राजनीति शख्सियत समाज मोदी को मुद्दे की तलाश March 5, 2013 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | 1 Comment on मोदी को मुद्दे की तलाश डॉ. वेदप्रताप वैदिक प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी के नाम की घोषणा भाजपा अभी करे या न करे, उसके दिल्ली अधिवेशन ने मोदी के नाम पर मुहर लगा दी है| कोई अनहोनी हो जाए तो बात दूसरी है, वरना अब भाजपा में मोदी के नाम का विरोध करने की हिम्मत किसी की भी नहीं […] Read more »
राजनीति शख्सियत सबसे आगे मोदी March 5, 2013 / March 5, 2013 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में एक तरह से सर्वसम्मति से तय हो गया कि प्रधानमंत्री की दौड़ में नरेन्द्र मोदी सबसे आगे हैं। इसलिए उन्होंने मंच से 6 करोड़ गुजरातियों की बजाय सवा सौ करोड़ देशवासियों की बात की। साफ है, मोदी अवाम को बहुसंख्यक बनाम अल्पसंख्यक दृष्टि से नहीं देखेंगे। […] Read more »
शख्सियत हिंदू राष्ट्रनीति के उन्नायक थे-छत्रपति शिवाजी महाराज February 23, 2013 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on हिंदू राष्ट्रनीति के उन्नायक थे-छत्रपति शिवाजी महाराज राकेश कुमार आर्य हिंदू पद पादशाही के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म 19 फरवरी 1630 को हुआ था। यह अजीब संयोग है कि 19 फरवरी को शिवाजी का जन्मदिवस है तो 20 फरवरी (1707) औरंगजेब का मृत्यु दिवस है। आजीवन औरंगजेब को नाकों चने चबाने वाले शिवाजी महाराज के कारण ही मुगल साम्राज्य की […] Read more » हिंदू राष्ट्रनीति के उन्नायक थे-छत्रपति शिवाजी महाराज
शख्सियत मोदी की लोकप्रियता को भुनाने की कवायद ? February 11, 2013 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता जिस तरह से नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के लिए पैरवी की होड़ में लगे हैं, उसकी पृश्ठभूमि में मोदी की लोकप्रियता को भुनाने की कवायद नजर आती है। जबकि पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह लोकसभा चुनाव के करीब सवा साल पहले किसी चेहरे को सामने लाने में […] Read more » मोदी की लोकप्रियता को भुनाने की कवायद ?
शख्सियत अखिलेश के जातिवादी न होने से दुखी हैं मुलायम February 6, 2013 by बी.पी. गौतम | Leave a Comment उम्र का एक पड़ाव पार करने के बाद चाहते हुए और न चाहते हुए बहुत कुछ पीछे छूटने लगता है, लेकिन इंसान का स्वभाव है कि वह कुछ भी छोड़ना नहीं चाहता। जीवनपर्यन्त सब कुछ साथ लेकर चलना चाहता है। कहते हैं कि हर जीव को अपने बच्चे अपनी जान से भी प्रिय होते हैं, […] Read more » अखिलेश के जातिवादी दुखी हैं मुलायम
शख्सियत अटलजी का भारतीय राजनीति में योगदान February 1, 2013 / February 1, 2013 by देवेश खंडेलवाल | Leave a Comment देवेश खंडेलवाल गीता का महत्व सबके लिए तथा हमेशा के लिए है क्योंकि यह जिंदगी के तीन मूलभूत सवालों का संतोषजनक उत्तर देती है. हम क्या है? हमें क्या करना चाहिए? और हमें कैसे जिंदगी बितानी चाहिए? गीता के सन्दर्भ में कहे गए ये वाक्य अटल बिहारी वाजपेयी के है. जिनके लिए भाषण देने से […] Read more »