कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म लेख वर्त-त्यौहार देवी साधना में त्रुटियॉ होती है अमंगलकारी October 18, 2023 / October 18, 2023 by आत्माराम यादव पीव | Leave a Comment आत्माराम यादव पीव नवरात्रि में नवदुर्गा के विभिन्न स्वरूपों को 9 दिनों के लिए हरेक नगर, गाँव, मोहल्ले, कसवे आदि हजारो स्थानों पर प्राणप्रतिष्ठित करने का उत्साह दिखाई देता है, उसे हम सृष्टि का संचालन करने वाली जगन्माता के प्रति अपनी भक्ति का स्वरूप ओर माता के प्रति अपना प्रेम प्रदर्शन के साथ अभिवांछित […] Read more »
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म वर्त-त्यौहार मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा और विसर्जन का उत्साह October 16, 2023 / October 16, 2023 by आत्माराम यादव पीव | Leave a Comment नवरात्रि पर विशेष ‘ आत्माराम यादव पीव आज के युग में पूजा की प्राणवस्तु अर्थात आध्यात्म साधना तिरोहित होने लगी है और जिन देवी-देवताओं की सत्यप्रतिष्ठा, प्राणप्रतिष्ठा एवं आनन्दप्रतिष्ठा होना चाहिये हम सत्य और आनन्द की प्रतिष्ठा किये बिना सिर्फ मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा कर साधना करते है वह बाहरी […] Read more » durga pooja
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म लेख वर्त-त्यौहार समाज गणेश हैं विघ्नहर्ता, मंगलकर्ता और उन्नत राष्ट्र-निर्माता September 18, 2023 / September 18, 2023 by ललित गर्ग | Leave a Comment गणेश चतुर्थी- 19 सितम्बर 2023 पर विशेष -ललित गर्ग-गणेश भारतीय संस्कृति के अभिन्न अंग हैं, वे विघ्नहर्ता एवं मंगलकर्ता सात्विक देवता हैं और उन्नत राष्ट्र-निर्माता हैं। वे न केवल भारतीय संस्कृति एवं जीवनशैली के कण-कण में व्याप्त है बल्कि विदेशों में भी घर-कारों-कार्यालयों एवं उत्पाद केन्द्रों में विद्यमान हैं। हर तरफ गणेश ही गणेश छाए […] Read more » Ganesha is the remover of obstacles the auspicious giver and the progressive nation-builder.
कला-संस्कृति पर्व - त्यौहार राजनीति भारत का सांस्कृतिक वैभव एक नया आकार ले रहा है September 13, 2023 / September 13, 2023 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment भारतीय सनातन संस्कृति, सभ्यता और परम्पराएं विश्व में सबसे अधिक प्राचीन मानी जाती है। भारतीय संस्कृति को विश्व की अन्य संस्कृतियों की जननी भी माना गया है। भारत की संस्कृति और सभ्यता आदि काल से ही अपने परम्परागत अस्तितिव के साथ अजर अमर बनी हुई है। भारत में गीत संगीत, नाटक परम्परा, लोक परम्परा, धार्मिक […] Read more » India's cultural splendor is taking a new shape
कला-संस्कृति लेख हिंदी दिवस हिंदी हमारी सनातन संस्कृति एवं संस्कारों की सच्ची संवाहक, संप्रेषक और परिचायक है September 12, 2023 / September 12, 2023 by सुनील कुमार महला | Leave a Comment प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को राष्ट्रीय हिंदी दिवस मनाया जाता है। दरअसल भारत में हिंदी को आधिकारिक दर्जा मिलने की खुशी में यह दिवस मनाया जाता है। जानकारी देना चाहूंगा कि हिन्दी को भारत की संविधान सभा ने 14 सितम्बर, 1949 को राजभाषा के रूप में अंगीकार किया था, यही कारण है कि भारतवर्ष में […] Read more » communicator and representative of our eternal culture and traditions. Hindi is the true carrier हिंदी हमारी सनातन संस्कृति एवं संस्कारों की सच्ची संवाहक
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म पर्व - त्यौहार लेख आत्मशुद्धि एवं जीवन-उत्थान का पर्व है पर्युषण September 12, 2023 / September 12, 2023 by ललित गर्ग | Leave a Comment पर्युषण महापर्व- 12-19 सितम्बर, 2023-ललित गर्ग-जीवन सभी जीते हैं, लेकिन उसे खुली आंखों से देखते नहीं, जागते मन से जीते नहीं। इसीलिये जैन परम्परा में आध्यात्मिक पर्व पयुर्षण को मनाया जाता है, इस वर्ष अन्तःकरण की शुद्धि का यह महापर्व 12 से 19 सितम्बर, 2023 को मनाया जा रहा है, इन आठ दिनों में तन […] Read more » Paryushan is the festival of self-purification and upliftment of life. पर्युषण महापर्व
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म लेख मंत्र है, साक्षात शिवशक्ति September 8, 2023 / September 8, 2023 by आत्माराम यादव पीव | Leave a Comment हमारा देश अनादिकाल से ज्ञान-विज्ञान की गवेषणा, अनुशीलन एवं अनुसंधान का प्रमुख केन्द्र रहा है जिसमें विद्या की विभिन्न शाखाओं में हमारे ऋषिमुनियों-ज्ञानियों ने धर्म दर्शन, व्याकरण, साहित्य, न्याय, गणित ज्योतिष सहित अनेक साधनाओं का प्रस्फुटन किया है जिनमें मंत्र, तंत्र और यंत्र का भी विशिष्ट स्थान है। शास्त्रोक्तानुसार समस्त जगत की सृष्टि ’’अक्षर’’ अर्थात […] Read more » मंत्र है साक्षात शिवशक्ति
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म लेख 108 दानों की जप माला का महत्व September 5, 2023 / September 5, 2023 by आत्माराम यादव पीव | Leave a Comment माला जप का विधान एवं महत्वः- माला मंत्र जप करने के शास्त्रोक्त नियम बताये गये है जिसमें अनामिका के मध्य भाग से नीचे की ओर गिनने, फिर कनिष्ठा के मूल से अग्रभाग तक गिनने का विधान है। इसके पश्चात अनामिका और मध्यमा के अग्रभाग होकर तर्जनी के मूल तक गिनती की जाती है जो अनामिका […] Read more » Importance of chanting rosary of 108 beads
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म लेख वर्त-त्यौहार श्रीकृष्ण सच्चे अर्थों में सृष्टि के कुशल महाप्रबन्धक हैं September 4, 2023 / September 4, 2023 by ललित गर्ग | Leave a Comment श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव-जन्माष्टमी- 6 सितम्बर 2023 पर विशेष-ललित गर्ग – भगवान श्रीकृष्ण हमारी संस्कृति के एक अद्भुत एवं विलक्षण राष्ट्रनायक हैं। श्रीकृष्ण का चरित्र एक प्रभावी एवं सफल मैंनेजमेंट गुरु वाले लोकनायक का चरित्र है। वह द्वारिका के शासक भी है किंतु कभी उन्हंे राजा श्रीकृष्ण के रूप में संबोधित नहीं किया जाता। वह तो […] Read more » krishna janmashtami श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव-जन्माष्टमी- 6 सितम्बर
कला-संस्कृति लेख समाज तिलक यज्ञोपवीत और शिखा का माहात्म्य September 1, 2023 / September 1, 2023 by आत्माराम यादव पीव | Leave a Comment आत्माराम यादव पीव सनातन परम्परा में हिन्दू देवी-देवताओं के ललाट पर धारित विभिन्न स्वरूप के तिलक हमें अपनी ओर आकर्षित कर एक सुखद अनुभूति प्रदान कर स्वयं तिलक धारण करने की सद्प्रेरणा प्रदान करता है परिणामस्वरूप हम उनकी पूजा-अर्चना, आराधना केu7 समय तिलक धारण कर स्वयं को गौरवान्वित पाते है। तिलक की ही भॉति सिर […] Read more » Tilak Yajnopavit and the greatness of Shikha
कला-संस्कृति पर्व - त्यौहार लेख मनाने के साथ समझने होंगे रक्षा बंधन के मायने ? August 28, 2023 / August 28, 2023 by प्रियंका सौरभ | Leave a Comment राखी के त्योहार का मतलब केवल बहन की दूसरों से रक्षा करना ही नहीं होता है बल्कि उसके अधिकारो और सपनों की रक्षा करना भी भाई का कर्तव्य होता है, लेकिन क्या सही मायनों में बहन की रक्षा हो पाती है। आज के समय में राखी के दायित्वों की रक्षा करना बेहद आवश्यक हो गया […] Read more » Will have to understand the meaning of Raksha Bandhan along with celebrating?
कला-संस्कृति पर्व - त्यौहार लेख वर्त-त्यौहार सौंदर्य और प्रेम का उत्सव है हरियाली तीज August 17, 2023 / August 17, 2023 by प्रियंका सौरभ | Leave a Comment श्रावण का महीना महिलाओं के लिए विशेष उल्लास का महीना होता है। इस महीने में आने वाले अधिकांश लोक पर्व महिलाओं द्वारा ही मनाए जाते हैं। श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को श्रावणी तीज कहते हैं। इसे हरितालिका तीज भी कहते हैं। जनमानस में यह हरियाली तीज के नाम से जानी जाती […] Read more »