बच्चों का पन्ना मुट्ठी में है लाल गुलाल February 28, 2015 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | Leave a Comment नोमू का मुँह पुता लाल से.सोमू का पीली गुलाल से| कुर्ता भीगा राम रतन का.रम्मी के हैं गीले बाल| मुट्ठी में है लाल गुलाल| चुनियाँ को मुनियाँ ने पकड़ा.नीला रंग गालों पर चुपड़ा| इतना रगड़ा जोर जोर से.फूल गये हैं दोनों गाल| मुट्ठी में है लाल गुलाल| सल्लू पीला रंग ले आया.कल्लू ने भी हरा […] Read more » मुट्ठी में है लाल गुलाल
बच्चों का पन्ना चीटी मेरी बेस्ट फ्रेंड है February 23, 2015 / February 23, 2015 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | Leave a Comment चीटी मेरी बेस्ट फ्रेंड है. बी ए.पास बी एड.ट्रेंड है| हर दिन लाँग ड्राइव पर जाती. अपने खुद को खुद ही चलाती| शक्कर गुड जैसे भोजन को. अपने सिर पर रख ले आती| करती है दिन रात परिश्रम. नहीं काम का कभी एंड है| चलती है तो चलती जाती. बिना रुके ही बढ़ती जाती| थकने […] Read more » चीटी मेरी बेस्ट फ्रेंड है
बच्चों का पन्ना हीरों का हार January 10, 2015 / January 10, 2015 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment एक रानी नहाकर अपने महल की छत पर बाल सुखाने के लिए गई। उसके गले में एक हीरों का हार था, जिसे उतार कर वहीं आले पर रख दिया और बाल संवारने लगी। इतने में एक कौवा आया। उसने देखा कि कोई चमकीली चीज है, तो उसे लेकर उड़ गया। एक पेड़ पर […] Read more » हीरों का हार
धर्म-अध्यात्म बच्चों का पन्ना शहरी माहौल में संस्कार के पांच सूत्र November 30, 2014 / December 8, 2014 by विजय कुमार | Leave a Comment किसी भी बालक को शिक्षा भले ही विद्यालय से मिलती हो; पर उसकी संस्कारशाला तो घर ही है। महान लोगों के व्यक्तित्व निर्माण में उनके परिवार, और उसमें भी विशेषकर मां की भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण रही है। छत्रपति शिवाजी का वह चित्र बहुत लोकप्रिय है, जिसमें वे जीजामाता की गोद में बैठे कोई कथा […] Read more » संस्कार के पांच सूत्र
बच्चों का पन्ना इंसान बनो तुम November 27, 2014 by बलवन्त | Leave a Comment नवयुग की मुस्कान बनो तुम। मानवता के मान बनो तुम। विश्व क्षितिज पर ध्रुवतारे सी, भारत की पहचान बनो तुम। नवयुग की मुस्कान बनो तुम। चमको चाँद सितारे बनकर। सबकी आँखों के तारे बनकर। मातृभूमि के रखवाले हो, मातृभूमि की शान बनो तुम। नवयुग की मुस्कान बनो तुम। सुनना और समझना सीखो। क्या कहना है, कहना सीखो। जीर्ण शीर्ण मान्यताएं तोड़ो, जन-जन के अरमान बनो तुम। नवयुग की मुस्कान बनो तुम। शीतल मन्द समीर बनो तुम। जन मानस के पीर बनो तुम। तुलसी, सूर, कबीर, जायसी, घनानंद, रसखान बनो तुम। नवयुग की मुस्कान बनो तुम। हँसना और हंसाना सीखो। सबको गले लगाना सीखो। जाति, धर्म, सीमाएं […] Read more » इंसान बनो तुम
बच्चों का पन्ना अच्छा लगता है November 27, 2014 by बलवन्त | Leave a Comment बच्चों का हँसना मुस्काना अच्छा लगता है। अभी हमें चिड़ियों का गाना अच्छा लगता है। माँ की मधुमिश्रित बातें मन को बहलाती हैं, दादी की उजली रातें मन को बहलाती हैं, घर में मेहमानों का आना अच्छा लगता है। अभी हमें चिड़ियों का गाना अच्छा लगता है। आँखों की आँखों से कहना […] Read more » अच्छा लगता है
बच्चों का पन्ना चिड़िया November 27, 2014 by बलवन्त | Leave a Comment मीठी-मीठी, प्यारी-प्यारी, लोरी रोज सुनाये चिड़िया। दूर देश अनजानी नगरी की भी, सैर कराये चिड़िया। खेतों-खलिहानों में जाकर, दाने चुंगकर लाये चिड़िया। बैठ घोसले में चूँ-चूँ कर, खाये और खिलाये चिड़िया। अपने मधुमय कलरव से प्राणों में अमृत घोले चिड़िया। अपनी धुन में इस डाली से, उस डाली पर डोले चिड़िया। अपनी इस अनमोल […] Read more » चिड़िया
बच्चों का पन्ना महत्वपूर्ण लेख संयुक्त राष्ट्र बाल अधिकार समझौते के 25 साल और भारत के बच्चे November 24, 2014 / November 24, 2014 by जावेद अनीस | Leave a Comment जावेद अनीस 20 नवम्बर 1989 को संयुक्त राष्ट्र की आम सभा द्वारा “बाल अधिकार समझौते” को पारित किया गया था इस साल 20 नवम्बर को इसके 25 साल पूरे हो रहे हैं । बाल अधिकार संधि ऐसा पहला अन्तराष्ट्रीय समझौता है जो सभी बच्चों के नागरिक, सांस्कृतिक, सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक अधिकारों को मान्यता देता […] Read more » 25 year of United Nations Children's Rights Convention The United Nations Children's Rights Convention United Nations Children's Rights Convention बाल अधिकार समझौते संयुक्त राष्ट्र बाल अधिकार समझौते
बच्चों का पन्ना गरीब बच्चों के लिये बाल दिवस का क्या मतलब ? November 14, 2014 / November 15, 2014 by मिलन सिन्हा | 1 Comment on गरीब बच्चों के लिये बाल दिवस का क्या मतलब ? मिलन सिन्हा फिर बाल दिवस आ गया और चाचा नेहरु का जन्म दिवस भी । फिर अनेक सरकारी- गैर सरकारी आयोजन होंगे । स्कूलों में पिछले वर्षों की भांति कई कार्यक्रमों का आयोजन होगा, ढेरों बातें होंगी, बच्चों की भलाई के लिए ढेर सारे वादे किये जायेंगे, तालियां बजेंगी, मीडिया में तमाम ख़बरें होंगी […] Read more » Bal Divas Bal Divas & Poor Child Poor Child गरीब बच्चे बाल दिवस बाल दिवस और गरीब बच्चे बाल दिवस का मतलब
बच्चों का पन्ना मीडिया बाल पत्रकारिता : संभावना एवं चुनौतियां November 13, 2014 / November 15, 2014 by मनोज कुमार | Leave a Comment 14 नवम्बर बाल दिवस पर विशेष लेख मनोज कुमार बीते 5 सितम्बर 2014, शिक्षक दिवस के दिन जब देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बच्चों से रूबरू हो रहे थे तब उनके समक्ष देशभर से हजारों की संख्या में जिज्ञासु बच्चे सामने थे। अपनी समझ और कुछ झिझक के साथ सवाल कर रहे थे। इन्हीं हजारों […] Read more » बाल पत्रकारिता
बच्चों का पन्ना भाई दूज November 3, 2014 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | Leave a Comment भाई दूज पर भालू ने, हथनी को बहन बनाया| उसके हाथों से माथे पर, लाल तिलक लगवाया| फिर बोला वह प्यारी बहना, मीठा तो खिलवाओ| हथनी बोली भैया पहले, सौ का नोट दिखाओ| Read more » भाई दूज
बच्चों का पन्ना अक्ल बड़ी या भैंस November 3, 2014 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | Leave a Comment प्रभुदयाल श्रीवास्तव अक्ल बड़ी या भैंस मेंडम ने मुन्ना से पूछा, जरा दिमाग लगाओ| अक्ल बड़ी या भैंस बड़ी है, मुझे अभी समझाओ| मुन्ना बोला अभी बताता, बिल्कुल ना घबराओ| पहले उन दोनों की मुझको, जन्म दिनांक बताओ| Read more » अक्ल बड़ी या भैंस