पर्यावरण बच्चों का पन्ना विविधा मानसून आने वाला है June 15, 2015 / June 15, 2015 by अभिषेक कांत पांडेय | Leave a Comment मई और जून की तपती गर्मी के बाद होने वाली बारिश को मानसून कहा जाता है। तुम तो जानते हो कि बारिश के लिए बादलों वाला पानी होना जरूरी है, तभी तो बारिश होगी। तुमने यह भी सुना होगा कि इस बार मानसून देर से आएगा या बारिश कम होगी। इस मानसून के बारे आओ […] Read more » effect of monsoon on agriculture Featured monsoon monsoon arrival in India मानसून
बच्चों का पन्ना गलफ़ुल्ले March 23, 2015 / March 23, 2015 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | Leave a Comment खेल कूद कर जब घर आये गलफ़ुल्ले, अम्मा बापू पर चिल्लाये गलफ़ुल्ले | अम्मा ने तो केवल इतना बोला था, दस दिन से क्यों नहीं नहाये गलफ़ुल्ले | बापू भी तो पूछ रहे थे बस इतना घर क्यों बहुत देर से आये गलफ़ुल्ले | दादाजी ने जब गुस्से से डांटा तो, बोल नहीं कुछ भी […] Read more » कविता-प्रभुदयाल श्रीवास्तव गलफ़ुल्ले प्रभुदयाल श्रीवास्तव
आलोचना बच्चों का पन्ना महत्वपूर्ण लेख शिक्षा जगत में नकल के बदलते मायने March 14, 2015 by बी.आर.कौंडल | 1 Comment on शिक्षा जगत में नकल के बदलते मायने बी.आर.कौंडल शिक्षक बच्चों के लिए मार्गदर्शक होते है | पहले से यह परंपरा रही है कि बच्चों को नैतिक मार्ग पर ले जाने के लिए माता-पिता के बाद शिक्षक ही एकमात्र ऐसा स्तंभ है जिस पर बच्चों के भविष्य की नींव रखी जाती है | यही कारण है कि शिक्षकों […] Read more » copying in education educational issues educational problem the problem in education
बच्चों का पन्ना समाज सार्थक पहल स्वास्थ्य-योग स्वस्थ परिवार की 10 आदतेँ February 28, 2015 / March 2, 2015 by शिवेश प्रताप सिंह आज के इस भागदौड़ के जीवन में वास्तविक जीवन से हम बहूत दूर होते जा रहे हैं | हम परिवर्तनों को नहीं रोक सकते परन्तु थोडा जागरूक होकर हम अपने परिवार में एक स्वस्थ वातावरण बना सकते हैं | स्वस्थ परिवार की दस आदतेँ अपनाकर हम बहुत अच्छा बदलाव कर सकते हैं | १. परिवार […] Read more » स्वस्थ परिवार की 10 आदतेँ
बच्चों का पन्ना मुट्ठी में है लाल गुलाल February 28, 2015 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | Leave a Comment नोमू का मुँह पुता लाल से.सोमू का पीली गुलाल से| कुर्ता भीगा राम रतन का.रम्मी के हैं गीले बाल| मुट्ठी में है लाल गुलाल| चुनियाँ को मुनियाँ ने पकड़ा.नीला रंग गालों पर चुपड़ा| इतना रगड़ा जोर जोर से.फूल गये हैं दोनों गाल| मुट्ठी में है लाल गुलाल| सल्लू पीला रंग ले आया.कल्लू ने भी हरा […] Read more » मुट्ठी में है लाल गुलाल
बच्चों का पन्ना चीटी मेरी बेस्ट फ्रेंड है February 23, 2015 / February 23, 2015 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | Leave a Comment चीटी मेरी बेस्ट फ्रेंड है. बी ए.पास बी एड.ट्रेंड है| हर दिन लाँग ड्राइव पर जाती. अपने खुद को खुद ही चलाती| शक्कर गुड जैसे भोजन को. अपने सिर पर रख ले आती| करती है दिन रात परिश्रम. नहीं काम का कभी एंड है| चलती है तो चलती जाती. बिना रुके ही बढ़ती जाती| थकने […] Read more » चीटी मेरी बेस्ट फ्रेंड है
बच्चों का पन्ना हीरों का हार January 10, 2015 / January 10, 2015 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment एक रानी नहाकर अपने महल की छत पर बाल सुखाने के लिए गई। उसके गले में एक हीरों का हार था, जिसे उतार कर वहीं आले पर रख दिया और बाल संवारने लगी। इतने में एक कौवा आया। उसने देखा कि कोई चमकीली चीज है, तो उसे लेकर उड़ गया। एक पेड़ पर […] Read more » हीरों का हार
धर्म-अध्यात्म बच्चों का पन्ना शहरी माहौल में संस्कार के पांच सूत्र November 30, 2014 / December 8, 2014 by विजय कुमार | Leave a Comment किसी भी बालक को शिक्षा भले ही विद्यालय से मिलती हो; पर उसकी संस्कारशाला तो घर ही है। महान लोगों के व्यक्तित्व निर्माण में उनके परिवार, और उसमें भी विशेषकर मां की भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण रही है। छत्रपति शिवाजी का वह चित्र बहुत लोकप्रिय है, जिसमें वे जीजामाता की गोद में बैठे कोई कथा […] Read more » संस्कार के पांच सूत्र
बच्चों का पन्ना इंसान बनो तुम November 27, 2014 by बलवन्त | Leave a Comment नवयुग की मुस्कान बनो तुम। मानवता के मान बनो तुम। विश्व क्षितिज पर ध्रुवतारे सी, भारत की पहचान बनो तुम। नवयुग की मुस्कान बनो तुम। चमको चाँद सितारे बनकर। सबकी आँखों के तारे बनकर। मातृभूमि के रखवाले हो, मातृभूमि की शान बनो तुम। नवयुग की मुस्कान बनो तुम। सुनना और समझना सीखो। क्या कहना है, कहना सीखो। जीर्ण शीर्ण मान्यताएं तोड़ो, जन-जन के अरमान बनो तुम। नवयुग की मुस्कान बनो तुम। शीतल मन्द समीर बनो तुम। जन मानस के पीर बनो तुम। तुलसी, सूर, कबीर, जायसी, घनानंद, रसखान बनो तुम। नवयुग की मुस्कान बनो तुम। हँसना और हंसाना सीखो। सबको गले लगाना सीखो। जाति, धर्म, सीमाएं […] Read more » इंसान बनो तुम
बच्चों का पन्ना अच्छा लगता है November 27, 2014 by बलवन्त | Leave a Comment बच्चों का हँसना मुस्काना अच्छा लगता है। अभी हमें चिड़ियों का गाना अच्छा लगता है। माँ की मधुमिश्रित बातें मन को बहलाती हैं, दादी की उजली रातें मन को बहलाती हैं, घर में मेहमानों का आना अच्छा लगता है। अभी हमें चिड़ियों का गाना अच्छा लगता है। आँखों की आँखों से कहना […] Read more » अच्छा लगता है
बच्चों का पन्ना चिड़िया November 27, 2014 by बलवन्त | Leave a Comment मीठी-मीठी, प्यारी-प्यारी, लोरी रोज सुनाये चिड़िया। दूर देश अनजानी नगरी की भी, सैर कराये चिड़िया। खेतों-खलिहानों में जाकर, दाने चुंगकर लाये चिड़िया। बैठ घोसले में चूँ-चूँ कर, खाये और खिलाये चिड़िया। अपने मधुमय कलरव से प्राणों में अमृत घोले चिड़िया। अपनी धुन में इस डाली से, उस डाली पर डोले चिड़िया। अपनी इस अनमोल […] Read more » चिड़िया
बच्चों का पन्ना महत्वपूर्ण लेख संयुक्त राष्ट्र बाल अधिकार समझौते के 25 साल और भारत के बच्चे November 24, 2014 / November 24, 2014 by जावेद अनीस | Leave a Comment जावेद अनीस 20 नवम्बर 1989 को संयुक्त राष्ट्र की आम सभा द्वारा “बाल अधिकार समझौते” को पारित किया गया था इस साल 20 नवम्बर को इसके 25 साल पूरे हो रहे हैं । बाल अधिकार संधि ऐसा पहला अन्तराष्ट्रीय समझौता है जो सभी बच्चों के नागरिक, सांस्कृतिक, सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक अधिकारों को मान्यता देता […] Read more » 25 year of United Nations Children's Rights Convention The United Nations Children's Rights Convention United Nations Children's Rights Convention बाल अधिकार समझौते संयुक्त राष्ट्र बाल अधिकार समझौते