धर्म-अध्यात्म मनुष्य जीवन सफल कैसे बने? August 8, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य हमारे मनुष्य जीवन का उद्देश्य क्या है और उसे कैसे प्राप्त किया जा सकता है? इसका सरल उपाय तो वैदिक ग्रन्थों का स्वाध्याय है जिसमें ऋषि दयानन्द के ग्रन्थ सत्यार्थप्रकाश, ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका, संस्कारविधि, आर्याभिविनय आदि का महत्वपूर्ण स्थान है। दर्शनों व उपनिषदों सहित वेदादि भाष्यों का अध्ययन भी उपयोगी है। मनुष्य जीवन का […] Read more » मनुष्य
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म रक्षाबंधन रिश्तों के सम्मान का पर्व August 5, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग – रक्षाबन्धन हिन्दूधर्म का प्रमुख सांस्कृतिक, सामाजिक और पारिवारिक पर्व है। यह आपसी संबंधों की एकबद्धता एवं एकसूत्रता का सांस्कृतिक उपक्रम है। प्यार के धागों का एक ऐसा पर्व जो घर-घर मानवीय रिश्तों में नवीन ऊर्जा का संचार करता है। यह जीवन की प्रगति और मैत्री की ओर ले जाने वाला एकता का […] Read more » रक्षाबंधन
कला-संस्कृति ज्योतिष धर्म-अध्यात्म रक्षा बन्धन 2017 August 5, 2017 / August 5, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment 12साल बाद ऐसा संयोग बना है जब राखी के दिन ग्रहण लग रहा है। इसलिए इस बार राखी के दिन सूतक का भी लगेगा || पूर्णिमा तिथि का प्रारम्भ 6 अगस्त 2017 को रात्रि10:28 बजे से आरंभ होगा परन्तु भद्रा काल व्याप्त रहेगी। भद्रा रहेगी—– आखिर भद्रा में क्यों नहीं बांधी जाती राखी? पंडित दयानन्द […] Read more » रक्षा बन्धन
धर्म-अध्यात्म गुरु विरजानन्द और ऋषि दयानन्द में परस्पर विद्या के आदान-प्रदान से देश व विश्व को अपूर्व व आशातीत लाभ हुआ August 4, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य स्वामी दयानन्द ने अपने गुरु को विद्या का सूर्य कहा है। यह बात वही कह सकता है जो स्वयं विद्या का सूर्य हो और विद्या की सभी बारीकियों व सूक्ष्मताओं को बखूबी समझता हो। स्वामी दयानन्द का जीवन इस बात का प्रमाण है कि वह महाभारत काल के बाद विश्व भर में […] Read more » ऋषि दयानन्द गुरु विरजानन्द गुरु विरजानन्द और ऋषि दयानन्द
धर्म-अध्यात्म क्या वेदों की रक्षा हो पाती यदि ऋषि दयानन्द वेद प्रचार न करते? August 2, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य महाभारत काल के बाद ऋषि दयानन्द पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने वेदों को ईश्वरीय ज्ञान बताकर वेदों से सम्बन्धित अनेक तथ्यों पर प्रकाश डाला और उन्हें शास्त्रीय प्रमाणों, तर्क एवं युक्तियों से सिद्ध भी किया। वेदों का यथार्थ महत्व बताने के लिए उन्होंने पहले सत्यार्थप्रकाश ग्रन्थ लिखा और उसके बाद ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका लिखकर ऋग्वेद […] Read more »
धर्म-अध्यात्म वेदों के यौगिक, योगरूढ़ व रूढ़ शब्द August 2, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य सुप्रसिद्ध वैदिक विद्वान डा. रामनाथ वेदालंकार जी के वेद विषयक कुछ लेखों का ‘आर्ष ज्योति’ के नाम से एक संकलन स्वामी दीक्षानन्द सरस्वती जी ने 1 अगस्त, सन् 1991 में प्रकाशित किया था। इसके बाद इसका एक संस्करण सम्भवतः श्रीघूड़मल प्रह्लादकुमार आर्य धर्मार्थ न्यास, हिण्डोनसिटी के द्वारा प्रकाशित किया गया है। इस […] Read more » यौगिक
धर्म-अध्यात्म ऋषि दयानन्दोक्त वैदिक उपासना पद्धति ही विश्व की सर्वोत्तम पद्धति August 2, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य विश्व में मत-मतान्तर, पंथ, सम्प्रदाय, मजहब व रिलीजन तो अनेक हैं परन्तु धर्म एक ही है। उस धर्म को केवल धर्म अथवा वैदिक धर्म कहना ही उचित प्रतीत होता है। वैदिक धर्म इसलिये कि धर्म का आधार वेद हैं। यदि वेद न होते तो फिर धर्म भी न होता। धर्म उसे कहते […] Read more » वैदिक उपासना पद्धति
धर्म-अध्यात्म जानिए महालय (पितृ पक्ष (श्राद्ध पक्ष) 5 सितंबर (मंगलवार) से 19 सितंबर (मंगलवार) 2017 को कब और कैसे मनाएं– July 31, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | 1 Comment on जानिए महालय (पितृ पक्ष (श्राद्ध पक्ष) 5 सितंबर (मंगलवार) से 19 सितंबर (मंगलवार) 2017 को कब और कैसे मनाएं– जानिए पितृ पक्ष (श्राद्ध पक्ष) में पितरों की प्रसन्नता प्राप्ति हेतु किये जाने वाले उपायों को — प्रिय पाठकों/मित्रों, हमारी सनातन संस्कृति विश्व की सबसे प्राचीन संस्कृति है।जिसमें तीज-त्योहार,पूजा-विधान,रस्मों का विशेष महत्व है।हिन्दू धर्म की व्यापकता का विश्व में कोई सानी नहीं हैं।हिन्दू संस्कृति अद्भूत है,अतुल्यनिय है।मित्रों हमारे धर्म में पितरों को भी आदर सम्मान […] Read more » पितृ पक्ष महालय
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म श्री कृष्ण जन्माष्टमी 15 अगस्त 2017 को कैसे मनाएं ? July 31, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment जन्माष्टमी अर्थात कृष्ण जन्मोत्सव इस वर्ष जन्माष्टमी का त्यौहार 14/15 अगस्त 2017 को मनाया जाएगा. जन्माष्टमी जिसके आगमन से पहले ही उसकी तैयारियां जोर शोर से आरंभ हो जाती है पूरे भारत वर्ष में इस त्यौहार का उत्साह देखने योग्य होता है. चारों का वातावरण भगवान श्री कृष्ण के रंग में डूबा हुआ होता है. […] Read more » Featured Janmashtami janmashtami on 15th August 2017 जन्माष्टमी
धर्म-अध्यात्म आत्म ज्ञान से हीन मनुष्य इन्द्रियों के विषयों में फंसा रहता है July 29, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य बुद्धिपूर्वक अर्थात् ज्ञानपूर्वक कर्म करने वाले प्राणियों को मनुष्य कहते हैं। मनुष्य की पहचान उसके पास बुद्धि अर्थात् सत्य व असत्य अथवा उचित व अनुचित का बोध कराने वाली शक्ति होती है। हमारी यह बुद्धि भी ज्ञान व अज्ञान से युक्त हुआ करती है। अज्ञान इसमें स्वतः होता है और ज्ञान से […] Read more » उपनिषद
धर्म-अध्यात्म ऋषि दयानन्द की ईश्वर से स्वराज्य, साम्राज्य व चक्रवर्ती राज्य की प्राप्ति की प्रार्थना व चर्चा July 29, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य ऋषि दयानन्द ने अपने साहित्य में अनेक स्थानों पर ‘साम्राज्य’ व ‘चक्रवर्ती-राज्य’ की ईश्वर से प्रार्थना व मांग की है। राज्य वह होता है जिस पर किसी राजा व राज्याधिकारी का शासन व नियंत्रण होता है। यदि कई राज्यों को मिला दिया जाये तो उसे एक देश विशेष कह सकते हैं। ऐसे […] Read more » स्वराज्य
धर्म-अध्यात्म धन से मनुष्य की तृप्ति नहीं होती July 27, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य आजकल संसार के सभी व अधिकांश मनुष्य धन की ओर भाग रहे हैं। संसार की बात न कर अपने देश भारत की ही बात करें तो यह बात 99.9 प्रतिशत सत्य प्रतीत होती है। इसी कारण तो अतीत में देश में घोटाले पर घोटाले होते रहे। आज भी कई राजनीतिक नेताओं के […] Read more » धन