धर्म-अध्यात्म महत्वपूर्ण लेख बाबा माधवदास की वेदना : शंकर शरण December 13, 2011 / February 27, 2012 by शंकर शरण | 6 Comments on बाबा माधवदास की वेदना : शंकर शरण शंकर शरण कई वर्ष पहले दूर दक्षिण भारत से बाबा माधवदास नामक एक संन्यासी दिल्ली में ‘वॉयस ऑफ इंडिया’ प्रकाशन के कार्यालय पहुँचे। उन्होंने सीताराम गोयल की कोई पुस्तक पढ़ी थी, जिसके बाद उन्हें खोजते-खोजते वह आए थे। मिलते ही उन्होंने सीताराम जी के सामने एक छोटी सी पुस्तिका रख दी। यह सरकार द्वारा 1956 […] Read more » Christianity ईसाई मिशनरी क्रिश्चियन
धर्म-अध्यात्म कहो कौन्तेय-74 (महाभारत पर आधारित उपन्यास अंश) December 10, 2011 / December 10, 2011 by विपिन किशोर सिन्हा | Leave a Comment (द्रोण-वध) विपिन किशोर सिन्हा कुरुक्षेत्र के समीप के अरण्य से एक वन्य कुक्कुट ने सूर्योदय की बांग दी। युद्ध के पन्द्रहवें दिन का सूरज पूरब के क्षितिज पर उदित हुआ। रात्रि-युद्ध की थकान सभी महारथियों पर स्पष्ट देखी जा सकती थी। लेकिन अवकाश का समय कहां था? पद्माकार सैन्य रचना के साथ गुरु द्रोण व्यूह […] Read more » Mahabharat कहो कौन्तेय महाभारत
धर्म-अध्यात्म ईसाई धर्मांतरण को रोकने का इस्लामी तरीका November 28, 2011 / December 4, 2011 by सुरेश चिपलूनकर | 5 Comments on ईसाई धर्मांतरण को रोकने का इस्लामी तरीका सुरेश चिपलूनकर घटना इस प्रकार है कि, कुछ समय पहले श्रीनगर स्थित चर्च के रेव्हरेंड (चन्द्रमणि खन्ना) यानी सीएम खन्ना(?) (नाम पढ़कर चौंकिये नहीं… ऐसे कई हिन्दू नामधारी फ़र्जी ईसाई हमारे-आपके बीच मौजूद हैं) ने घाटी के सात मुस्लिम युवकों को बहला-फ़ुसलाकर उन्हें इस्लाम छोड़, ईसाई धर्म अपनाने हेतु राजी कर लिया। जब यह मामला खुल गया, […] Read more » इस्लाम ईसाई धर्मांतरण
धर्म-अध्यात्म प्रवक्ता न्यूज़ जीवन साधना के चार चरण November 25, 2011 / November 27, 2011 by राजेश यादव | Leave a Comment राजेश यादव व्यक्तित्व निर्माण के कार्यक्रम की तुलना कृषक द्वारा किए जाने वाले कृषि कर्म से की जा सकती है । जैसे जुताई, बुआई, सिंचाई और विक्रय की चतुर्विधि प्रक्रिया सम्पन्न करने के बाद किसान को अपने परिश्रम का लाभ मिलता है, व्यक्तित्व निर्माण को भी इस प्रकार जीवन साधना की चतुर्विधी प्रक्रिया सम्पन्न करनी […] Read more » जीवन साधना
धर्म-अध्यात्म कहो कौन्तेय-६४ (महाभारत पर आधारित उपन्यास अंश) November 19, 2011 / December 3, 2011 by विपिन किशोर सिन्हा | Leave a Comment (भीष्म-वध के लिए भीष्म से मंत्रणा) विपिन किशोर सिन्हा सूर्यवंशी क्षत्रिय नित्य ही लक्ष-लक्ष की संख्या में विनाशकारी युद्ध की भेंट चढ़ रहे थे। लेकिन सूर्य को इससे क्या? वह चौथे दिन भी प्रखरता से निकला। कौरवों ने वृषभ व्यूह की रचना की, हमने गजराज। प्रतिदिन कम से कम एकबार मैं और पितामह आमने-सामने होते […] Read more » कहो कौन्तेय
धर्म-अध्यात्म मौत की आहुतियां लेते यज्ञ November 12, 2011 / December 3, 2011 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव धार्मिक आयोजनों में जताई जाने वाली श्रद्धा और भक्ति से यह आशय कतई नहीं निकाला जा सकता कि वाकई इनमें भागीदारी से इहलोक और परलाक सुधरने वाले हैं। बल्कि जिस तरह से धार्मिक स्थलों पर हादसे घटने का सिलसिला शुरू हुआ है, उससे तो यह साफ हो रहा है कि हम इनमें शिरकत […] Read more » मौत की आहुतियां यज्ञ
धर्म-अध्यात्म कहो कौन्तेय-५८ (महाभारत पर आधारित उपन्यास अंश) November 12, 2011 / December 3, 2011 by विपिन किशोर सिन्हा | Leave a Comment (श्रीकृष्ण का विराट रूप दर्शन और महासमर की घोषणा) विपिन किशोर सिन्हा दुर्योधन का क्रोध दावानल की भांति बढ़ता जा रहा था। सांप की तरह फुफकारते हुए अपने सैनिकों को आदेश दिया – “मथुरा के कारागार में जन्म लेनेवाले इस यादव को इसके मूल स्थान पर भेजना अत्यन्त आवश्यक है। बांध लो इस छलिया को […] Read more » Kaho Kauntey कहो कौन्तेय
धर्म-अध्यात्म कहो कौन्तेय-५५ November 6, 2011 / December 5, 2011 by विपिन किशोर सिन्हा | Leave a Comment (शान्ति-दूत के रूप में श्रीकृष्ण) विपिन किशोर सिन्हा शान्ति-स्थापना के अन्तिम प्रयास के रूप में श्रीकृष्ण को हस्तिनापुर भेजना निश्चित किया गया। जाने के पूर्व मैं, युधिष्ठिर, भीमसेन, नकुल. सहदेव और सात्यकि मंत्रणा के लिए श्रीकृष्ण के पास बैठे। महाराज युधिष्ठिर युद्ध के पक्ष में नहीं थे। शान्ति-स्थापना हेतु वे अपने आधे राज्य का त्याग […] Read more » Episodes of Mahabharata Kaho Kauntey कहो कौन्तेय
धर्म-अध्यात्म कहो कौन्तेय-५४ November 6, 2011 / December 5, 2011 by विपिन किशोर सिन्हा | Leave a Comment (संजय को श्रीकृष्ण और अर्जुन का उत्तर) विपिन किशोर सिन्हा श्रीकृष्ण हमारे लिए भगवान बन चुके थे। वे हमारे प्रत्येक कार्य के कारक और नियंत्रक की भूमिका में आ चुके थे। वे हम पांचो भ्राताओं और द्रौपदी के आत्मबल थे। संकट के समय लगता था, कृष्ण ही एकमात्र संबल हैं। संजय के कुटिल प्रस्ताव का […] Read more » episodes of mahabharta Kaho Kauntey कहो कौन्तेय
धर्म-अध्यात्म कहो कौन्तेय-४९ (महाभारत पर आधारित उपन्यास अंश) October 31, 2011 / December 5, 2011 by विपिन किशोर सिन्हा | Leave a Comment (द्रोणाचार्य, अश्वत्थामा और कर्ण की पराजय) विपिन किशोर सिन्हा अब मेरे सामने लाल अश्वों से युक्त रथ पर आरूढ़ परमपूज्य गुरुवर द्रोणाचार्य थे। मैंने उनके रथ की परिक्रमा की, प्रणाम किया और सम्मुख उपस्थित हो निवेदन किया – “हे मेरे परमपूज्य गुरुवर! युद्ध में आप सदैव अजेय रहे हैं। आपको ज्ञात है कि दुर्योधन के […] Read more » Kaho Kauntey कहो कौन्तेय
धर्म-अध्यात्म अटल आस्था का अनूठा पर्व छट पूजा October 30, 2011 / December 5, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment नागमणि पाण्डेय छठ पूजा का प्रारंभ महाभारत काल में कुंती द्वारा सूर्य की आराधना व पुत्र कर्ण के जन्म के समय से माना जाता है। मान्यता है कि छठ देवी सूर्य देव की बहन हैं और उन्हीं को प्रसन्न करने के लिए जीवन के महत्वपूर्ण अवयवों में सूर्य व जल की महत्ता को मानते हुए, […] Read more » festival अटल आस्था छट पूजा
धर्म-अध्यात्म माटी का दीया अब कहां झिलमिलाए! October 29, 2011 / December 5, 2011 by अखिलेश आर्येन्दु | Leave a Comment अखिलेश आर्येन्दु बचपन में हम सभी भार्इ माटी के दीये को दीपावली के दिन बहुत ही उत्साह और श्रद्धा के साथ जलाते थे। मां कहती थी माटी के दीये जलाने से ही लक्ष्मी घर में प्रवेश करती हैं। लेकिन इसके पीछे छिपे सामाजिकता और रोजगार को हमने नहीं समझा था। मां कहती थी, ‘दीया जलाते […] Read more » अब कहां झिलमिलाए! माटी का दीया