जन-जागरण विविधा साहित्यकारों का पुरस्कार लौटाना ठीक नहीं October 21, 2015 by सुरेश हिन्दुस्थानी | 1 Comment on साहित्यकारों का पुरस्कार लौटाना ठीक नहीं सुरेश हिन्दुस्थानी हमारी भारतभूमि ने अनेक प्रेरणादायी साहित्यकारों को जन्म दिया है। विश्व के अनेक देश साहित्य की गहराई में उतरने के लिए भारत की तरफ मुखातिब होते हैं। वास्तव में भारत साहित्य की जननी है। लेकिन वर्तमान में साहित्य को विकृत रूप देने वाले साहित्यकार अपनी स्वयं की प्रतिभा पर ही बहुत बड़ा सवाल […] Read more » Featured साहित्यकारों का पुरस्कार लौटाना ठीक नहीं
जन-जागरण विविधा डॉक्टरों और दवाइयों के बीच फँसा गरीब October 20, 2015 / December 2, 2015 by अश्वनी कुमार, पटना | Leave a Comment चिकित्सा विज्ञानं के जनक ‘अरस्त्तु’ ने अपने समय में कभी सोचा भी नहीं होगा की एक दिन उनका यह प्रयास व्यवसाय में बदलकर व्यापक पैमाने पर गोरखधंधे का जरिया बन जाएगा। अस्पताल से लेकर सड़क तक कुकुरमुत्ते की तरह फैले मेडिकल नेटवर्क का जंजाल, डॉक्टरों के लिए तो ऐशो-आराम व पैसे का साधन है तो […] Read more » Featured
जन-जागरण राजनीति अनिवार्य नहीं रहा आधार October 18, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव पहचान-पत्र आधार को अनिवार्य करने के मुद्दे पर सर्वोच्च न्यायालय ने केंद्र सरकार को एक बार फिर झटका दिया है। हालांकि केंद्र को मामूली राहत भी मिली है। अब इसका उपयोग स्वैच्छिक रूप से मनरेगा,भविष्यनिधि,पेंशन और जन-धन योजना में किया जा सकेगा। पीडीएस और एलपीजी में सब्सिडी के लिए आधार की मंजूरी न्यायालय […] Read more » Featured अनिवार्य नहीं रहा आधार आधार
जन-जागरण टॉप स्टोरी विविधा पाकिस्तान में हिन्दुओं की स्थिति पर क्या कहती है अमरीकी विदेश विभाग की यह रिपोर्ट ? October 16, 2015 by हरिहर शर्मा | Leave a Comment पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर विगत दिनों अमेरिकी विदेश विभाग की रिपोर्ट सामने आने के बाद राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन पार्टी के प्रमुख उम्मीदवार और सीनेटर मार्को रूबियो ने पाकिस्तान को “विशेष रूप से चिंताजनक देश Country of Particular Concern (CPC)” बताते हुए गहरी चिंता व्यक्त की है। अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर […] Read more » Featured पाकिस्तान में हिन्दुओं की स्थिति
जन-जागरण पर्यावरण विविधा जैविक कृषि एवं पंचतत्व October 13, 2015 by विजय कुमार | Leave a Comment विद्वानों का मानना है कि सम्पूर्ण सृष्टि पंचतत्वों से बनी है। पंचतत्व यानि धरती, जल, अग्नि, वायु और आकाश। मानव हो या पशु-पक्षी या फिर पेड़-पौधे, सबमें इन पंचतत्वों का वास है। किसी में कोई एक तत्व प्रधान है, तो किसी में कोई दूसरा। जैसे मछली के लिए जल तत्व प्रधान है, तो पेड़-पौधों के […] Read more » Featured जैविक कृषि जैविक कृषि एवं पंचतत्व पंचतत्व
जन-जागरण समाज सूचना का अधिकार व सामाजिक परिवर्तन October 12, 2015 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment आदिमकालीन मानव शनैः शनैः सभ्यता की ओर अग्रसर हुआ .भाषा व लिपि का अविष्कार होने के पश्चात् मानव समाज ने अनुशासन की आवश्यकता पूर्ति के लिये नियमों एवं रीति – रिवाजों की स्थापना की .उस समय मानव ने महसूस कर लिया था कि जंगल का कानून मानव समाज के हित में नहीं है .विश्व की […] Read more » Featured सामाजिक परिवर्तन सूचना का अधिकार
जन-जागरण टॉप स्टोरी विविधा अधर में लटकेगी ‘नमामि गंगे’ योजना ? October 11, 2015 by तनवीर जाफरी | Leave a Comment तनवीर जाफ़री हमारे देश में प्रवाहित हो रही सैकड़ों बड़ी-छोटी नदियों में गंगा नदी के महत्व का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि देश के लोग इसे गंगा मैया व मां गंगा कहकर संबोधित करते हैं। देश का बहुसंख्य हिंदू समाज देश के अनेक प्रमुख स्थानों पर गंगा जी की आरती करता […] Read more » ‘नमामि गंगे’ योजना Featured अधर में ‘नमामि गंगे’ योजना ? अधर में लटकेगी ‘नमामि गंगे’ योजना ?
जन-जागरण टॉप स्टोरी गोमांस की बढ़ती बिक्री से पशुधन का संकट October 10, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव उत्तर प्रदेश के दादरी में गोमांस खाने की अफवाह के चलते एक समुदाय विशेष के व्यक्ति की हत्या और लालू प्रसाद द्वारा हिंदूओं के भी गोमांस खाने की बयानबाजी को लेकर एक बार फिर गोमांस विवाद गहरा गया है। इसके पहले सोलहवीं लोकसभा चुनाव में गुलाबी क्रांति मसलन गाय-भैंस के मांस के व्यापार […] Read more » Featured गोमांस की बढ़ती बिक्री पशुधन का संकट
जन-जागरण समाज दादरी जैसी घटनाऐं : आत्म मंथन की जरूरत October 10, 2015 by शाहिद नकवी | Leave a Comment दादरी के बिसड़ा गांव में जो हुआ उसने दुनिया को फिर याद दिलाया कि हमारे प्रधानमंत्री चाहे नये भारत की कितनी भी बातें करें , युवा भारत के र्निमाण का सपना दिखायों लेकिन आज भी भारत की आधुनिकता सिर्फ एक कमजोर कड़ी की तरह है , जिसके पीछे छिपा है वही पुराना धार्मिक कट्टरपंथ और […] Read more » Featured आत्म मंथन की जरूरत दादरी जैसी घटनाऐं
जन-जागरण टॉप स्टोरी पर्यावरण विविधा लाउडस्पीकर के शोर मे गुम होती साझी संकृति October 6, 2015 by शाहिद नकवी | Leave a Comment अदालतों के लगातार सख्त र्निदेश के बाद भी सरकारें लाउडस्पीकर के बेजा इस्तेमाल पर प्रभावी रोक नही लगा पा रही हैं ।जबकि दिन –रात लगातार बजने वाले ये लाउस्पीकर बड़े पैमाने पर ध्वनि प्रदूषण तो फैला ही रहै हैं साथ मे देश की साझी संकृति ,सामाजिक तानेबाने और साम्प्रद्रायिक एकता को भी भारी नुकसान पहुंचा […] Read more » Featured लाउडस्पीकर के शोर मे गुम होती साझी संकृति
जन-जागरण विविधा शख्सियत विश्वविजेता सिकंदर की भारत विजय : एक भ्रम October 6, 2015 by डा. रवीन्द्र अग्निहोत्री | 5 Comments on विश्वविजेता सिकंदर की भारत विजय : एक भ्रम डा. रवीन्द्र अग्निहोत्री 1.0 आक्रमणकारी सिकंदर : अपने देश पर विदेशी आक्रान्ताओं की चर्चा होने पर सामान्य व्यक्ति प्रायः सबसे पहला नाम सिकंदर का लेता है जो यूनान के उत्तर में स्थित मेसिडोनिया का था और जिसे पहला विश्व विजेता कहा जाता है; पर उसके बारे में हमारी जानकारी प्रायः सिकंदर – पुरु ( पोरस […] Read more » biography of Alexander Featured विश्वविजेता सिकंदर विश्वविजेता सिकंदर की भारत विजय
जन-जागरण राजनीति स्वच्छता अभियान में हरीश सरकार का संदेश October 3, 2015 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी राजनीति में रहकर राजनीतिक पार्टी से ऊपर उठकर देशहित में विचार करते हुए राजनीति के जरिए केंद्र में मोदी सरकार की देश को स्वच्छ बनाने और सभी घरों में आवश्यक रूप से शौचालयों के निर्माण को हकीकत में बदलने के लिए जिस प्रकार का अनोखा प्रयोग करने का निर्णय उत्तराखण्ड की हरीश […] Read more » Featured स्वच्छता अभियान हरीश सरकार का संदेश